UK में ‘अस्थाई स्मार्टफोन दृष्टिहीन’ से जुड़े 2 केस आये है. लक्षण के रूप में स्ट्रोक का डर, आकस्मिक भय और 15 मिनट के लिए दृष्टि जाने की बात कही गई है.
क्या आप रात में सोते समय अंधेरे में अपना स्मार्टफोन प्रयोग करते है? जो कि सही नही है? तो, अगर आप ऐसा करते है तो यहाँ हमारे लिए एक बुरी खबर है क्योंकि इसके कारण आपको अस्थाई स्मार्टफोन अंधापन हो सकता है. UK में दो अलग अलग महिलाओं में ये शिकायत पाई गई है.
दरअसल, इस रिसर्च के दौरान दो महिलाओं में ‘ट्रान्सिएन्ट स्मार्टफोन ब्लाइन्डनेस’ के लक्षण मिले हैं. इनमें से एक महिला की उम्र है 22 साल, जबकि दूसरी की उम्र 40 साल है.
महिलाओं ने शिकायत की थी कि बार-बार उनकी आंखों के सामने अंधेरा छा रहा है. इस शिकायत के बाद उनकी MRI स्कैन की गई. हार्ट टेस्ट भी किया गया, लेकिन कुछ खास पता नहीं चल सका. बाद में वे नेत्र रोग विशेषज्ञों के पास गईं.
उन्होंने चिकित्सक को बताया कि वे बिस्तर पर करवट लेकर एक आंख से फोन की स्क्रीन देखती थीं. इस प्रक्रिया के दौरान उनकी दूसरी आंख तकिए में धंसी होती थीं.
एक आंख स्क्रीन की रोशनी के हिसाब से ढली हुई थी और दूसरी अंधेरे के हिसाब से, जैसे ही उन्होंने फोन रखा वे उस आंख से कुछ नहीं देख पाईं, जिससे फोन को देख रही थीं. ऐसा इसलिए क्योंकि दोनों आंखों को तारतम्य बिठाने में कई मिनट लगे.
रिसर्च में उन लोगों को चेतावनी दी गई है जो रात को सोने से पहले स्मार्टफोन पर नजरें गड़ाए होते हैं.