लगभग एक हफ्ते चुप रहने के बाद मित्रों ऐप के फाउंडर Shivank Agarwal और Anish Khandelwal ने indianexpress.com को बताया कि उनके ऐप ने Google Play स्टोर पर वापसी कर ली है। UGC प्लेटफॉर्म के अनुसार सभी ज़रूरी डॉकयुमेंटेशन के बाद ऐप प्ले स्टोर पर वापिस आ गया है। Mitron को TikTok की तुलना में भारतीय अल्टरनेटिव के तौर पर पेश किया गया आर पिछले हफ्ते इस ऐप को गूगल की प्राइवेसी पॉलिसी का उल्लंघन करने के कारण Remove China Apps के साथ रिमूव कर दिया गया।
गूगल प्ले स्टोर द्वारा Mitron ऐप को हटाए जाने से पहले ही ऐप के बारे में खबरें आ रही हैं कि पाकिस्तान की कोडिंग कंपनी Qboxus ने Tictic ऐप का सोर्स कोड $34 (लगभग Rs 2,500) में Agarwal को बेचा था और मित्रों को बिना किसी बदलाव के रीब्रांडेड ऐप के तौर पर लॉन्च किया गया। हालांकि, मित्रों के फाउंडर ने इस दावे को नकारते हुए कहा कि उन्हें शुरुआती प्रोटोटाइपिंग कोड ऑस्ट्रेलिया की कंपनी Envato मार्केटप्लेस से खरीदा है।
दोनों ने यह भी बताया कि, Envato एक मार्केटप्लेस है जहां यूज़र्स लाइसेंस्ड कोड खरीद सकते हैं। हमने भी इस मार्केट प्लेस से एक टेंप्लेट खरीदा था और हम Mitron के कोडबेस के कानूनी मालिक भी हैं। Mitron फाउंडर्स का एखना है कि हमने पुराने कोड को पूरी तरह बदल कर ज़रूरी और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए नए ऐप की तरह बनाया है। उन्होंने यह भी कहा, “अगर आप प्रॉडक्ट को वैसे ही चलाते जैसे शुरुआत में था तो हर रोज़ हमें 2 मिलियन यूज़र्स का ट्रेफिक नहीं मिलता।
फाउंडर्स का कहना है कि यह मेक इन इंडिया प्रॉडक्ट है और इसका प्रॉडक्शन रेडी कोड बेंगलरु में एक डेडिकेटेड ने तैयार किया है।
निर्माताओं का कहना है कि यूज़र डाटा मुंबई में AWS में स्टोर होता है। उन्होंने यह भी कहा, “हमारा विचार हमेशा से यही है कि भारतीय ग्राहकों को भारतीय प्लेटफॉर्म्स द्वारा सुविधा मिले और भारतीय डाटा भारत के सर्वर में ही सुरक्षित रहे।
मित्रों ऐप को आने वाले दिनों में कुछ बदलाव देखने को मिल सकते हैं। साथ ही भारतीय यूज़र्स को पूरी तरह इसका लाभ देने के लिए इसे क्षेत्रीय भाषाओं में भी बढ़ाया जाएगा।