PlayStore पर Google ने SMS और phone calls के ज़रिये ऐप्स को मिलने वाली हाई रिस्क और सेंसिटिव पर्मिशन्स के लिए रोक लगा दी है। आपको बता दें कि गूगल ने यह फैसला हाल ही में अपनी नई पालिसी के तहत लिया है। ऐसे में अब इन ऐप्स को गूगल मैन्युअली वेरीफाई करेगा। सर्च इंजन Google ने इस बात की घोषणा कर दी है कि सभी ऐप डेवेलपर्स जल्द से जल्द SMS और फ़ोन कॉल्स के लिए परमिशन को अपनी ऐप से हटाएं। इसके लिए ऐप डेवेलपर्स को 9 मार्च तक की डेडलाइन दी गयी है। ये डेडलाइन उन डेवेलपर्स के लिए है जिनके ऐप में यूज़र्स के लिए अभी भी permissions का एक्सेस शामिल है। गूगल ने यह घोषणा ऐसे ही ऐप्स के लिए की है जिससे कि उन्हें और भी समय मिल सके और वो इस access permission को SMS और कॉल्स के लिए इस्तेमाल न करें।
आपको बता दें कि ये ऐप्स यूज़र्स से इस तरह का परमिशन इसलिए मांगते हैं जिससे कि यूज़र्स उस ऐप के सभी फंक्शन्स का लुत्फ़ उठा सके और उसे ज़्यादा सेज़्यादा फंक्शन्स उस ऐप में मिलें। आपको बता दें गूगल का कहना है कि अगर इन ऐप्स ने कंपनी की इस नई पालिसी को स्वीकार करने से मना किया या फिर गूगल को डिक्लेरेशन फॉर्म नहीं दिया की जिससे वह अधिक समय ले सके, तो ऐसा भी हो सकता है कि उसे गूगल Google Play से हटा दे। इस बात का खुलासा कमपनी ने अपनी एक पोस्ट के ज़रिये किया है।
वहीँ कुछ केस में Google ऐप्स को परमिशन का एक्सेस दे रहा है औइर ये वो ऐप हैं जो कि calls, SMS, Google Assistant queries के लिए डिफ़ॉल्ट हैंडलर के रूप में हैं। इस तरह हम कह सकते हैं कि ऐप्स की तरफ से SMS और कॉलिंग वैलिड नहीं रहेंगे। आपको यह भी बता दें कि गूगल का यह कदम सेक्युरिटी फीचर के तौर पर लिया जा रहा है। इससे यूज़र्स को न तो SMS और calls या फिर फेक two-factor authentication आएंगे। इसके साथ ही यूज़र्स का अकाउंट भी सुरक्षित रहेगा।