भारत के घरेलू टेक एवं इंटरनेट स्टार्ट-अप हाईक ने आज हाईक स्टीकर चैट के लॉन्च का ऐलान किया है, जो युवा भारतीयों को नए एवं व्यक्तिगत तरीके से अपने करीबी दोस्तों के साथ जुड़े रहने और अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए अनूठा प्लेटफॉर्म प्रदान करेगा। आधुनिक भारतीय इंटरनेट यूजर्स को ध्यान में रखते हुए पेश किया गया हाईक स्टीकर चैट, मशीन लर्निंग का इस्तेमाल कर पावरफुल स्टीकर सजेशन्स के साथ स्टीकर्स को फ्रंट और सेंटर में पेश करता है।
‘‘हमें हाईक स्टीकर चैट का लॉन्च करते हुए बेहद खुशी का अनुभव हो रहा है जो युवा भारतीयों को नए एवं व्यक्तिगत तरीके से अपने करीबी दोस्तों के साथ जुड़े रहने और अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए अनूठा प्लेटफॉर्म प्रदान करेगा। इसके स्टीकर हाईक स्टीकर चैट के सेंटर पर हैं और इन्हें मशीन लर्निंग की मदद से बनाया जाता है। कवीन भारती मित्तल, संस्थापक एवं सीईओ, हाईक ने कहा ‘‘यह ऐप हर यूजर्स के लिए कम्युनिकेशन को बेहद आसान और सहज बनाता है, और आप सही समय पर सही स्टीकर के इस्तेमाल द्वारा अपने आप को अभिव्यक्त कर सकते हैं।’’
‘‘भारत जैसे विविधतापूर्ण देश में जहां कुछ किलोमीटर की दूरी के बाद बोली बदल जाती है, जिसके चलते कीबोर्ड हर भाषा को कवर नहीं कर सकता, ऐसे में नए युग के भारतीय इंटरनेट यूजर्स को कम्युनिकेशन के सहज तरीके की ज़रूरत है। इस लॉन्च के साथ हम कीबोर्ड पर लोगों की निर्भरता कम कर इसी अंतराल को दूर करने जा रहे हैं’’ कवीन ने कहा।
तेज़ी से विकसित होते 4 जी और अडवान्स्ड स्मार्टफोन्स के साथ हाईक का मानना है कि यूजर्स को ऐसे सहज ऐप्स की ज़रूरत है जिसके माध्यम से उनका कम्युनिकेशन बेहद आसान हो जाए। हाईक स्टीकर चैट इसी दिशा में पहला कदम है, जो एक सुपर ऐप्स से मल्टी-ऐप्स की ओर एक ट्रांज़िशन है।
हाईक ने हमेशा से भारतीय इंटरनेट यूजर्स को इनोवेशन के करीब बनाए रखा है। स्टीकर्स को कस्टमाइज़्ड लोकेलाइज़्ड कम्युनिकेशन का ज़रिया बनाकर, हाईक स्टीकर चैट 40 से अधिक भारतीय भाषाओं और बोलियों में 30,000 से अधिक स्टीकर पेश करता है। उम्मीद की जा रही है कि साल के अंत तक हाईक स्टीकर चैट पर विभिन्न भाषाओं में 100,000 से अधिक स्टीकर्स होंगे, जो ज़्यादातार भारतीय भाषाओं के शब्दकोष को कवर करेंगे।
हाईक स्टीकर चैट युवा भारतीयों के लिए भारत में निर्मित प्लेटफॉर्म है जो उन्हें अपने करीबी दोस्तों के साथ अपनी भावनाओं को व्यक्त करने का मौका देता है। इसे खासतौर पर विविधतापूर्ण भारतीय बाज़ार की ज़रूरतों को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है। कीबोर्ड पर लोगों की निर्भरता कम करना इसका उद्देश्य है।
भारत जैसे देश में जहां 22 से अधिक भाषाएं और 700 से अधिक बोलियां बोली जाती हैं, इनपुट एक बड़ी समस्या है। हाईक स्टीकर चैट इसी समस्या का समाधान पेश करता है- इसके ज़रिए आप अपनी बातचीत के दौरान ‘सही समय पर सही स्टीकर’ चुन सकते हैं। यह मशीन लर्निंग, इन्फाइनाईट कन्टेन्ट क्रिएशन और वॉइस इनपुट की मदद से भारत जैसे बाज़ार के लिए कम्युनिकेशन को बेहद आसान और सहज बनाता है। नए हाईक स्टीकर चैट का इस्तेमाल एंड्रोइड और आईओएस पर किया जा सकता है।