सोशल नेटवर्किं ग साइट फेसबुक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) मार्क जुकरबर्ग ने कहा है कि रूस में 'हथियारों की होड़' का ऑनलाइन प्रचार हो रहा है और यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि भारत सहित कहीं भी चुनाव में हस्तक्षेप न हो सके। जुकरबर्ग ने अमेरिकी कांग्रेस के समक्ष पांच घंटे की पेशी के दौरान यह बात कही। 44 सीनेटरों के मंडल के समक्ष उन्होंने गवाही दी, "इस समय मुझे सबसे ज्यादा इस बात की परवाह है कि दुनिया भर में 2018 में होने वाले चुनाव में कोई हस्तक्षेप न हो।"
उन्होंने कहा, "अभी रूस में ऐसे लोग हैं, जिनका काम दुनियाभर के चुनावों में दखलंदाजी करना है, जिससे यह एक ऑनलाइन युद्ध में बदलता जा रहा है।"
जुकरबर्ग (33) दुनिया के सबसे कम उम्र के अरबपतियों में से एक हैं। सीनेटर मंडल के बाद उन्हें सदन मंडल के समक्ष भी गवाही देनी है। जुकरबर्ग ने कहा है कि फेसबुक यह सुनिश्चित करेगा कि भारत या किसी अन्य स्थान पर उसका दुरुपयोग न हो।
फेसबुक ने सोमवार को कहा, "हमारा लक्ष्य ब्राजील, भारत, मेक्सिको और अमेरिका में मध्यावधि चुनावों पर फेसबुक के प्रभाव का विश्लेषण करना और उसके अनुसार अपनी आगे की नीतियां और उत्पाद बनाना है।"
जुकरबर्ग ने कहा, "फेसबुक एक आदर्शवादी और आशावादी कंपनी है। अपनी उपलब्धता ज्यादा से ज्यादा करने के लिए और लोगों को जोड़ने के लिए हमारा ध्यान हर अच्छी बात पर है।"
उन्होंने कहा, "लेकिन अब यह स्पष्ट हो गया है कि इन उपकरणों का दुरुपयोग रोकने के लिए हमने पर्याप्त कोशिश नहीं की।"
जुकरबर्ग ने कहा, "इससे चुनावों को प्रभावित करने के लिए 'फेक न्यूज' आने लगीं, हमारी जिम्मेदारी में हमसे लापरवाही हुई, जो मेरी एक बड़ी गलती थी और मैं इसके लिए माफी मांगता हूं।"