कैसे श्याओमी ने हमें निराश किया? चलिए जानते हैं कुछ मुख्य कारण

Updated on 21-May-2015
HIGHLIGHTS

श्याओमी Mi3 एक ऐसा स्मार्टफ़ोन था जिसने भारतीय बाज़ार को ऊँचाइयों पर पहुंचा दिया था, पर इसके बाद चीजें उस तरह की नहीं रही हैं.

विघटनकारी, वैल्यू फॉर मनी, गेम को बदलने वाला, यह कुछ शब्द हैं जो हम चीन की स्मार्टफ़ोन निर्माता कंपनी श्याओमी के साथ जोड़ते हैं, काफी समय से. चलिए अब एक मिनट के लिए पीछे इतिहास पर नज़र डालते हैं और देखते हैं कि क्या वाकई यह सब सही है या नहीं. क्या हमने गलत कहा? सबसे पहले हम सैमसंग को अपने डिजाईन में इनोवेशन की कमी और एचटीसी के साथ भी हमने उसके M9 स्मार्टफ़ोन में भी देखा. एक उपभोक्ता होने के नाते, हम चाहते हैं कि कम्पनियां समय के साथ अपने आप में भी बदलाव करें हमें कुछ नया प्रदान करें. हम कुछ इंक्रीमेंटल अपडेट्स से संतुष्ट हो जाते हैं पर केवल अपडेट्स से नहीं.

श्याओमी ने भारतीय बाज़ार में पिछले साल ही कदम रखा है, और इसके भारतीय स्मार्टफ़ोन मार्केट में अपनी शुरूआत अपने Mi3 स्मार्टफ़ोन से करी. इस स्मार्टफोन ने हमारी मानसिकता को बदल कर रख दिया फिर चाहे वह बजट के मामले में हो या अफोर्डेबल सेगमेंट के मामले में. और सबसे बड़ी बात, आज श्याओमी का Mi3 स्मार्टफ़ोनआज एक सबसे किफ़ायती स्मार्टफ़ोन कहा जा सकता है.

श्याओमी Mi3 अनोखा मामला

इस पार्ट से बहुत से लोग नाख़ुश हो सकते है, पर यह सही है, इस लेख का मुख्य कारण ही श्याओमी Mi3 है और श्याओमी की सभी परेशानी का भी. श्याओमी का Mi3 स्नेपड्रैगन 800 प्रोसेसर है, जो आप केवल किसी हाई-एंड सेगमेंट से ही आशा कर सकते हैं, इसके साथ ही इसकी कीमत भी आपकी सोच से परे है. इस डिवाइस की कीमत महज़ Rs. 14,990 है. हम खुश थे, आप पढने वाले और इस खरीदने वाले भी खुश थे, इसके साथ ही कम्पनी भी इसकी सफलता को देखते हुए काफी खुश थी, कम्पनी ने अपना स्मार्टफ़ोन दुनिया की एक सबसे बड़ी स्मार्टफोंस मार्किट में उतार दिया था.

निराशा #1: Mi3 की सेल बंद कर दी गई

लगभग कुछ हफ़्तों की फ़्लैश सेल के बाद श्याओमी ने यह निर्णय लिया की अब भारतीय बाज़ार में Mi3 नहीं बेचा जाएगा, और इसके साथ ही जो लोग इसे खरीदना चाहते थे और खरीद नहीं पाये उनका गुस्सा बड़े पैमाने पर भड़कने लगा. हालाँकि लोगों को इस बात की चिंता थी कि श्याओमी इस मामले में उनकी सपोर्ट करेगा या नहीं, पर श्याओमी ने उनकी इस बात को हाथों हाथ लिया और उनसे वादा भी कर डाला.

इसके बाद श्याओमी Mi3 फ़िर से एक बार बाज़ार में दिखाई दिया, पर ऐसे जैसे आपने पलक झपकी हो और यह मौक़ा आपके हाथ से निकल गया.

आगे क्या हुआ?

Mi3 को ही फॉलो करता हुआ, जल्द ही बजट रेडमी 1एस स्मार्टफ़ोन लाया गया. और इसके साथ ही यह नया स्मार्टफ़ोन Mi3 के जैसे ही बढ़िया और हाई-एंड स्पेक्स आपको ऑफर कर रहा था. और इसके साथ ही एक वादा भी किया गया कि Rs. 7000 के सेगमेंट में आपको इस तरह की परफॉरमेंस देने वाला स्मार्टफोन और कहें नहीं मिलेगा.

निराशा #2: क्या इसे वितरित किया जाएगा?

कहा जा सकता है हाँ भी और न भी. रेडमी 1एस में एक कैमरा था, जो इस सेगमेंट में उस तरह का काम नहीं कर रहा था जैसा उसे करना चाहिए था. इसके साथ ही कहा जा सकता है कि यह पेपर्स पर था, कि मोटो जी (फर्स्ट जेन) बढ़िया परफॉरमेंस ऑफ़र करता है और मोटो ई (फर्स्ट जेन) कीमत. इसके साथ ही बहुत से लोगों ने इसके जल्द गर्म होने की भी शिकायत करना आरम्भ कर दिया. और इसके साथ ही यह स्पेक्स शीट में ही उतना बढ़िया नहीं था. इसके साथ ही श्याओमी ने जल्द ही एक्शन लेते हुए, एक OTA कनेक्शन इस कमी को दूर करने के लिए भेज दिया.

इसे साफ करना जरुरी है कि श्याओमी रेडमी 1एस एक बेकार स्मार्टफ़ोन नहीं है. पर जैसा कि हमने अपने रिव्यु में कहा था, यह उस तरह का स्मार्टफ़ोन नहीं है जैसा Mi3 था. .

अब एक फ्लैगशिप आई…

रेडमी नोट को अगर छोड़ दें, जो कुछ कानूनी मामलों में फंस गया था और उसे माइक्रोमैक्स से भी कड़ी टक्कर मिल रही थी. श्याओमी का अगला एक बड़ा और महत्त्वपूर्ण फ़ोन था श्याओमी Mi4, यह उस समय कंपनी का एक फ्लैगशिप स्मार्टफ़ोन था. यह स्नेपड्रैगन 801 प्रोसेसर पर काम करता था, और इसके साथ ही इसमें 3GB की रैम और 13 मेगापिक्सेल के कैमरा के साथ और भी बहुत कुछ था.

 

निराशा #3:

यहाँ केवल एक समस्या थी, इससे पहले ही यह सब कुछ एक दूसरे डिवाइस वनपलिस वन में आ चुका था. इसमें और ज्यादा क्या है श्याओमी Mi4 आपको 16GB इंटरनल स्टोरेज के साथ मिल रहा था, और साथ ही यह वनप्लस वन से महज़ Rs. 2,000  रुपये सस्ता था, जो कि आपको 64GB की स्टोरेज दे रहा था. और जब श्याओमी ने अपने Mi4 का 64GB वर्ज़न लॉन्च किया Rs. 23,999 में तब वनप्लस वन की कीमत Rs. 21,999 थी.

हाँ यहाँ अब साफ दिख रहा है कि चीजें बहुत फैमिलीयर स्थान पर पहुँच गई हैं. आज वनप्लस वन Mi4 के 16GB वर्ज़न से लगभग Rs. 1,000 रुपये महँगा है. पर यह ओरिजिनल रूप में Rs. 17,999 में लांच हुआ था जहां Mi4 Rs. 19,999 में हुआ था.

अब आगे..

अब से हम श्याओमी से दो चीजों की आशा करते हैं- पहली है परफॉरमेंस और दूसरी है कीमत. चलिए अब चलते हैं, श्याओमी Mi 4i की ओर. यह एक दूसरा डिवाइस है जिसमें Mi3 के जैसे सभी स्पेक्स हैं, साथ ही इसकी कीमत भी बढ़िया है. श्याओमी ने इसके लॉन्च के लिए भारत में जितना बड़ा इवेंट किया उतना शायद आज तक नहीं हुआ होगा.

निराशा #4: हालाँकि श्याओमी के पिछले अन्य फोंस की तरह Mi 4i में भी कुछ नया नहीं है. इस स्मार्टफ़ोन में स्नेपड्रैगन 615 प्रोसेसर है, जो यू यूरेका में पहले से ही है और इसकी कीमत Rs. 8,999  है. Mi 4i में 13 मेगापिक्सेल का रियर कैमरा है जो फिर से यू यूरेका से मेल खाता है, और इसके साथ ही रेडमी नोट से भी. इसके साथ ही इसमें 2GB रैम है जो आपको बहुत से स्मार्टफ़ोन में मिल जायेगी.

तो फिर श्याओमी Mi 4i में क्या खास है, क्या इसकी बनावट. जैसा कि हमें अपने रिव्यु में लिखा है, श्याओमी की बढ़िया और स्लिम बनावट है इसके साथ ही इसमें एक बड़ी बैटरी भी है. इस बात से किसी को कोई फर्क नहीं पड़ता कि इस स्मार्टफ़ोन में नया क्या है. क्योंकि हम सभी अच्छी तरह से वाकिफ हैं कि श्याओमी अपने प्रोसेसर के माध्यम से बढ़िया परफॉरमेंस प्रदान करता है.

शायद पहली दफ़ा, श्याओमी Mi 4i उसकी डिस्प्ले के लिए अनुशंसित किया जा रहा है. हाँ इसका कैमरा बढ़िया है, पर यह श्याओमी में अब तक आये कैमरा से बढ़िया नहीं कहा जा सकता.

क्यों श्याओमी कहता रहा है कि यह उसका सबसे बढ़िया डिवाइस है और क्या कारण हैं कि हम इससे निराश हुए हैं

हालाँकि श्याओमी Mi3 कुछ समय के लिए ही बेचा गया, और श्याओमी ने इस स्मार्टफ़ोन के साथ लोगों से एक प्रॉमिस भी कर दिया. और यह वादा था, ऐसे स्मार्टफोंस आप तक पहुँचाना जो अपने वजन से जाने जाते हों. हालाँकि हर कंपनी अपने डिवाइस के बारे में अच्छी चीजें की कहती है, श्याओमी अब भी बेस्ट-इन-क्लास डिवाइस में मामले में उपस्थित है.

अगर श्याओमी पर एक नज़दीकी नजर डाली जाए तो कंपनी ने अभी वो हासिल नहीं किया है जो हम उससे आशा कर रहे थे. सेल के आंकड़े कंपनी दिखा सकने में सक्षम है. और इसके साथ ही यह अपनी दूसरी फ़्लैश सेल को मेंटेन करने में लगी है.

जब इसने भारत में अपने व्यापर की शुरुआत की थी, श्याओमी अकेली खड़ी थी, और वो सब कर रही थी जो दूसरी कम्पनियां सोच भी नहीं पा रही थी. इसके साथ ही माइक्रोमैक्स के यू ब्रांड ने Mi स्मार्टफोंस को कड़ी टक्कर दी, इसके साथ ही आसुस ज़ेनफोन 2 और वनप्लस वन ने भी. अगर आसुस ज़ेनफोन 2 (2GB रैम) की इससे तुलना करें तो यह परफॉरमेंस के मामले में कुछ कम रह जाता है, पर वनप्लस वन इससे आगे निकल जाता है.

यह कहानी बिलकुल सैमसंग की कहानी से मेल खाती है. यह भी अपने समय में वह सब कर रही थी जो बाकी कम्पनियां सोच भी नहीं सकती थी. यहाँ एक चीज़ सबसे ज्यादा ध्यान रखने वाली है कि श्याओमी ने बाकी स्मार्टफ़ोन निर्माता कंपनियों को कुछ नया करने के लिए प्रेरित किया, और इसमें कोई शक भी नहीं होना चाहिए. जैसे कि मोटोरोला को बजट सेगमेंट में क्रांति लाने वाला जनक माना जाता है. श्याओमी मी पैड के आने के बाद भी कोई ऐसा डिवाइस अब तक नहीं आया है जो श्याओमी Mi3 से टक्कर ले सके यह उसके जैसे स्पेक्स या परफोर्मेंस दे सके. हालाँकि रेडमी 2 एक बढ़िया स्मार्टफ़ोन है, पर इसमें केवल कुछ ही इंक्रीमेंटल अपडेट्स किये गए हैं. और कैसा कि हमने इस लेख की शुरूआत में कहा था, हम इसे एक बढ़िया फ़ोन के रूप में स्वीकार करेंगे. इस सब के अलावा, श्याओमी का कोई भी डिवाइस वो सब नहीं दे पाया जो Mi3 में था.

श्याओमी अब आपकी बारी है.

Hardik Singh

Light at the top, this odd looking creature lives under the heavy medication of video games.

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