Location Tracking ‘OFF’ करने के बाद भी FB आपको करता है ट्रैक

Updated on 21-Dec-2018
HIGHLIGHTS

हाल ही में एक रिपोर्ट सामने आयी है जिसमें इस बात का खुलासा किया गया है कि फेसबुक पर दिया गया Location Tracking OFF को लेकर अभी तक यह साफ़ नहीं हो पाया है कि क्या फेसबुक का यह ऑप्शन कारगर है भी या नहीं।

ख़ास बातें:

  • विज्ञापन आधारित है फेसबुक का मॉडल
  • रिसर्चर ने इस सम्बन्ध में किये हैं कई टेस्ट
  • अकाउंट डिलीट ही हो सकता है एकमात्र ऑप्शन

 

फेसबुक लोकेशन ट्रैकिंग का मुद्दा कोई नया नहीं है। अगर आप भी उनमें से ही हैं जिन्हे प्राइवेसी पसंद है तो यह आपके लिए एक बड़ा मुद्दा हो सकता है। फेसबुक पर दिया गया Location Tracking OFF बस नाम का ही है। ऐसा हम नहीं, बल्कि एक रिपोर्ट कह रहे है। जी हाँ हाल ही में एक रिसर्चर ने फेसबुक के इस ऑप्शन पर अपनी  रिसर्च और टेस्ट किये हैं। इसके साथ ही इस बात का खुलासा किया है कि Facebook का यह Location Tracking OFF ऑप्शन बस नाम की हो सकता है।

दरअसल University of Southern California के कंप्यूटर साइंस के असिस्टेंट प्रोफेसर ऐलेक्जेंड्रा कोरोलोओ ने इस पर रिसर्च की और इस मुद्दे पर हर तरह के टेस्ट भी किये। अमेरिकी रिसर्चर का कहना है कि अगर आप फेसबुक ऐप के लिए Location Tracking OFF कर लेते हैं फिर भी हर संभावित तरीके से फेसबुक आपकी लोकेशन ट्रैक करने की कोशिश में लगा रहता है। इसके साथ ही रिसर्चर ने यह भी बताया कि ऐसा इसलिए है क्योंकि फेसबुक का मॉडल विज्ञापन-आधारित है। इसके साथ ही कंपनी इसके लिए यूजर की प्राइवेसी को भी दांव पर लगा सकती है। आपको बता दें की ऐसा हाल ही में हुए कुछ लीक और में यह सामने आया हुआ है।

यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ कैलिफोर्निया के इस अमेरिकी रिसर्चर ने मीडियम पर इस बारे में जानकारी दी है। इसके साथ ही यह साफ़ कर दिया है कि फेसबुक उनके Location based targeted advertisement देता है, जबकि यूज़र ने प्रोफाइल में अपनी लोकेशन डीटेल्स शेयर नहीं की हुई होती हैं। इसके बावजूद ऐसा होता है। इसके साथ ही लोकेशन ऑन न किये जाने पर भी लोकेशन ट्रैक होती है।

इतना ही, रिसर्चर ने ऐसी कई कोशिश की जिससे कि लोकेशन ट्रैक न हो सके लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। रिसर्चर का कहना है कि उन्होंने फेसबुक ऐप में Location History OFF कर लिया था। इसके साथ ही iOS की सेटिंग्स में भी फेसबुक के लिए Location Acess को Disable कर रखा था। इतना ही नहीं, उन्होंने अपने शहर और किसी भी तरह के ''लोकेशन टैग्ड फोटो और कॉन्टेंट'' फेसबुक प्रोफाइल पर नहीं अपलोड किया। इसके बावजूद भी लगातार उन्हें उनके घर और दफ्तर के लोकेशन के आधार पर विज्ञापन दिए गए। रिसर्चर के मुताबिक फेसबुक पर दिया गया Location Control भी बस नाम का है।

वहीं फेसबुक ने अपने बयान में गिजमोडो से कहा है, "हम आईपी ऐड्रेस और दूसरी जानकारियां इस्तेमाल करते हैं जिनमें Check ins और प्रोफाइल के करेंट शहर होते हैं। हम लोगों को इस बारे में बताते हैं और यह विज्ञापन वाले पेज पर लिखा होता है।"

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