नफरत की भाषा और झूठी खबरें फैलाकर हिंसा को बढ़ावा देने के आरोपों से जूझ रही सोशल मीडिया कंपनी फेसबुक कथित तौर पर अपने 'समाचार विश्वसनीयता कार्यक्रम' के लिए विशेषज्ञों की तलाश में है।
नफरत की भाषा और झूठी खबरें फैलाकर हिंसा को बढ़ावा देने के आरोपों से जूझ रही सोशल मीडिया कंपनी फेसबुक कथित तौर पर अपने 'समाचार विश्वसनीयता कार्यक्रम' के लिए विशेषज्ञों की तलाश में है। समाचार वेबसाइट फॉर्च्यून डॉट कॉम की गुरुवार की रिपोर्ट के मुताबिक, फेसबुक को दो विशेषज्ञों की तलाश है, जिनमें एक स्पेनिश भाषा के जानकार हों।
अपने मंच पर झूठी खबरों का प्रसार रोकने के लिए फेसबुक ने पिछले महीने कहा कि उसने तीन स्तरीय रणनीति अपनाई है, जिसमें उसकी नीतियों का उल्लंघन करने वाले अकाउंट व विषय-वस्तु को हटाना, अविश्वनीय सामग्री के वितरण को रोकना और लोगों को उनके द्वारा देखे जाने वाले पोस्ट में अधिक संदर्भ प्रदान कर उन्हें सूचना देना शामिल है।
सोशल मीडिया के क्षेत्र में अग्रणी फेसबुक को दुनिया के कई देशों में राजनीतिक छल-कपट में उसकी भूमिका को लेकर आलोचनाओं का शिकार होना पड़ा है।
फेसबुक म्यांमार में नागरिकता से वंचित किए गए रोहिंग्या मुसलमानों के खिलाफ नफरत भरे पोस्ट का प्रसार रोकने में विफल रहने के कारण नस्ली संघर्ष को बढ़ावा देने के आरोप में भी जांच के घेरे में आया है।