रविवार को कुछ रिपोर्ट्स के ज़रिए पता चला था कि WhatsApp पर आए एक नए वायरस के कारण आपका डिवाइस खतरे में आ सकता है और हैकर्स आपके निजी डाटा को चुरा सकते हैं। साइबर इंटेलिजेंस कंपनी NSO ग्रुप द्वारा विकसित एक इजरायली सॉफ्टवेयर पेगासस ने वैश्विक स्तर पर और भारत में चुने गए 1,400 उपयोगकर्ताओं के फेसबुक के स्वामित्व वाले वीडियो कॉलिंग सिस्टम का शोषण किया जिसमें मानव अधिकार कार्यकर्ता और पत्रकार भी शामिल हैं।
सोमवार को WhatsApp ने बताया है कि इस नई भेद्यता के कारण यूज़र डाटा पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है हालांकि कहा जा रहा था कि यह MP4 फ़ाइल Android और iOS डिवाइस में डाउनलोड होने पर रिमोट कोड एक्सेक्यूशन (RCE) और डिनायल ऑफ़ सरिस (DoS) को ट्रिगर कर सकता है।
कम्पनी के स्पोकपरसन ने IANS को दिए बयान में बताया कि, “WhatsApp लगातार सुरक्षा को बेहतर बनाने पर काम करता है और हमने लगातार कई इशू को फिक्स किया है और इस उदाहरण को देख कर कह सकते हैं कि यूज़र्स के डाटा को कोई नुकसान नहीं हुआ है।” माइक्रो ब्लोगिंग प्लेटफार्म ने सिक्योरिटी अपडेट में पहले ही बग का मुद्दा उठाया है।
हाल ही में कम्पनी ने ऐप में फिंगरप्रिंट लॉक फीचर को शामिल किया है और अब WhatsApp Business ऐप के लिए नया Catalogs फीचर जारी किया जा रहा है। Catalogs फीचर से आप किसी प्रोडक्ट की पूरी जानकारी और कीमत का एक कैटलॉग तैयार कर सकते हैं। इस तरह, आपको उपभोक्ताओं के लिए पूरी जानकारी इकठ्ठा करने के लिए ज़्यादा मेहनत नहीं करनी होगी। यह फीचर केवल व्यापारी के लिए ही नहीं बल्कि उपभोक्ताओं के समय को भी बचाएगा।