WhatsApp launched'Forwarded' label to combat spread of false news: दुनियाभर में एक-दुसरे से जुड़े रहने के लिए सबसे से आसान तरिका अगर कुछ है तो वो है व्हाट्सऐप । 180 देशो में एक अरब से ज्यादा लोग व्हाट्सऐप के माध्यम से किसी भी समय अपने मित्रों और परिवार से जुड़ते हैं। व्हाट्सऐप तेज़, सरल और भरोसेमंद ऐप है लेकिन बीते कुछ वक्त में व्हाट्सऐप ने अपना ये भरोसा खो दिया था क्योंकि व्हाट्सऐप पर फैलाई जा रही झूठी खबरों और अफवाहों से आम जनता के साथ साथ सरकार और प्रशासन भी परेशान है। हाल ही में सीरिया के कुछ बच्चों का एक वीडियो फैलाकर और 20 से ज्यादा लोगों को भीड़ ने मौत के घाट उतार दिया।
केंद्र सरकार की आई चेतावनी और फर्जी खबरों, वीडियो और तस्वीरों पर लगाम लगाने के निर्देश के बाद व्हाट्सऐप ने अपने कुछ फीचर्स में बदलाव करने के लिए ये जरूरी कदम उठाए हैं।
व्हाट्सऐप के इस नए फीचर की बात करें तो व्हाट्सएप ने यूजर्स से रिसिव मैसेज को लेबल करना शुरू कर दिया है। इसके उपयोग से यूजर्स जान सकेंगे कि मैसेज वास्तविक रूप से किसने भेजा है।
मतलब कि व्हाट्सऐप के इस नए फीचर को अपडेट करने के बाद आपके पास रिसिव हुए मैसेज में ‘Forwarded’ लिख के आता है तो आप समझ सकते हैं कि मैसेज किसी तीसरे व्यक्ति का है।
कंपनी की तरफ से ये भी बताया गया है कि नए फीचर में यूजर्स जान सकेंगे कि मैसेज असल में है क्या। इसके बाद ही वह उसे आगे भेज सकेंगे। यूजर्स को इस बात का ध्यान रखना होगा कि मैसेज कहीं राष्ट्र व समाज विरोधी तो नहीं। अगर वो चाहेंगे तो मैसेज को स्पैम कर सकते हैं या फिर कॉन्टेक्ट को ब्लॉक। कोई परेशानी होने की स्थिति में वो कंपनी से संपर्क भी कर सकते हैं।
बहरहाल ऐसी झूठी खबरों या फेक न्यूज से लोगों को बचाने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफार्म व्हाट्सऐप का उठाया गया ये कदम सराहनीय है।