जैसे-जैसे एडवांस स्मार्टफोन्स और डिवाइस लॉन्च हो रहे हैं वैसे-वैसे गेमिंग भी एक ट्रेंड बनता जा रहा है। यही वजह है कि स्मार्टफोन निर्माता कंपनियां भी गेमिंग स्मार्टफोन्स ला रहीं हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि स्मार्टफोन पर गेम खेलना लैपटॉप पर खेलने से कहीं ज़्यादा सहूलियत देता है। इसके साथ ही आप कहीं भी, कभी भी, अपने स्मार्टफोन से गेम खेलने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। अगर आप भी ऐसे में गेमिंग का बेहतरीन एक्सपीरियंस बिना किसी बेस्ट हार्डवेयर के लेना चाहते हैं तो हम आपको कुछ ख़ास बताते हैं जिनसे आपको ज़रूर फायदा मिलेगा।
कई बार ऐसा होता है कि बार-बार रिफ्रेश हो रहे इनकमिंग नोटिफिकेशन्स और ऐप्स के बैकग्राउंड आपके कीमती रैम को यूज़ कर लेते हैं और उसी के साथ ही आप अपना हेडशॉट खो देते हैं। कई कंपनियां अपने ऑपरेटिंग सिस्टम में गेम मोड उपलब्ध करातीं हैं जिससे की आप ऐसे परिस्थिति में भी अपना गेम जारी रख सकें।
मोबाइल गेम्स ग्राफ़िक्स सेटिंग की फ्लेक्सिबिलिटी नहीं देते हैं वहीं कुछ गेम्स आपको ग्राफिकल सेटिंग्स उपलब्ध कराते हैं जो कि आपके स्मार्टफोन के हार्डवेयर को ऑप्टिमाइज़ करते हैं।इसके साथ ही आपकी डिस्प्ले 6 इंच से कम है तो आप लो ग्राफ़िक सेटिंग के साथ जा सकते हैं।
हीट आपके फ़ोन के लिए अच्छी नहीं है, खासकर जब बात CPU/GPU की हो। लॉन्ग गेमिंग सेशंस ज़्यादा हीट जनरेट करते हैं। ऐसे में ऐसी जगह गेमिंग करिये जहाँ ambient temperature ठंडा हो जैसे की AC रूम।
RAM की खपत कम करने के लिए आप बैकग्राउंड में चल रही सर्विसेज को टर्न-ऑफ कर सकते हैं। आप e-mail और Facebook जैसे ऐप्स की बैकग्राउंड सर्विसेज को बंद कर सकते हैं।
ऐसा पाया गया है कि 100% या उसके करीब बैटरी चार्ज के साथ अगर आप गेमिंग करते हैं तो smartphone chipsets परफॉज़्यादा बेहतर परफॉर्म करते हैं। जब बैटरी 40% या उससे कम होती है तो चिपसेट से पावर डिलीवरी ड्राप हो जाती है जिससे SoC की परफॉरमेंस पर भी असर पड़ता है।
अगर आप Android OS से वाकिफ हैं तो आप आप जानते होंगे कि developer options सेटिंग्स का खज़ाना है। इसके लिए आपको सबसे पहले डेवलपर आप्शन टर्न-ऑन करना होगा और बाद में कुछ सेटिंग्स चेंज करनी होंगी जिससे फ़ोन की परफॉरमेंस अच्छी हो। इस तरह की एक सेटिंग 4xMSAA (Multi-Sample Anti-Aliasing) है जो गेम्स की विज़ुअल क्वालिटी बढ़ाता है।
एंड्राइड स्मार्टफोन्स में performance-focussed custom ROMs उपलब्ध होते हैं। इसी के साथ कुछ फ़ोन्स custom kernels की फ्लशिंग भी उपलब्ध कराते हैं। जिसके बाद यूज़र्स के लिए system-level customisations अनलॉक हो जाता है।
अगर आप किसी एक गेम के फैन हैं तो आप उसके बारे में इंटरनेट या ऐप्स पर देख सकते हैं। यह पॉपुलर गेम्स के लिए ही आप कर सकते हैं।