Facebook को अबतक का सबसे बड़ा जुरमाना चुकाना पड़ सकता है। यूज़र्स डाटा से छेड़छाड़ के मामले में Federal Trade Commission की छानबीन के बाद Facebook पर यह जुरमाना लगाया जा रहा है। वहीँ फेसबुक और FTC अभी तक जुर्माने की राशि को लेकर बात कर रहे हैं और अभी तक यह निष्कर्ष नहीं निकल पाया है कि अमाउंट कितना होगा जो फेसबुक को जुर्माने के तौर पर देना होगा। वहीँ अगर ये दोनों पार्टियां किसी एग्रीमेंट पर नहीं आती हैं तो FTC Facebook को कोर्ट तक लेकर जा सकता है।
आपको बता दें कि Facebook पर लगाया जाने वाला यह जुरमाना यूज़र्स के डाटा को मिसहैंडल करने की वजह से और साथ ही थर्ड पार्टी से उनके डाटा को शेयर करने की वजह से लगाया जा रहा है। FTC की यह इन्वेस्टीगेशन तब शुरू हुई जब मार्च 2018 में Cambridge Analytica fiasco,में लगभग 87 मिलियन यूज़र्स के डाटा को थर्ड पार्टी द्वारा एक्सेस कर लिया गया था और फेसबुक का नाम इसमें सामने आया था। तभी से यूज़र्स की प्राइवेसी और डाटा को लेकर फेसबुक पर कई सवाल उठे और यह भी सामने आया कि फेसबुक ने यूज़र डाटा प्राइवेसी का उलंघन किया है। FTC के मुताबिक यह सभी 2011 में Facebook द्वारा किये गए एग्रीमेंट का उलंघन है। वहीँ फेसबुक का कहना है कि उसने इस तरह की किसी भी प्राइवेसी का उल्लंघन नहीं किया है।
FTC और Facebook के बीच 2011 में हुए एक एग्रीमेंट के मुताबिक फेसबुक को यूज़र्स के डाटा को लेकर पारदर्शिता रखना था। इसके साथ ही एग्रीमेंट के मुताबिक यह भी तय था कि FTC को रेगुलर चेक और फेसबुक ऑडिट के ज़रिये इसका पता रखेगी। वहीँ अगर इसके बाद अगर फेसबुक इसका उलंघन करता हुआ पाया गया तो FTC को इस उल्लंघन के लिए फेसबुक पर जुरमाना लगाने का भी अधिकार था।
The Washington Post की रिपोर्ट के मुअतबिक यह अबतक का सबसे बड़ा जुर्माना हो सकता है जो किसी कंपनी पर FTC की इन्वेस्टीगेशन के बाद लगाया गया हो। इसके लिए फेसबुक पर कई अरब डॉलर का जुरमाना लगाया जा सकता है। अबतक का सबसे बड़ा जुरमाना $22.5 मिलियन का है जिसे Google ने 2012 में समझौते के बाद दिया है। वहीँ अगर FTC और Facebook के सेटलमेंट नहीं होता है तो FTC फेसबुक को कोर्ट भी ले जा सकती है।