गूगल काफी लम्बे समय से हमारी ज़िन्दगी को आसान बनाने के प्रयास में लगा हुआ है। यह बात इस तथ्य से साफ़ प्रतीत होती है कि हम अपने दिनचर्या में इसका किस हद तक इस्तेमाल कर रहे हैं। गूगल ट्रांसलेट उन यात्रियों के लिए चमत्कार मात्र से काम नहीं है जो एक स्थान से दूसरे स्थान यात्रा कर रहे हो और वहाँ की स्थानीय भाषा से अपरिचित हो। अगर हम तकनीकी की बात करें तो गूगल का कोई जवाब नहीं है मगर किसी भी तकनीकी में हमेशा सुधार के आसार बने रहते हैं।
गूगल ने अपनी ऑफलाइन सुविधा जारी कर के यह सुनिश्चित किया कि उन लोगों को भी गूगल ट्रांसलेट की सुविधा मिले जिन्हे पूर्ण रूप से इंटरनेट की सुविधा नहीं मिल रही है या जो नेटवर्क झेत्र से दूर है। हाल ही के एक ब्लॉग के जरिये गूगल ने यह बताया है कि न्यूरल मशीन ट्रांसलेशन या NMT के आने के बाद गूगल की ऑफलाइन सेवाएं और बेहतर होने वाली हैं।
गूगल के अनुसार, न्यूरल सिस्टम पूरे एक वाक्य को टुकड़ो में ट्रांसलेट करने के बजाये एक ही बार में ट्रांसलेट कर देगा। यह सिस्टम एक बड़े पैमाने पर ट्रांसलेशन में भी मदद करता है जो कि एक मनुष्य की तरह ग्रामर को ध्यान में रखते हुए वाक्यों को दुबारा से अरेंज और एडजस्ट करता है। इस प्रकार से ट्रांसलेट किये हुए पैराग्राफ्स और आर्टिकल्स पढ़ने में बहुत ही सरल होते हैं।
गूगल ट्रांसलेट एक हल्का ऐप है जो कि प्रत्येक भाषा के ट्रांसलेशन में मात्र 35 से 45 mb डाटा इस्तेमाल करता है। NMT के ऑफलाइन ट्रांसलेशन का उपयोग करने के लिए उपभोगताओं को उनकी ट्रांसलेट ऐप या एंड्राइड या iOS पर जाना होगा। ऐसे उपभोगता जो कि पहले से गूगल कि ऑफलाइन सेवा का इस्तेमाल कर रहे हैं, अपने होमस्क्रीन पर एक बैनर देख सकते हैं जो कि उन्हें फाइल्स को अपडेट करने वाली स्क्रीन तक ले जायेगा। अगर ऐसा नहीं होता है तो उपभोक्ता ऑफलाइन ट्रांसलेशन सेटिंग पर जा सकते हैं और वहाँ जा कर भाषा के पैकेज को डाउनलोड करने के लिए अगले ऐरो से भाषा के नाम पर टैप करें।