WhatsApp पर मिले इस मैसेज पर क्लिक न करें! कहीं खाली न हो जाए बैंक खाता

WhatsApp पर मिले इस मैसेज पर क्लिक न करें! कहीं खाली न हो जाए बैंक खाता

क्या आपको भी WhatsApp पर कोई ई-चालान प्राप्त हुआ है? अगर मिला है, तो इस चालान को भरने में जल्दबाजी न करें क्योंकि यह हैकर्स द्वारा आपकी मेहनत की कमाई हड़पने के लिए बिछाया गया जाल हो सकता है। टॉप साइबर सुरक्षा फर्म CloudSEK की हाल ही में आई रिपोर्ट में एक चिंताजनक प्रवृत्ति का खुलासा हुआ है।

इस रिपोर्ट में सामने आया है कि, वियतनामी हैकर ग्रुप के स्कैमर्स WhatsApp पर नकली ई-चालान मैसेज के ज़रिए भारतीय उपयोगकर्ताओं को निशाना बना रहे हैं। ये मैसेज WhatsApp ग्राहकों को अनजान और गलत ऐप डाउनलोड करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं, ऐसे में अगर आप इन ऐप्स आदि को डाउनलोड करते हैं तो आपकी मेहनत की कमाई को उड़ने में मिनटों का ही समय लगने वाला है।

कैसे काम करता है नया WhatsApp e-Chalan Scam?

स्कैमर्स परिवहन सेवा या कर्नाटक पुलिस से होने का दिखावा करते हुए मैसेज भेजते हैं, जिसमें ट्रैफ़िक उल्लंघन के लिए फ़र्ज़ी चालान जारी किया जाता है। जब उपयोगकर्ता दिए गए लिंक पर क्लिक करते हैं, तो यह उन्हें APK (एंड्रॉइड एप्लिकेशन पैकेज) डाउनलोड करने का संकेत मिलता है। एक बार इंस्टॉल होने के बाद यह ऐप कई परमिशन की मांग करता है, जैसे ग्राहकों के कॉन्टेक्ट, फोन कॉल, एसएमएस मैसेज और यहाँ तक कि डिफ़ॉल्ट मैसेजिंग ऐप बनने की क्षमता तक का एक्सेस आपसे मांग लिया जाता है।

क्या नुकसान हो सकता है?

व्रोम्बा फेमिली का हिस्सा यह मैलवेयर पहले ही 4,400 से ज़्यादा डिवाइस को संक्रमित कर चुका है। यह वन-टाइम पासवर्ड (OTP) और अन्य संवेदनशील मैसेजों को इंटरसेप्ट करता है, जिससे हैकर्स पीड़ितों के ई-कॉमर्स अकाउंट तक पहुँच सकते हैं। फिर वे गिफ्ट कार्ड खरीदते हैं और उन्हें अपने लिए इस्तेमाल कर लेते हैं, जिससे डायरेक्ट फंड ट्रांसफर का कोई नामों निशान ही नहीं बचता है। इस तरह के स्कैम में अब तक 16 लाख रुपये से ज़्यादा की राशि की चोरी हो चुकी है।

कौन कौन ज्यादा प्रभावित हो सकता ह?

हालाँकि इस स्कैम/घोटाले ने पूरे भारत में उपयोगकर्ताओं को प्रभावित किया है, लेकिन गुजरात में इसके सबसे ज़्यादा पीड़ित हुए हैं, उसके बाद कर्नाटक का नंबर आता है। स्कैमर्स की पहचान वियतनाम के बाक गियांग प्रांत से की गई है, जो बचने के लिए प्रॉक्सी IP का इस्तेमाल करते हैं, जिससे उनके ऑपरेशन का पता लगाना मुश्किल हो जाता है।

आप कैसे कर सकते हैं अपना बचाव?

अगर आप इस स्कैम से या किसी भी तरह के स्कैम से अपने आप को और अपने परिवार के लोगों को सुरक्षित रखना चाहते हैं और अपने पैसों को बचाना चाहते हैं तो आपको नीचे दिए गए कुछ कदमों को इस्तेमाल करना चाहिए:

  • एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर का इस्तेमाल करें: अपने डिवाइस पर किसी अच्छे एंटीवायरस और एंटी-मैलवेयर सॉफ़्टवेयर का इस्तेमाल करें।
  • ऐप परमिशन आदि को रिव्यू करें: नियमित रूप से ऐप परमिशन आदि की जाँच करें, इन्हें जितना हो सके उतना लिमिटेड कर दें।
  • विश्वसनीय जगह से ही और केवल जाने पहचाने ऐप ही इंस्टॉल करें: केवल Google Play Store जैसे आधिकारिक सोर्स से ही ऐप डाउनलोड करें।
  • डिवाइस आदि को अपडेट रखें: सुनिश्चित करें कि आपके डिवाइस का ऑपरेटिंग सिस्टम और ऐप अप-टू-डेट हैं।
  • एसएमएस गतिविधि की निगरानी करें: संदिग्ध एसएमएस गतिविधि का पता लगाने और आपको सचेत करने के लिए किसी टूल का उपयोग किया जा सकता है।
  • अकाउंट अलर्ट इनेबल करके रखें: बैंकिंग और अन्य जरूरी सेवाओं के लिए अलर्ट सेट करके रखें, ताकि कोई भी संदिग्ध गतिविधि आपको उसी समय पता चल सके।

इन सुरक्षा कदमों को अपनाकर, आप अपने डिवाइस पर स्कैम आदि के जोखिम को कम कर सकते हैं। इसके अलावा अपनी निजी जानकारी को भी किसी अन्य के हाथ लगने से बचा सकते हैं। सतर्क रहें और सभी को भी सतर्क रहने की सलाह दें। अंत में मैं आपसे इतना ही कहने वाला हूँ कि WhatsApp पर किसी भी ई-चालान से जुड़ा मैसेज आने पर उसपर क्लिक करने से बचे।

अश्वनी कुमार

अश्वनी कुमार

अश्वनी कुमार डिजिट हिन्दी में पिछले 7 सालों से काम कर रहे हैं! वर्तमान में अश्वनी कुमार डिजिट हिन्दी के साथ सहायक-संपादक के तौर पर काम कर रहे हैं। View Full Profile

Digit.in
Logo
Digit.in
Logo