भारतीय मोबाइल बाजार में कौन सी कंपनी कर रही है राज? जानिये सबकुछ
भारतीय मोबाइल बाजार पर किन मोबाइल कंपनियों का दबदबा है
भारयीय मोबाइल कंपनियां क्या करने वाली हैं आगे?
कैसा होगा आने वाले समय में भारतीय मोबाइल बाजार?
हम इस बात को भली भांति जानते हैं कि देश की जनता में चीन को लेकर आक्रोश है. असल में देश के सिपाही शहीद हुए हैं, ऐसे में आक्रोश तो बनता है। आजकल सभी लोग चाहते हैं कि चीन के प्रोडक्ट्स को फिर इसमें चाहे कुछ भी आता हो देश से बहिष्कृत कर दिया जाए। हम चारों ओर से ऐसे आवाजें सुन रहे हैं, इंटरनेट पर ऐसा एक माहौल बना हुआ है, जिसे देखकर साफ़ नजर आ रहा है कि लोग नहीं चाहते हैं कि वह चीन से आयत किये गए किसी भी प्रोडक्ट को खरीदें। हमने पिछले कुछ समय में ऐसा भी देखा हैं कि चीन के एप्स आदि को भारत में पसंद नहीं किया जा रहा है, जो एप्स कुछ समय पहले तक बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किये जा रहे थे, आज लोगों के मन में उन्हें लेकर भी गुस्सा है।
#boycottchina इस समय इंटरनेट पर ट्रेंडिंग है। हालाँकि आज हम इस विषय में चर्चा करने वाले नहीं है कि आखिर किसका क्या स्टैंड है। इस बारे में पहले ही काफी चर्चा हो रही है। इसके अलावा आज हम आपको बताने वाले हैं कि आखिर भारतीय मोबाइल बाजार पर किन किन मोबाइल कंपनियों का दबदबा है। इसके अलावा कौन सी कंपनी अपने सबसे ज्यादा मार्किट शेयर के साथ सबसे ऊपर है। आप यहाँ देखने वाले हैं कि देश में चीनी मोबाइल कंपनियों ने अपना कब्ज़ा देश में मोबाइल बाजार पर बनाया हुआ है।
अब ऐसे में अगर चीनी सामान को बहिष्कृत किया जा रहा तो हमें यह देखना होगा कि आखिर यह कौन से लोग हैं जो चीनी सामान को खरीद रहे हैं, और जिसके कारण मार्किट शेयर इतने अधिक हैं। साथ ही हमें यह भी देखना होगा कि आखिर वह कौन से लोग हैं जो #boycottchina को बड़े पैमाने पर सपोर्ट कर रहे हैं। हालाँकि हमारा आज का मुद्दा यह नहीं है। आज का हमारा मुद्दा है कि आखिर देश में यानी भारत में मोबाइल बाजार पर आखिर किन कंपनियों ने अपने आप को सबसे ऊपर बनाये रखे हुआ है। हालाँकि इसके अलावा फीचर फोन बाजार पर किसका कब्ज़ा है इस बारे में भी हम चर्चा करने वाले हैं। चीनी स्मार्टफोन कंपनियों को कड़ी टक्कर दे सकती हैं ये 13 भारतीय कम्पनियाँ
स्मार्टफोन बाजार में किसका कब्ज़ा?
आपको बता देते है कि भारतीय मोबाइल बाजार में सबसे ज्यादा हिस्सादारी जिन कंपनियों की है वह Xiaomi, Vivo, Realme और Oppo जैसी चीनी कम्पनियाँ हैं। इस बात की जानकारी काउंटरपॉइंट की रिसर्च में मिलती है। हालाँकि इस लिस्ट में सैमसंग भी है, हम बात कर रहे हैं Q1 2019 से लेकर Q1 2020 के आंकड़ों की। काउंटरपॉइंट की सर्च हमें यह भी बताती है कि 5 बड़ी कंपनियों ने 4 मोबाइल निर्माता चीन से हैं, अब आप देख सकते हैं कि चीन ने हमारे मोबाइल बाजार को किस प्रकार से अपने हाथ में लिया हुआ है। शायद इसी कारण सरकार को भी एक बड़ा निर्णय लेने में देरी हो रही है। असल में चीन के सामान को पूरी तरह से बंद कर देना इन आंकड़ों को देखकर आसान नहीं लगता है। हालाँकि यह सब सरकार का निर्णय है कि आखिर वह क्या करती है। यहाँ आप काउंटर पॉइंट के आंकड़े को देख सकते हैं।
फीचर फोन के मामले में कौन है आगे?
आपको बता देते हैं कि इस रिपोर्ट में ऐसा भी सामने आया है कि फीचर फोन्स की बात करें तो टॉप 5 कंपनियों में दो नाम भारतीय हैं। आपको बता देते हैं कि फीचर फोन बाजार में पहले नंबर पर itel आती है। यह चीनी कंपनी है और बाजार में इसकी हिस्सेदार लगभग 22 फीसदी की है। इसके बाद 15 फीसदी शेयर के साथ LAVA का नाम आता है। हालाँकि इसके बाद सैमसंग, नोकिया और माइक्रोमैक्स जैसी कंपनियों के शेयर आते हैं। यहाँ माइक्रोमैक्स और लावा दोनों ही भारतीय कंपनी हैं। इसके अलावा नोकिया फ़िनलैंड की कंपनी है और सैमसंग साउथ कोरिया से संबंध रखती है। क्या आप जानते हैं इन MADE IN INDIA PHONES के बारे में?
ऐसे समय में कुछ भारतीय कंपनियों ने कुछ बड़े निर्णय लेने की ठानी है, आपको बता देते हैं कि Micromax और कार्बन के ओर से कुछ बड़े निर्णय लेने की खबरें भी आ रही हैं।
Micromax जल्द भारत में लॉन्च कर सकता है नए फोन
Micromax के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर एक यूज़र के रिप्लाई में लिखा गया कि, कंपनी कड़ी मेहनत कर रही है और जल्द ही एक बड़ी पेशकश के साथ वापसी करेगी। एक दूसरे यूज़र के सवाल पर ट्विटर हैंडल से कहा गया कि कंपनी प्रीमियम फीचर्स के साथ डिवाइस तैयार कर रही है जो बजट फ्रेंडली डिवाइस होगा। दिलचस्प बात यह है कि कंपनी का लेटेस्ट फोन iOne Note है जिसे अक्तूबर 2019 में लॉन्च किया गया था।
Gadgets360 की रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी के एक करीबी शख्स का कहना है कि, Micromax जल्द भारत में तीन नए स्मार्टफोंस लॉन्च करने वाला है जो सॉफ्ट लॉन्च का हिस्सा होंगे जो जुलाई में आयोजित किया जाना है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि इन फोंस की कीमत Rs 10,000 के अंदर होगी।
Karbonn सितंबर में भारत में उतार सकता है दो नए फोंस
Karbonn Mobiles लंबे समय से फीचर फोन कैटेगरी पर फोकस कर रहा है लेकिन The Mobile Indian को दिए हालिया इंटरव्यू में कंपनी के एक्ज़ीक्यूटिव डायरेक्टर Sashin Devsarre ने बताया कि कंपनी सितंबर तक दो नए स्मार्टफोंस लॉन्च कर सकती है। उन्होंने यह भी बताया कि इन स्मार्टफोंस की कीमत Rs 10,000 के अंदर होगी।
कंपनी अपने स्मार्टफोंस के लिए नया UI डवलप कर रही है जो भारतीय प्रिफ्रेंस में बदलेगा और डाटा सिक्योरिटी और प्राइवेसी पर ध्यान देगा। अभी इन फोंस के बारे में कोई जानकारी सामने नहीं आई है। कार्बन के ये फोंस क्लीन और रोबस्ट UI पर काम करेंगे जिससे संकेत मिलते हैं कि कंपनी यूज़र एक्सपिरियन्स को बेहतर बनाने पर काम करेगी।
Lava के आगमई फोंस गीकबेंच पर आए नज़र
आगामी Lava Z66 को गीकबेंच लिस्टिंग पर देखा गया है जिससे आधिकारिक लॉन्च का पता चलता है। लिस्टिंग के मुताबिक फोन में 3GB रैम मिलेगी और डिवाइस Android 10 पर काम करेगा। फोन Unisoc प्रॉसेसर द्वारा संचालित होगा इसकी क्लॉक स्पीड 1.20Ghz होगी। Z66 को सिंगल कोर टेस्ट में 153 पॉइंट्स मिले हैं जबकि मल्टी-कोर टेस्ट में 809 पॉइंट्स मिले हैं। इससे अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि यह एंट्री-लेवल फोन होगा।
Lava Mobiles ने Lava Z53 को Android Pie (Go Edition) को फरवरी में लॉन्च किया था और ऐसा हो सकता है कि Z66 भी इस रास्ते पर चलेगा। आने वाले समय में हम इन फोंस के बारे में अधिक जान पाएंगे। ये हैं टॉप 5 भारतीय मोबाइल फोन निर्माता कंपनी, क्या आप जानते हैं इनके बारे में…
जैसा कि माइक्रोमैक्स और कार्बन की ओर से सामने आ रहा है, साथ ही अगर लावा भी कुछ करती है तो आने वाले समय में हम कुछ भारतीय कंपनियों को भारतीय बाजार में फिर से एक नई शुरुआत करने हुए देखने वाले हैं। हालाँकि यहाँ यह भी एक समस्या उत्पन हो जाती है कि चीनी ब्रांड्स में हमें कम कीमत में इतना सब कुछ एक स्मार्टफोन में मुहैया करा दिया है, जिसके बारे में हम सभी भलीभाँती जानते हैं, चीनी कंपनियों ने Rs 10,000-Rs 15,000 और उससे कुछ ज्यादा की कीमत में अपने स्मार्टफोंस में आपको ज्यादा रैम, बेहतर कैमरा, उजली डिस्प्ले, शानदार डिजाईन, दमदार बैटरी और स्टोरेज आदि के अलावा बेहतरीन परफॉरमेंस दे दी है। अब भारतीयों को कहीं न कहीं ऐसे ही कम कीमत वाले बेहतरीन फीचर्स और स्पेक्स से लैस स्मार्टफोंस की आदत हो गई है।
अब ऐसे में अगर यह भारतीय कंपनियों ऐसा करती हैं तो इन्हें बाजार में प्यार जरुर मिलने वाला है। इसके अलावा अगर वह इन सब चीजों के बिना बाजार में आती हैं तो आपको बता देते हैं कि शायद लोग उन्हें इतनी जल्दी स्वीकार करने वाले हैं नहीं है। अगर हम वोकल फॉर लोकल की बात कर रहे हैं तो हमें इन सभी बिन्दुओं को ध्यान में रखकर ही भारतीय मोबाइल बाजार में अपने फोंस को पेश करना होगा। अगर ऐसा नहीं होता है तो समय ही बताने वाला है कि आखिर निकट भविष्य में क्या होने वाला है। आज इस बारे में क्या सोचते हैं हमें कमेंट बॉक्स में जाकर जरुर बताएं।
अश्वनी कुमार
अश्वनी कुमार डिजिट हिन्दी में पिछले 7 सालों से काम कर रहे हैं! वर्तमान में अश्वनी कुमार डिजिट हिन्दी के साथ सहायक-संपादक के तौर पर काम कर रहे हैं। View Full Profile