सोनी एक्सपीरिया जेड3 का कैमरा आखिर इतना खास क्यों हैं?
सोनी का लेटेस्ट लॉन्च एक्सपीरिया जेड3 एक बार फिर 20.7 मेगा पिक्सल के साथ आया है जिसके कुछ फीचर्स वास्तव में बेहद लुभावने हैं। हमने इस कैमरे का व्यापक परीक्षण किया, इसकी क्षमताओं के विषय में कंपनी के दावों की भी अच्छी तरह पड़ताल की।
हाल ही में एक बड़े ब्रांड वैल्यू के साथ एक्सपीरिया जेड3 भारतीय बाजार में लॉन्च हो चुका है। पिछले दो जेनेरेशंस की तरह एक्सपीरिया जेड3 में भी 20.7 मेगा पिक्सल सेंसर का उपयोग किया गया है। सोनी पहली बार जेड1 में यह सेंसर लेकर आई थी। उसके बाद जेड2 में 4के (4k) वीडियो रिकॉर्डिंग के फीचर से अपडेट कर दुबारा इसे लेकर आई। अब 25 एमएम फोकल लेंथ वाले जी-लेंस के साथ जेड3 का कैमरा 1/2.3 इंच ‘एक्समर आरएस मोबाइल इमेज सेंसर’ से लैस है।
प्रमुख बदलाव में बस आइएसओ (ISO) का परफॉर्मेंस बढ़ाकर 12800 किया गया है, इसके अलावे सभी फीचर्स लगभग पिछली जेनेरेशंस की तरह ही हैं। एक और नए फीचर में इसने ‘फेस इन, एआर फन, साउंड फोटो, मल्टी कैमरा’ जैसे कैमरा एप्स के लिए नयू मोड जोड़ा है।
शटर स्पीड
जाहिर है शटर स्पीड के लिए फोन में मैनुअल कंट्रोल नहीं दिया जा सकता, न ही इसमें दिया गया है। पर इसका ऑटो मोड का कैमरा अच्छी तरह काम करता है। हमारे टेस्ट में कम रौशनी में इसकी शटर स्पीड 1/8 थी और डे लाइट में 1/2000।
अपर्चर
जेड3 में कैमरे का फिक्स अपर्चर एफ/2 (F/2) रखा गया है जो दिन की रौशनी में विशेष रूप से क्वालिटी इमेज देता है। कैमरे का डेप्थ ऑफ फील्ड ज्यादा नहीं है इस कारण इमेज बिल्कुल साफ आती है लेकिन ज्यादा डेप्थ ऑफ फील्ड का प्रयोग आप इसमें नहीं कर सकते। ज्यादा से ज्यादा अगर जरूरत हो, तो कैमरे का आईएसओ बढ़ाया जा सकता है या शटर स्पीड कम की जा सकती है।
आईएसओ (ISO)
सोनी का दावा है कि इस फोन के साथ स्मार्टफोन में वह अब तक का सबसे ज्यादा आईएसओ रेटिंग लेकर आई है। 12800 आईएसओ के साथ आए जेड3 को देखते हुए सोनी के इस दावे को गलत नहीं कहा जा सकता लेकिन इसका फायदा केवल तभी है जब आप कम रौशनी में ऑटो मोड पर कैमरा क्लिक कर रहे हों। ऑटो मोड पर इसमें आईएसओ का रेंज 50 से 12800 रखा गया है जबकि मैनुअल में जाकर केवल 50 से 800 तक आईएसओ रेंज ही सेलेक्ट किया जा सकता है।
फोकसिंग
कैमरे का फोकस सिस्टम काफी बढ़िया है जो आपको क्वालिटी रिजल्ट्स भी देता है। मैनुअल मोड में सिंगल, मल्टी फेस डिटेक्शन, टच फोकस और ऑब्जेक्ट ट्रैक्टिंग का पांच ऑप्शन मोड मिलता है। जहां ऑब्जेक्ट ट्रैकिंग यूजर्स के लिए नया और सरप्राइजिंग है और इसकी सटीकता भी प्रभावकारी है, वहीं अन्य चार भी उच्च स्तर की गुणवत्ता के साथ उपभोक्ताओं को निराश नहीं करते।
व्हाइट बैलेंस
व्हाइट बैलेंस के अलावा पिक्चर के कलर तापमान को बैलेंस करने के लिए आपको इसमें कुछ ‘प्री-सेट्स’ के ऑप्शन भी मिलते हैं। पर इसे केवल मैनुअल मोड पर ही उपयोग किया जा सकता है। ऑटो-व्हाइट बैलेंस भी काफी हद तक तक बढ़िया है।
कैमरा यूआई तथा मोड्स
सोनी ने इस बार अपने कैमरा एप को अपडेट किया है जो पहले से कहीं अच्छा और तेज गति से काम करता है। कुछ बदलाव के साथ और बेहतर बनाया गया ‘प्रीविअस मोड’ जैसे और भी नए मोड भी हैं। धब्बा रहित पिक्चर के लिए ‘ऑटो मोड’ इसका बेहतरीन मोड कहा जा सकता है। इसके अलावे ‘फाइन ट्यून’ पिक्चर के लिए मैनुअल मोड भी बढिया है।
कैमरा एप में 4के (4K) वीडियो और टाइमशिफ्ट बर्स्ट के साथ है जो कैमरे के हाई फ्रेम रेट क्षमता को उपयोग में लाने के लिए बेहद जरूरी है। टाइमशिफ्ट वीडियो ऑप्शन में वीडियो शूट कर आप इसे स्लो-मोड में प्ले कर सकते हैं।
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