आजकल स्मार्टफोंस में AI कैमरा आना एक आम बात हो गया है और आपकी तस्वीरों को ऐसा लुक देने में मदद करता है जैसे ये तस्वीरें प्रोफेशनल कैमरा से ली गई तस्वीरें हों। आज हम स्मार्टफोन में मौजूद AI कैमरा के बारे में बात करने जा रहे हैं और देखेंगे कि किस तरह यह फीचर काम करता है और कैमरा को बेस्ट बनाने में मदद करता है।
AI कैमरा में AI आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को परिभाषित करता है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एक सॉफ्टवेयर है जिसे सामान्य तौर पर मानव दिमाग से जुड़े संज्ञानात्मक कार्यों जैसे सोचने, सीखने और समस्या को सुलझाने के लिए मशीनों को संदर्भित करने के लिए किया जाता है।
AI कैमरा फोटोग्राफी डिपार्टमेंट में प्रोफेशनल फोटोग्राफर्स के लिए हैवी लिफ्टिंग करता है। अपने काम की वजह से वो कैमरा सेटिंग्स और इमेज प्रोसेसिंग से जुडी बारीकियों को समझते हैं। ऑटोमेटिक शटर स्पीड और एक्सपोजर, सेचुरेशन, कलर डेप्थ, डायनामिक रेंज और कंट्रास आदि के बारे में आप नहीं जानते होंगे कि ये हैं क्या और करते क्या हैं। एक आम यूज़र नहीं जानता है कि अपर्चर और ISO क्या है या वाइट बैलेंस क्या है? लेकिंग यूज़र्स एक बढ़िया शॉट कैप्चर करना चाहते हैं।
AI कैमरा ऑटोमेटिक सीन रेकोग्नाइज़ करता है। एक बार सही डायरेक्शन में कैमरा को पॉइंट करने पर AI कैमरा ऑटोमेटिक सेटिंग्स को ट्वीक करता है और बेहतरीन शॉट लेता है। सिंपल पॉइंट और शूट से एडवांस सीन के पीछे का काम है। AI कैमरा को पहचानना होता है कि किस तरह के सीन को यह देख रहा है और एक झलक में यह लाइट कंडीशंस को एडजस्ट करता है। बेस्ट इमेज के लिए यह डायनामिक एक्सपोजर, कलर एडजस्टमेंट और कूल इफेक्ट्स को डालता है।
स्मार्टफोन निर्माता इमेज रेकोग्निशन इंजन को डवलप करने के लिए मशीन लर्निंग का उपयोग करता है जो तस्वीरों को लाखों तस्वीरों पर न्यूरल नेटवर्क का उपयोग करता है। इस मशीन लर्निंग से AI कैमरा ऑटोमेटीकली सीन को पहचानता है, उपलब्ध लाइट और बल्कि सीन का एंगल भी पहचानता है। इसका मतलब है आपका कैमरा जानता है कि वह किसी व्यक्ति को देख रहा है, या फ़ूड, प्रकृति, जानवर आदि को देख रहा है। AI कैमरा परफेक्ट शॉट के लिए सबसे उपयुक्त एक्सपोजर और कलर एडजस्टमेंट का चुनाव करता है।
जैसा कि हम जानते हैं स्मार्टफोंस के कैमरा में ऑप्टिकल ज़ूम की कमी रहती है और यही समस्या DSLR कैमरा के साथ भी रहती है। इसलिए AI कैमरा जो भी करता है वह आमतौर पर कंप्यूटरेशनल फोटोग्राफी कहलाता है। साधारणत: यह डिजिटल इमेज प्रोसेसिंग तकनीक है जो अल्गोरिथम का उपयोग करके इमेज क्वालिटी को सुधारती है। इसका सबसे जाना-माना परिणाम फील्ड के डेप्थ को मेनीप्युलेट करना है जिसे Bokeh इफ़ेक्ट (ब्लर) नाम दिया गया है और दूसरा उदाहरण ब्यूटी मोड है जो स्किन से धब्बों को हटा देता है और स्किन को और स्मूथ दिखाता है।
नोट: डिजिट हिंदी अब टेलीग्राम पर भी उपलब्ध है, दिन भर की टेक से जुड़ी ताज़ातरीन खबरों के लिए हमें Telegram पर भी सब्सक्राइब करें!
कैसे अपने बच्चों के लिए बनायें Youtube को सेफ?
IPL 2019: Hotstar, JioTV और एयरटेल टीवी पर देख सकते हैं लाइव स्ट्रीमिंग