वॉयस और वीडियो चैट सर्विसेज़ पर भी फोकस बढ़ाने की है कोशिश
ऐसा लगता है कि इस साल जल्द ही फेसबुक यूजर्स को मैसेंडर ऐप का सिंपल और क्लीनर वर्जन देखने को मिलेगा. 2018 में ऐप से क्या उम्मीद की जा सकती है, इस बारे में बात करते हुए, मैसेंजर के प्रमुख डेविड मार्कस ने एक ब्लॉग पोस्ट में ये माना कि ये ऐप काफी पेचीदा और अव्यवस्थित है, और इस सर्विस को सिंपल और बेहतर बनाने का वादा किया है.
इसके अलावा, कंपनी ने यह भी कहा कि इस साल वॉयस और वीडियो चैट जैसे रियल टाइम कॉम्यूनिकेशन सर्विसेज़ फोकस बढ़ाने की कोशिश है. साथ ही ग्रुप चैट पर फोटो और वीडियो शेयर करने के फास्ट तरीके ऑफर करने और लाइव ग्रुप चैट शुरू करने की योजना है. इसके अलावा, इमोजी, GIFs और अन्य 'विज़ुअल मैसेजिंग' पर ध्यान केंद्रित करने की भी योजना है.
फेसबुक ने हाल ही में घोषणा की थी कि वह अपने टेक्सट आधारित वर्चुअल असिस्टेंट ‘M’, को बंद कर रहा है, जो मानव श्रमिकों को AI सिस्टम सिखाने के लिए इस्तेमाल किया जाता था. इस असिस्टेंट को 2015 में लॉन्च किया गया था और कैलीफोर्निया में केवल कुछ चयनित लोगों के पास ही उपलब्ध था. ये सर्विस 19 जनवरी के बाद बंद हो जाएगी.