डिजिटाइजेशन के इस दौर में हर कोई सोशल साइट्स और ऑनलाइन सुविधा का धड़ल्ले से इस्तेमाल कर रहा है. ऐसे में साइबर क्राइम का मामला भी बढ़ते जा रहा है. कई सिक्योरिटी के बावजूद आए दिन डाटा लीक होने की खबर आती है. हाल ही रिसर्चर्स की एक टीम ने बताया कि 71 करोड़ से भी ज्यादा ई-मेल एड्रेस पासवर्ड्स समेत, फोन नंबर्स की डिटेल्स मिसकन्फिगर्ड स्पैम बोट द्वारा ऑनलाइन लीक हुई थी.
इससे साफ है कि हमारा ऑनलाइन डाटा सुरक्षित नहीं हैं. हर समय इन पर कई हैकर्स की नजर रहती है. ऐसे में जरुरत है सिक्योरिटी का खास ख्याल रखना और समय समय पर पता करते रहना कि आपका डाटा सुरक्षित है या नहीं. अब सवाल उठता है कि कैसे पता करें कि हमारा डाटा सुरक्षित है या नहीं, तो चलिए यहां हम आपको बताते है कि कैसे चेक कर आपका डाटा सुरक्षित है या नहीं.
स्पैम ईमेल भेजकर आपके कम्प्यूटर की सभी जानकारी हासिल की जा रही है. जी हां पेरिस के रिसर्चर बेनकोव ने बताया कि उन्होंने 71 करोड़ से ज्यादा ई-मेल एड्रेसे वाला एक स्पैम ऑनलाइन देखा, जिसका नाम ऑनलाइनर है. ये बोट मेल रीसीव करने वाले यूजर के कंप्यूटर की सभी जानकारी हासिल करने के लिए स्पैम ई-मेल में पिक्सल आकार की फोटोज का इस्तेमाल होता है.रिसर्चर्स की मानें तो इतना बड़ा डाटा लीक शायद पहली बार सामने आया है, इसमें किसी तरह का कोई पैटर्न नहीं देखा गया है.
आपका ई-मेल एड्रेस सिक्योर है या नहीं, ये चेक करने के लिए आपको एक वेबसाइट का इस्तेमाल करना होगा. जिसका नाम है haveibeenpwned.com. इस वेबसाइट को ट्रॉय हंट ने बनाया है. आपको बता दें कि इस वेबसाइट के जरिए यूजर्स ये जान पाएंगे की उनके ई-मेल को कभी हैक किया गया है या नहीं. इसके लिए सबसे पहले यूजर्स को https://haveibeenpwned.com/ लिंक पर जाना होगा. फिर अपना ई-मेल आईडी नीचे दिए गए स्पेस में डालना होगा.
अगर आपके पास Good news — no pwnage found! का मैसेज आता है तो आपका मेल आईडी हैक नहीं हुआ है. वहीं, Oh no! Pwned मैसेज रेड कलर में आता है तो इसका मतलब यह है कि आपका ई-मेल एड्रेस हैक हुआ है. हालांकि हंट ने बताया है कि जो यूजर्स अपनी ई-मेल के लिए टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन फॉलो करते हैं और जिनके पासवर्ड मजबूत हैं वो सभी यूजर्स सुरक्षित हैं.