पिछले साल जब LG ने लेज़र-असिस्टेड ऑटो-फोकस कैमरा बाज़ार में पेश किया था तब किसी ने भी इस बात पर गौर नहीं किया होगा. लेकिन इस बात को अब एक साल हो गया है, अब तो वनप्लस और आसुस जैसे कंपनियों ने लेज़र असिस्टेड ऑटो-फोकस टेक्नोलॉजी को नोटिस कर लिया है. आसुस जेनफ़ोन 2 लेज़र के लॉन्च होने के बाद तो 10 हज़ार रूपये की रेंज वाले फोंस सेगमेंट में भी ये टेक्नोलॉजी आ गई है, जबकि वनप्लस 2 ने भी मिड रेंज फोंस सेगमेंट में इस टेक्नोलॉजी को उतार दिया है. अगर बात करें मार्किट में मौजूद प्रमुख फोंस की तो LG G4 के नाम सबसे ऊपर आता है, इस फ़ोन की कीमत ज्यादा है लेकिन इस फ़ोन में जो कैमरा मिलता है वो बाज़ार में मिलने वाले फोंस में सबसे अच्छा कैमरा है, और इसकी वजह है इसमें मिलने वाला लेज़र असिस्टेड ऑटो-फोकस सिस्टम.
यहाँ हमने डिजिट में इस सिस्टम से लैस टेक्नोलॉजी वाले फोंस की आपस में तुलना की है. हमने यहाँ ये जाने की कोशिश की है की आखिर लेज़र-असिस्टेड ऑटो-फोकस सिस्टम कितना तेज़ हो सकता है. इसलिए हमने लेज़र ऑटो-फोकस सिस्टम वाले तीन फोंस की तुलना की है. ये विडियो दिखता है की हमने इन फोंस के साथ क्या-क्या टेस्ट किए हैं.
रॉकिंग टेस्ट
इस टेस्ट में हमने एक स्थिर वस्तु के सामने फ़ोन को रॉक (rocked) करके देखा यानि की फ़ोन को एक खास तरीके से हिलाकर देखा, जिससे की कैमरा फोकस खोता है और फिर दोबारा पता है. यहाँ हमने जानने की कोशिश की है की आखिर कौन सा कैमरा कम’ समय में स्थिर वस्तु पर फोकस कर पता है.
जहाँ तीनों ही कंपनियों अपनी एड्स में ये दावा करती हैं की उनका फ़ोन एक सेकंड के 1/30 हिस्से में ही स्थिर वस्तु पर फोकस कर लेते हैं, वहीँ हमने पाया की LG G4 इन दोनों फोंस के मुकाबले में ज्यादा जल्दी फोकस कर लेता है. लेकिन साथ ही वनप्लस 2 और आसुस जेनफ़ोन 2 लेज़र भी LG से ज्यादा पीछे नहीं हैं.
डिस्टेंस टेस्ट
डिस्टेंस टेस्ट के तहत हमने तीन अलग-अलग वस्तुओं को अलग-अलग दूरियों पर रखा और इन तीनों फोंस को एक एक करके एक जगह पर रखा कर देखा. इससे हमें ये जानने को मिला की इन फोंस के लेज़र ऑटो-फोकस सिस्टम स्थिर रहने पर अलग-अलग दूरी पर रखी चीजों पर फोकस करने पर किस तरह से परफॉर्म करते हैं.
हमारे इस टेस्ट में भी एलजी G4 ही विजेता बना और उसने वनप्लस 2 और आसुस जेनफोन 2 लेज़र को पीछे छोड़ दिया. एलजी G4 में मिलने वाला f/1.8 अपर्चर बढ़िया बोकह इफ़ेक्ट देता है. ये तीनों फोंस क्लोज-अप शॉट्स बहुत ही अच्छे से लेते है और यहीं लेज़र असिस्टेड ऑटो-फोकस सिस्टम काम आता है.
मूविंग ऑब्जेक्ट टेस्ट
इस टेस्ट में हमने कैमरे को एक स्थिर जगह पर रखा और वस्तु को आगे-पीछे और कैमरे से पास-दूर करके देखा. इस टेस्ट में कैमरे को बार-बार अपना फोकस बदलना पड़ा, क्योंकि वस्तु का स्थान बार-बार बदल रहा था.
हमारे इस टेस्ट में भी एलजी G4 ही विजेता बना, वो बाकि दोनों फोंस से फ़ास्ट निकला, लेकिन इसकी वजह इस फ़ोन का फास्टर कैमरा प्रोसेसिंग इंजन भी हो सकता है.
निष्कर्ष
हमने इस टेस्ट में पाया की एलजी का लेज़र ऑटो-फोकस सिस्टम बाकि दोनों फोंस के मुकाबले काफी तेज़ है लेकिन साथ ही एलजी की कीमत भी इन फोंस से ज्यादा है. ये तीनों ही फोंस बहुत ही जल्दी फोकस कर लेते हैं, हालाँकि इनको एक साथ रखने पर इनमें अंतर कर पाना काफी मुश्किल है. इन फोंस के प्रोसेसिंग पॉवर भी इनकी स्पीड के लिए जिम्मेदार है. हालाँकि एलजी G4 इन दोनों फोंस से आगे है लेकिन आप इन फोंस में से भी किसी एक को चुन सकते हैं, और अगर आपका बजट काम है तो आप आसुस जेनफोन 2 लेज़र को चुन सकते हैं क्योंकि इसकी कीमत है 9999 रूपये.