Android दुनिया का सबसे लोकप्रिय मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम (Mobile Operating System) है। एंड्रॉइड स्मार्टफोन यूजर (Android Smartphone Users) मार्केट में सबसे ज्यादा लोकप्रिय हैं और इसलिए हैकर्स इस ऑपरेटिंग सिस्टम (Android Operating System) को आसानी से हैक कर सकते हैं। साथ ही एंड्राइड फोन (Android Phone) के फायदे को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। अगर आप भी एंड्रॉयड फोन (Android Phone) का इस्तेमाल कर रहे हैं और इसकी सुरक्षा के बारे में सोच रहे हैं तो आइए देखें कि फोन को सुरक्षित रखने के लिए आप क्या कर सकते हैं? आज हम आपको बताने वाले हैं…! यह भी पढ़ें: मार्किट में इन 5 Jio प्लान्स ने मचा दिया है हंगामा, देखें कैसे Airtel-Vodafone को मिली मात
इसे सुरक्षित रखने के लिए आपको अपने फोन की नियमित जांच करनी चाहिए। फोन में कई ऐप इंस्टॉल हैं जो शायद ही कभी या कभी इस्तेमाल नहीं किए जाते हैं। इन ऐप्स को फोन से करें डिलीट इनमें से कई ऐप फोन के बैकग्राउंड में अपने आप चलते हैं और आपकी निजी जानकारी की तस्करी करते हैं। यह भी पढ़ें: केवल Rs 13000 से भी कम में दमदार 7000mAh की बड़ी बैटरी ऑफर करता है यह स्मार्टफोन
Google, Facebook और अन्य खातों की सुरक्षा के लिए टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन का उपयोग करें। यह भी पढ़ें: Airtel vs Jio vs Vi vs BSNL के सबसे सस्ते प्लान्स हैं ये, कीमत जानकर पड़ जायेंगे हैरानी में
अपने फोन की सेटिंग में जाएं और "अज्ञात ऐप इंस्टॉल करें" विकल्प को बंद कर दें। यदि आप यह सेटिंग करते हैं, तो फोन में कोई एपीके फ़ाइल डाउनलोड नहीं की जा सकती है। साथ ही ऐप को फोन के बैकग्राउंड में इंस्टॉल नहीं किया जा सकता है। यह भी पढ़ें: इंतज़ार ख़त्म! आज लॉन्च हो रहा है 6000mAh बैटरी वाला सबसे हल्का Redmi 10 Prime, जानें फीचर्स और कीमत
फोन में कोई भी ऐप इंस्टॉल करने से पहले यह सुनिश्चित कर लें कि वह असली है या नहीं। Android फ़ोन पर केवल Google Play Store से इंस्टॉल करें। किसी अन्य थर्ड पार्टी स्टोर या वेबसाइट से एपीके फाइल डाउनलोड करके ऐप को इंस्टॉल न करें। यह भी पढ़ें: Amazon Sale: भारी डिस्काउंट के साथ खरीदें आज 4K अल्ट्रा HD TV
अपने फोन में एंटी-वायरस ऐप लगाएं और उस एंटी-वायरस ऐप को डाउनलोड करने से पहले उसकी रेटिंग अच्छी तरह जान लें। ध्यान रखें कि जिस तरह एक एंटीवायरस ऐप आपके फोन पर मैलवेयर-वायरस के हमलों को रोक सकता है, उसी तरह यह हैकर्स को आपके फोन से कोई भी जानकारी चोरी करने की अनुमति नहीं देता है। यह भी पढ़ें: Jio यूजर्स कर लेंगे ये रीचार्ज तो हो जाएगी एक साल की टेंशन खत्म, मिल रहा है 740GB तक डाटा
फोन का हर ऐप कुछ जानकारी इस्तेमाल करने की इजाजत मांगता है। फ़ोन सेटिंग में ऐप्स को दी गई अनुमतियों पर एक नज़र डालें। अगर कोई ऐप अनावश्यक अनुमति चाहता है, तो उस अनुमति को बंद कर दें। फोन में कई ऐप हैं जो आपके फोन की अनुमति से आपकी निजी जानकारी स्टोर करते हैं। यह भी पढ़ें: एक या दो नहीं सीधे 5 फोंस को महंगा कर बैठा है आज Xiaomi
अगर फोन को वाई-फाई और ब्लूटूथ की जरूरत नहीं है, तो इसे बंद कर देना चाहिए। अक्सर सुनने में आता है कि वाई-फाई और ब्लूटूथ के जरिए एंड्रॉयड फोन यूजर का डाटा चोरी हो गया है। यह भी पढ़ें: 9 सितंबर को लॉन्च होंगे Realme 8i और Realme 8s 5G, लॉन्च से पहले लीक हुए हैं ये सभी स्पेक्स
अपने Android फ़ोन को सुरक्षित रखने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। इनमें से एक है पब्लिक वाई-फाई से परहेज। पब्लिक वाई-फाई से जितना हो सके बचना चाहिए। क्योंकि वाई-फाई प्रदाता भी नहीं बता सकते कि सार्वजनिक वाई-फाई सुरक्षित है या नहीं। यह भी सुनिश्चित करें कि आपका फोन किसी भी वाई-फाई से अपने आप कनेक्ट नहीं है। यह भी पढ़ें: भारत में लॉन्च हुआ Samsung का 5G फोन, पानी में चलाने पर भी नहीं होगा खराब
फोन चोरी रोकने के लिए फाइंड माई डिवाइस का इस्तेमाल करना चाहिए। अगर फोन खो जाए तो उसे आसानी से ढूंढा जा सकता है। यह भी पढ़ें: Netflix और Prime video की छुट्टी करने आए Disney+ Hotstar के तीन ज़बरदस्त प्लान