Instagram यूज़र्स इस समय एक नए अनुभव को साझा कर रहे हैं और अगर आप इन्स्टाग्राम यूज़र हैं तो आपने भी ज़रूर अपनी मेन फीड में कुछ इमेजेस को बलरी पाया होगा। इमेज शेयरिंग प्लेटफार्म के फैक्ट चैकर्स ने डिजिटली अल्टर्ड तस्वीरों को “false information” के तहत फ्लैग करना शुरू कर दिया है और इन तस्वीरों में कुछ ऐसी Photoshopped तसवीरें भी हैं जिन्हें कुछ कलात्मक कारणों के लिए बदला गया था।
यह नई पहल इन्स्टाग्राम की मूल कम्पनी Facebook के द्वारा चल रहे झूठी ख़बरों के खिलाफ कर रहे कार्य का हिस्सा है। अभी Instagram ने यह साफ़ नहीं किया है कि कम्पनी false information को किस तरह देखती है।
एक बार किसी पोस्ट को फ्लैग करने के बाद इन्स्टाग्राम इसे एक्सप्लोर या हैशटैग से फ़िल्टर करना मुश्किल बना देता है। हालांकि, असली पोस्ट को यूज़र के प्रोफाइल पेज पर जाकर देखा जा सकता है लेकिन इमेज को फुल स्क्रीन में देखने पर फाल्स इनफार्मेशन की वार्निंग मिल सकती है।
अगर नीचे दी गई तस्वीरों में देखेंगे तो एक इमेज में एक व्यक्ति को इन्द्रधनुष से लदे पहाड़ों पर खड़ा देखा जा सकता है जो कि साफ़ है कि यह कोई वास्तविक जगह नहीं है और इसे उदाहरण देने के लिए अल्टर किया गया है।
इस तरह की सैकड़ों तस्वीरें हमें इमेज शेयरिंग प्लेटफार्म पर मिल जाएंगी। Instagram की यह पॉलिसी ऐसे कई सवाल खड़े कर रही है कि क्या नकली है और क्या असली? साथ ही यह कलात्मक कारणों के लिए असली तस्वीरों में फेरबदल करने की पुरानी बहस को भी छेड़ रहा है।