किसी भी एंड्राइड डिवाइस में एप्स को Hide किया जा सकता है, हालाँकि इसकी प्रोसेस बड़ी ही कठिन मालूम पड़ती है। लेकिन जैसा कि हमने आपसे कहा है कि आप ऐसा कर सकते हैं, अर्थात् आप अपने एंड्राइड डिवाइस में एप्स को Hide कर सकते हैं। अब अगर आपका एंड्राइड डिवाइस कहीं खो जाता है या चोरी हो जाता है तो भी आप अपनी जरुरी इनफार्मेशन को इसी के द्वारा सुरक्षित रख सकते हैं। हालाँकि एंड्राइड ऑपरेटिंग सिस्टम में इस तरह के प्रावधान को तलाश करने की कोई आसान विधि नहीं है लेकिन ऐसे कई तरीके हैं जिनके माध्यम से आप ऐसा कर सकते हैं। आप हम आपको ऐसे ही कई तरीकों के बारे में बताने वाले हैं, जिनके माध्यम से आप ऐसा कर सकते हैं। यानी आप अपने एंड्राइड डिवाइस में एप्स को Hide कर सकते हैं।
अगर आप अपने एंड्राइड डिवाइस में कुछ छिपाना चाहते हैं अब चाहे यह आपका फोन या टैबलेट ही क्यों न हो तो आप ऐसा कर सकते हैं, अर्थात् आप इसमें एप्स आदि को छिपा सकते हैं। इससे लोग चीजों को सुरक्षित या निजी रखते हैं। ऐप्स छिपाने के मामले में, एक व्यक्ति कई कारणों से ऐसा करना चुन सकता है। उदाहरण के लिए, किसी के परिवार में ऐसे सदस्य हो सकते हैं जो गोपनीयता में विश्वास नहीं करते हैं। संवेदनशील जानकारी या संचार वाले ऐप्स को छिपाना आपकी व्यक्तिगत गोपनीयता की रक्षा करने का एक तरीका है।
एक और कारण है कि लोग अपने डिवाइस पर ऐप्स छिपाने का विकल्प चुनते हैं क्योंकि वह अपने वित्तीय विवरण, व्यावसायिक रहस्य या बौद्धिक संपदा जैसी जानकारी को खो जाने या डिवाइस के चोरी हो जाने जैसी स्थिति में सुरक्षित रखना चाहते हैं, या बचाना चाहते हैं। आइये अब जानते हैं कि आखिर आप कैसे अपने एंड्राइड डिवाइस में एप्स को कैसे छिपा या Hide कर सकते हैं।
इसके लिए पहली चीज़ आपको यह ध्यान में रखनी है कि एंड्राइड डिवाइस में ऐसा कोई भी तरीका नहीं होता है, जिसके द्वारा आप एप्स को सीक्रेट रख सकते हैं। हालाँकि इसका मतलब यह भी नहीं है कि आपके पास ऐसा करने के कोई दूसरा ऑप्शन नहीं है। हालाँकि जहां एक ओर एप्स को छिपाना अपने आप में काफी मुश्किल है इसके साथ ही आप ऐसा आसानी से भी कर सकते हैं, लेकिन इसके लिए आपको जानकर होना जरुरी है। कई बार ऐसा भी कहा जाता है कि एक ही तरीके मात्र से आप अपने सभी एप्स को छिपा सकते हैं।
ऐसा भी कहा जा सकता है कि एप्स को हाईड करने के स्थान पर आपको इन्हें डिसएबल करना चाहिए, जिसके बाद यह आपके ऐप ड्रावर से भी रिमूव हो जाते हैं। और इनका सिस्टम रिसोर्सेज को भी इस्तेमाल करना बंद हो जाता है। किसी भी ऐप को डिसएबल करना भी काफी आसान होता है।