कम्पेरिज़न: Xiaomi Mi A1 vs Moto G5S Plus

कम्पेरिज़न: Xiaomi Mi A1 vs Moto G5S Plus
HIGHLIGHTS

Xiaomi Mi A1 और Moto G5S Plus दोनों ऐसे फोंस हैं जो स्टॉक एंड्राइड और डुअल कैमरा सेटअप के साथ आते हैं.

क्या आपका फोन प्योर, सिक्योर और ऑलवेज अप टू डेट है? वास्तव में यह Nokia का वादा है, लेकिन सभी स्टॉक एंड्राइड पर आधारित स्मार्टफोन इसका दावा करते हैं. कई सालों तक कस्टम इंटरफेस को बढ़ावा देने के बाद कंपनियों को अब महसूस होने लगा होने लगा है कि ज़्यादातर स्टॉक एंड्राइड सॉफ्टवेर खरीदा जाता है. हाल ही में यह Xiaomi को महसूस हुआ. जब आप स्टॉक एंड्राइड फोन बनाते हैं तो सीधे Motorola के प्रतियोगी बन जाते हैं. 

जहाँ तक स्पेसिफिकेशंस को देखा जाए, Xiaomi Mi A1 और Moto G5S Plus समान डिवाइसेज़ हैं. ये स्टॉक एंड्राइड सॉफ्टवेर पर काम करते हैं, एक जैसा चिपसेट, एक जैसी बैटरी, डिस्प्ले और डिस्प्ले रेजोल्यूशन से लैस हैं. दोनों ही फोंस की कीमत भी एक ही है.  

आप कैसे निर्णय लेंगे की कौन-सा फोन खरीदा जाए? इस कम्पेरिज़न को पढ़ें. 

बिल्ड और डिज़ाइन 

अगर आप डाइमेंशन की तुलना करते हैं, तो इन दोनों डिवाइसेज़ को अलग कर दिया जाता है. दोनों फोंस की लम्बाई बराबर है, चौड़ाई और वज़न बराबर है. Mi A1 स्मार्टफोन G5S Plus से 2mm लम्बा और 3 ग्राम भारी है, लेकिन यह बहुत बढ़ा अंतर नहीं दिखता है. दोनों ही फोंस में मैटेलिक बॉडी दी गई है जो इन्हें और भी एक जैसा बनाता है. 

हम लुक के नज़रिए से Mi A1 को पसंद करते हैं, लेकिन Moto G5S Plus का मैटेलिक डिज़ाइन काफी मज़बूत लग रहा है और दिखने में यह खोखला नहीं लग रहा है, इसलिए हम Mi A1 के सामने G5S Plus को पसंद करते हैं. अच्छे डिज़ाइन के मामले में Moto G5S Plus आगे है. 

डिस्प्ले

यह इस तुलना का दूसरा टाय होगा, लेकिन Motorola यहाँ आगे रहता है. क्योंकि, Mi A1 की तुलना में Moto G5S Plus ज़्यादा अच्छा टच एक्सपीरियंस देता है. फोन को टच करते ही आप तेज़ रिस्पोंस चाहते हैं, लेकिन Mi A1 के स्टिकी स्वाइप्स इसे कम मनपसंद बनाते हैं. 

दोनों ही फोंस मिलता-जुलता कलर रिप्रोडक्शन, परिपूर्णता और कंट्रास ऑफर करते हैं. न ही AMOLED लेवेल काला है और कंट्रास भी ठीक है, जबकि रंगों में “पॉप” की कमी है. अगर आप वाइब्रेंट डिस्प्ले वाला फोन चाहते हैं तो यह परफेक्ट नहीं है, लेकिन जो लोग अच्छा वीडियो व्यू चाहते हैं उन्हें ये पसंद आएगा. 

परफॉरमेंस

Motorola और Xiaomi, दोनों ने ही कुछ ऐप्स इंस्टॉल किए हैं, दोनों ही स्टॉक एंड्राइड पर चलते हैं, लेकिन क्वॉलकॉम स्नैपड्रैगन 625 चिपसेट और 4GB रैम की बदौलत दोनों की परफॉरमेंस मेल खाती है. दोनों की ग्राफ़िक परफॉरमेंस मेल खाती है, मतलब गेम्स और बढ़े ऐप्स लोड होने में बराबर समय लेंगें, लेकिन इन-ऐप उपयोगिता पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा.

इनकी बैकग्राउंड एक्टिविटी मेल खाती है, दोनों डिवाइसेज़ में ऐप्स एक ही समय में खुलते हैं. दोनों ही फोंस में डुअल-कैमरा सेटअप के लिए कैमरा सॉफ्टवेयर को ट्वीक किया है, लेकिन दोनों ही फोंस के कैमरे खुलने में एक जैसा समय लेते हैं. हालाँकि, Mi A1 तस्वीरें खींचने में थोड़ा तेज़ है. 

परफॉरमेंस के अनुसार दोनों फोंस को अलग नहीं किया जा सकता है. दोनों ही फोंस गेमिंग के दौरान थोड़े गर्म हो जाते हैं, लेकिन हीटिंग के रीज़नेबली लेवेल्स के अन्दर ही रहते हैं. स्नैपड्रैगन 625 लगातार हीट, थर्मल और बैटरी का बैलेंस बनाए रखता है. 

बैटरी

जैसा कि शुरुआत में बताया था, दोनों ही फोंस की बैटरी एक ही साइज़ की हैं. बैटरी में कुछ सॉफ्टवेयर, प्रोसेसर और डिस्प्ले साइज़ की वजह से इनकी बैटरी लगभग एक जैसी है. दोनों फोंस को सुबह से शाम तक आसानी से इस्तेमाल किया जा सकता है, लेकिन आपको हर रात इसे चार्ज करना पड़ेगा. ज़्यादा फोन इस्तेमाल करने वाले लोगों को इसे ज़्यादा चार्ज करना पड़ सकता है, लेकिन ऐसा सिर्फ तब होगा जब आप घंटों तक फोन इस्तेमाल करते हैं या बहुत ज़्यादा वीडियो शूट करते हैं. 

हम भविष्य में अच्छी बैटरी लाइफ की आशा करते हैं, लेकिन बैटरी टेक्नोलॉजी अन्य चीज़ों की तरह बढ़ती हुई नहीं लग रही है. 

कैमरा

अगर कैमरे की बात करते हैं तो दोनों फोंस में अंतर नज़र आता है. Xiaomi ने कैमरे में प्रीमियम वाइड एंगल-टेलीफ़ोटो कॉम्बिनेशन शामिल किया है. दूसरी तरफ, Moto G5S Plus में RGB+मोनोक्रोम कॉम्बिनेशन और कैमरा ऐप में सॉफ्टवेर ड्राईवर डेप्थ मॉड शामिल किया है. दोनों ही फोंस के बैक पर 13MP का डुअल कैमरा सेटअप दिया गया है.  

रेगुलर शूटिंग

Mi A1 का कैमरा ज़्यादा बेहतर है. यह फोन हाई लेवल की डिटेल्स और सही कलर्स प्रोड्यूस करते हैं. कम रोशनी की तस्वीरों में, Mi A1 ज़्यादा डिटेल्स जनरेट करता है, हालाँकि कुछ जगह यह कलर बैलेंस खो देता है. Moto G5S Plus कम रोशनी में सही कलर प्रोड्यूस नहीं करता है और नेचुरल से थोड़ी हल्की टोंस चुनता है. कुछ लोगों को यह आकर्षक लगता है लेकिन विजिबल नॉइज़ (लोवर-ग्रेड सेंसर्स की बदौलत) अनिवार्य है. 

100% crop of photos taken by the Moto G5S Plus (left) and Xiaomi Mi A1 (right)

Daylight shot where the Moto G5S Plus (right) messes up the colours against the Mi A1's true to source photo (left)

Original Image, shot indoors in natural light

100% crop of images taken by Moto G5S Plus (left) and Xiaomi Mi A1 (right)

Photo taken indoors, in incandescent light using the Moto G5S Plus (left) and Xiaomi Mi A1 (right)

खासतौर से जब आप HDR मॉड का इस्तेमाल करते हैं तो Mi A1 से ज़्यादा Moto G5S Plus का मोनोक्रोम+RGB कॉम्बिनेशन ज़्यादा अच्छे कलर प्रोड्यूस करता है. 

डेप्थ इफेक्ट्स

स्मार्टफोन के कैमरों में Bokeh या डेप्थ इफ़ेक्ट नई चीज़ है. Apple ने इस फीचर को पेश किया था और उसके बाद कई ब्रांड्स ने इस कम कीमत की फोंस में शामिल किया. Moto G5S Plus और Mi A1 दो सबसे ज़्यादा प्रसिद्ध फोंस हैं जो बोकेह इफेक्ट्स प्रोड्यूस करते हैं.

हालाँकि, Moto G5S Plus बिना टेलीफ़ोटो लेंस की मदद के ज़्यादा काम सॉफ्टवेयर के द्वारा ही करता है. परिणाम यह निकलता है कि, तस्वीरें नेचुरल नहीं लगती हैं. G5S Plus डेप्थ इन्फोर्मेशन के लिए दूसरे सेंसर का इस्तेमाल करता है, लेकिन Mi A1 का टेलीफ़ोटो लेंस ज़्यादा अच्छा है. फोंस का बैकग्राउंड ब्लर DSLR की तस्वीरों से तो मेल नहीं कर पता है, लेकिन Mi A1 का बोकेह मॉड सोशल मीडिया के प्रोफाइल फ़ोटोज़ के लिए अच्छी तस्वीरें देता है. 

Mi A1 ज़्यादा अच्छे एज डिटेल्स देता है, जबकि इस एस्पेक्ट में फोन ज़्यादा अच्छा नहीं है. लेकिन अगर आप इस एस्पेक्ट कैमरा को ध्यान में रखते हुए एक बजट डिवाइस खरीद रहे हैं, तो Mi A1 वास्तव में एक अच्छा विकल्प है. 

ज़ूम

Mi A1 का टेलीफ़ोटो लेंस बेहतर ज़ूमिंग कैपबिलिटीज़ भी ऑफर करता है. Xiaomi के फ़ोन में व्यूफाइंडर पर 1x-2x बटन मौजूद हैं, जहाँ से आप सही से ज़ूम कर सकते हैं. Moto में आपको ज़ूम को पिंच करना होगा और यह डिजिटली ज़ूम होगा. अंतिम परिणाम में Mi A1 ज़्यादा डिटेल्स और ऑप्टिकल जूमिंग कैपबिलिटीज़ प्रोड्यूस करता है. 

Original image, shot without zoom.

2x zoom shot using Moto G5S Plus (left) and the Xiaomi Mi A1 (right)

ऐप और उपयोगिता

जहाँ दोनों कंपनियों ने डुअल कैमरा सेटअप के लिए कैमरा ऐप में बदलाव किए हैं, G5S Plus तस्वीरों को प्रोसेस करने में ज़्यादा समय लेता है, जो थोड़ा परेशान करता है. दोनों ही फोंस कम रोशनी में शूटिंग के दौरान फोकस करने में धीमे पड़ जाते हैं, लेकिन अन्य कंडीशन में Xiaomi का फोन अच्छा काम करता है. कुल मिलाकर, Xiaomi एक बार फिर से इस तुलने में आगे रहता है. Xiaomi का यह फोन फ़ोटोज़ को तेज़ प्रोसेस करता है और व्यूफाइंडर पर ज़ूम और पोर्ट्रेट मॉड बटन इसे इस तुलना में आगे रखते हैं.  

बॉटमलाइन 

दोनों फोंस का कैमरा इनके बीच एक बड़ा अंतर लाता है. अगर आप डुअल कैमरा फोन चाहते हैं तो Mi A1 आपके लिए बेहतर है. Moto G5S Plus बनाया गया डिवाइस है और कई तरह Mi A1 से मेल खाता है, लेकिन यह एंड्राइड वन फोन नहीं है. Motorola ने अपने पुराने फोंस को एंड्राइड N और O अपडेट देने की बात कही थी, ऐसा लगता है “प्योर, सिक्योर और ऑलवेज उप टू डेट” रहने के लिए एंड्राइड वन फोन एक बेहतर शॉट है, और फिर Google ने खुद Mi A1 को एंड्राइड N और O अपडेट देने का वादा किया है. 

Aafreen Chaudhary

Aafreen Chaudhary

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