दुनिया भर में मांग में वृद्धि के साथ, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सेवा अब बाजार में बड़े खिलाड़ियों के लिए नया खेल का मैदान बन गया है। अभी हाल ही में टेलीकॉम ऑपरेटर रिलायंस जियो ने भारत में Jio Meet नामक वीडियो कॉलिंग प्लेटफॉर्म पेश किया था, और अब इसके प्रतिद्वंद्वी यानी भारती एयरटेल की ओर से भी ऐसा सामने आ रहा है कि यह भी भारत में अपना एक विडियो कॉन्फ्रेंसिंग एप्प लॉन्च करने की तैयारी कर रहा है।
एयरटेल की वीडियो कॉलिंग सेवा शुरू में स्टार्टअप्स और उद्यमों के लिए शुरू की जाएगी और अन्य मौजूदा सेवाओं जैसे ज़ूम, माइक्रोसॉफ्ट टीम्स और गूगल हैंगआउट से बिलकुल भिन्न होने वाली है। यह मोबाइल और डेस्कटॉप दोनों पर उपयोग करने के लिए उपलब्ध होगा और उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा के लिए प्रमाणीकरण के लिए कई लेयर्स के साथ आने वाला है।
हालाँकि एयरटेल ने अभी तक आधिकारिक तौर पर देश में वीडियो कॉलिंग सेवा लाने की अपनी प्लानिंग के बारे में कोई भी नहीं कहा है, और ही इसपर कोई टिप्पणी की है, लेकिन इस प्लानिंग से जुड़े एक व्यक्ति ने ईटी टेलीकॉम को बताया, “हम बहुत जल्द ही एक एकीकृत वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग टूल सहित कई एंटरप्राइज़-ग्रेड उत्पादों को लॉन्च करने के करीब हैं।"
"एयरटेल सुरक्षा के उच्च स्तर पर ध्यान केंद्रित कर रहा है क्योंकि प्रोडक्ट की यूएसपी साइबर सुरक्षा का मसला इस समय सबसे बड़ा बन गया है, इसके अलावा हम देख रहे है कि लोग इस समय अपने घरों से ही काम करना पसंद कर रहे हैं।"
प्लानिंग से जुड़े इस व्यक्ति ने ऐसा भी कहा है कि, “बहुत सारे ग्राहक हमारे डेटा के बारे में सवाल पूछते हैं कि हमारे डाटा को क्या हो रहा है, और मुझे कहां से सेवा दी जा रही है? एयरटेल के प्रमुख लाभों में से एक डेटा स्थानीयकरण और सुरक्षा होने वाले हैं। इसका अर्थ है कि एप्प में बेहतर वीडियो और आवाज की गुणवत्ता को भी शामिल किया जाने वाला है।
यह खबर ऐसे समय में आई है जब भारत सरकार घरेलू तकनीक और ऐप्स को प्रोत्साहित कर रही है। इस दृष्टिकोण के प्रकाश में, इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय ने हाल ही में देश में वीडियो कॉलिंग प्लेटफॉर्म विकसित करने के लिए घर-निर्मित स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए "मेड इन इंडिया" वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग इनोवेशन चैलेंज की शुरुआत की थी।