TikTok को लेकर Tamil Nadu सरकार सचेत हो चुकी है। ऐसा इसलिए हुआ है क्योंकि राज्य के लॉमेकर्स ने स्टेट असेंबली से इस ऐप को बैन किये जाने की सिफारिश की है। Tamil Nadu के आईटी मिनिस्टर M Manikandan ने इकनोमिक टाइम्स से कहा है कि कम्युनिटी वेलफेयर वर्कर्स की तरफ से उन्हें एक मसला सामने आया है कि टिक टॉक मोबाइल ऐप कानून व्यवस्था को डामाडोल कर रह रहा है। इसके साथ ही इसे लेकर कई डिबेट भी चल रहे हैं जिससे यह अब डिबेट का एक मंच बन चुका है। ऐप में "sexually-explicit material" होने की वजह से भी इस ऐप पर पाबंदी लगाए जाने को कहा गया है।
आईटी मिनिस्टर ने यह भी बताया है कि इस पर उन्हें यह आश्वासन दिया गया है कि जल्द ही इस पर विचार किया जायेगा और तमिल नाडु में इस ऐप को बैन करने के ज़रूरी स्टेप्स उठाये जायेंगे। वहीँ टिक टॉक ने इस विषय पर बात करते हुए कहा है कि ऐप को बैन करने के इस मामले के लिए वह एक चीफ नोडल अफसर को भी रखे जाने के प्रोसेस में है जिससे की अफसर का सीधा संपर्क लोकल लॉ एजेंसियों से हो सके।
टिक टॉक ने भी इकनोमिक टाइम्स से बात करते हुए कहा है कि एक सुरक्षित और पॉजिटिव माहौल बांये रखना ऐप की प्राथमिकता है। इजी रिपोर्टिंग मैकेनिज़्म के ज़रिये TikTok ऐप के यूज़र्स को किसी भी तरह के ऐप मिसयूज़ से बचाने पर भी ध्यान दिया गया है। इस मैकेनिज़्म की मदद से यूज़र्स उस कंटेंट के खिलाफ शिकायत दर्ज करा सकते हैं जो कंपनी के टर्म्स ऑफ़ यूज़ और कम्युनिटी गाइडलाइन्स को प्रभावित करते हैं।