Oppo ने लॉन्च किया भारत का पहला IP69 रेटेड स्मार्टफोन, क्या वाकई ये फोन को नहीं होने देगा खराब? आइए देखें

Oppo ने लॉन्च किया भारत का पहला IP69 रेटेड स्मार्टफोन, क्या वाकई ये फोन को नहीं होने देगा खराब? आइए देखें
HIGHLIGHTS

Oppo India ने भारतीय स्मार्टफोन बाजार में Oppo F27 Pro+ 5G को लॉन्च कर दिया है।

यह फोन भारत में IP69 सर्टिफिकेशन के साथ आने वाला पहला डिवाइस है।

आज हम देखेंगे कि IP69 रेटिंग क्या होती है और इसके फायदे क्या हैं।

Oppo India ने भारतीय स्मार्टफोन बाजार में Oppo F27 Pro+ 5G को लॉन्च कर दिया है। यह फोन भारत में IP69 सर्टिफिकेशन के साथ आने वाला पहला डिवाइस है। कंपनी इसे ‘मॉनसुन रेडी’ बता रही है क्योंकि इसे IP69, IP68 और IP66 तीनों सर्टिफिकेशंस मिले हैं। आप इस डिवाइस को 30 मिनट के लिए 1.5 मीटर तक पानी के अंदर डुबो कर रखा जा सकता है और यह हर दिशा से भारी तापमान वाली पानी की लहरों से भी सुरक्षित है। लेकिन वाकई नया Oppo F27 Pro+ पानी में डुबोने पर खराब नहीं होगा, कंपनी यह इतने दावे से कैसे कह सकती है? यह जानने के लिए आज हम देखेंगे कि IP69 रेटिंग क्या होती है और इसके फायदे क्या हैं या फिर यह किस हद तक डिवाइस को पानी से बचा सकती है। तो चलिए शुरू करते हैं।

IP69 क्या है?

IP69 रेटिंग धूल, भारी तापमान और भारी दबाव वाले पानी से डिवाइस की सुरक्षा करती है- जो प्रोडक्ट्स को ऐसी स्थितियों में इस्तेमाल करने के लिए अनुकूल बनती है जहां चीजों को को सावधानीपूर्वक साफ किया जाना चाहिए।

कई उद्योगों में, जहाँ धूल और गंदगी एक समस्या बन सकती है, वहाँ यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि धूल प्रोडक्ट के आवरण के अंदर न घुसे और उसे खराब न करे। अब तक उपलब्ध सबसे अधिक सुरक्षा IP69K रेटिंग है।

IP69 के फायदे क्या हैं?

ऐसे पर्यावरण जहां भारी धुलाई की आवश्यकता होती है, जैसे कि फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री में, वहाँ पानी, केमिकल्स, भारी दबाव और तापमान इलेक्ट्रॉनिक सर्किट और डिवाइस के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। IP69 रेटिंग पूरी तरह सुनिश्चित करती है कि जिस उपकरण का टेस्ट किया गया है वह टिकाऊ और प्रतिरोधी दोनों है और स्केल पर सबसे अधिक सुरक्षा रेटिंग के बराबर है।

Oppo F27 Pro Plus with IP69 launched

एक प्रोडक्ट को IP69 रेटिंग कैसे मिलती है?

IP69 रेटिंग के साथ आने वाले प्रोडक्ट्स कई सारे चुनौती भरे टेस्ट्स से गुजरना पड़ता है, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि वे भारी दबाव, भारी तापमान वाले पानी और धूल को घुसने से रोकते हैं और डिवाइस को सुरक्षित रखते हैं।

डिवाइस को पानी के साथ कैसे टेस्ट किया जाता है?

वॉटर इंट्रशन टेस्ट प्रोडक्ट को एक टर्नटेबल पर रखकर 5 ±1 चक्कर प्रतिमिनट की रोटेशनल स्पीड के साथ किया जाता है। इसके बाद 176°F/80°C के तापमान पर प्रोडक्ट पर 1160-1450 psi के बीच पानी के दबाव के साथ लगभग 4 गैलन्स/16 लीटर प्रतिमिनट की दर से स्प्रे किया जाता है।

जिस नोज़ल से पानी स्प्रे किया जाता है उसे कई एंगल्स से प्रोडक्ट से 4 से 6 इंच की दूरी पर रखा जाता है। इस मुश्किल टेस्टिंग प्रोसीजर के बाद अगर प्रोडक्ट पूरी तरह पानी को अंदर घुसने से रोकता है तो उसे सफलतापूर्वक रेटिंग दे दी जाती है।

Faiza Parveen

Faiza Parveen

फाईज़ा परवीन डिजिट हिंदी में एक कॉन्टेन्ट राइटर हैं। वह 2023 से डिजिट में काम कर रही हैं और इससे पहले वह 6 महीने डिजिट में फ्रीलांसर जर्नलिस्ट के तौर पर भी काम कर चुकी हैं। वह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक स्तर की पढ़ाई कर रही हैं, और उनके पसंदीदा तकनीकी विषयों में स्मार्टफोन, टेलिकॉम और मोबाइल ऐप शामिल हैं। उन्हें हमारे हिंदी पाठकों को वेब पर किसी डिवाइस या सेवा का उपयोग करने का तरीका सीखने में मदद करने के लिए लेख लिखने में आनंद आता है। सोशल मीडिया की दीवानी फाईज़ा को अक्सर अपने छोटे वीडियो की लत के कारण स्क्रॉलिंग करते हुए देखा जाता है। वह थ्रिलर फ्लिक्स देखना भी काफी पसंद करती हैं। View Full Profile

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