बैटरी से नहीं सीधे बिजली से पावर सप्लाई..क्या है फोन बायपास चार्जिंग? क्या आपको करना चाहिए यूज

Updated on 23-Dec-2024

क्या आपने Smartphone Bypass Charging का नाम सुना है? यह लेटेस्ट टेक्नोलॉजी कई फोन के साथ आने लगी है. हाल ही में गूगल ने लेटेस्ट सॉफ्टवेयर अपडेट के साथ Pixel स्मार्टफोन के लिए नई चार्जिंग तकनीक को पेश किया है. इसका नाम ही बायपास चार्जिंग कहा गया है. इस फीचर को हाई-एंड और गेमिंग सेंट्रिक स्मार्टफोन के लिए उपलब्ध करवाया गया है.

इस फीचर एनेबल होने पर सुनिश्चित करता है कि स्मार्टफोन को बैटरी से पावर लेने के बजाय सीधे पावर एडॉप्टर से पावर मिले. इससे एक बड़ा फायदा यह होता है कि यह बैटरी को गर्म होने से रोकता है. खासतौर पर सुपर-फास्ट चार्जिंग वाले हाई-एंड स्मार्टफोन पर. इससे गेमिंग के दौरान फोन ज्यादा गर्म नहीं होता है.

आमतौर पर जब आप फोन का इस्तेमाल चार्जिंग के लिए दौरान करते हैं तो पावर पहले बैटरी में जाती है. फिर इसे प्रोसेसर और डिस्प्ले जैसे अलग-अलग कंपोनेंट्स में भेजा जाता है. बायपास चार्जिंग मोड में लैपटॉप के बजाय डेस्कटॉप PC का उपयोग करने जैसा है. जहां जरूरी पावर सीधे वॉल एडॉप्टर से ली जाती है.

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हर फोन में अलग-अलग कैपिसिटी

ब्रांड के आधार पर बायपास चार्जिंग का इम्प्लीमेंटेशन अलग-अलग होता है. Pixel के स्मार्टफोन्स पर डिवाइस के 80 प्रतिशत तक चार्ज हो जाने के बाद ही बायपास चार्जिंग को इनेबल किया जा सकता है. हालांकि, सैमसंग के केस में यह अलग है. Samsung Galaxy S24 Ultra में ऐसी कोई रेस्ट्रिक्शन्स नहीं हैं. हालांकि, इसको केवल वीडियो गेम खेलते समय एनेबल किया जा सकता है.

iQOO 13 पर इसी फीचर को डायरेक्ट ड्राइव पावर सप्लाई कहा जाता है. इस फोन में भी इस फीचर को केवल वीडियो गेम खेलते समय ही एक्टिवेट किया जा सकता है. आपको बता दें कि Samsung, Google, Asus, iQOO, Infinix और Sony के चुनिंदा मॉडल बायपास चार्जिंग पेश करते हैं.

गेमर्स के लिए अच्छा है ये फीचर

जैसा की ऊपर की बातों से साफ हो गया है यह फीचर सभी यूजर्स के लिए नहीं है. यह गेमर्स के लिए काफी अच्छा है. बायपास चार्जिंग उन लोगों के काम आएगी जो घंटों अपने स्मार्टफोन पर वीडियो गेम खेलते हैं. यह हीटिंग को कम कर सकता है और पीक परफॉर्मेंस को बनाए रखता है.

आपको बता दें कि स्मार्टफोन पर लगातार गेमिंग से बहुत ज्यादा हीट पैदा होती है. ज्यादातर फोन में एक्टिव कूलिंग सॉल्यूशन नहीं होता है और वे सरफेस-लेवल हीट डिसिपेशन पर डिपेंड करते हैं. चार्जिंग से भी फोन गर्म हो जाता है. इस वजह से Bypass Charging के बिना आने वाले फोन में परफॉरमेंस पर बुरा असर पड़ता है.

बायपास चार्जिंग के मामले में, कंपोनेंट्स को सीधे पावर सप्लाई की जाती है, जो बैटरी को गर्म होने से रोकता है. जब आप बायपास चार्जिंग का उपयोग कर रहे हों, तो यह सुनिश्चित करें रिकमेंडेड चार्जर का उपयोग हो रहा हो. इससे ही पीक परफॉर्मेंस देने के लिए पर्याप्त पावर मिल पाएगा. कुछ टास्क के लिए इसको लिमिट भी कर दें ताकि बैटरी भी चार्ज होता रहे.

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Sudhanshu Shubham

सुधांशु शुभम मीडिया में लगभग आधे दशक से सक्रिय हैं. टाइम्स नेटवर्क में आने से पहले वह न्यूज 18 और आजतक जैसी संस्थाओं के साथ काम कर चुके हैं. टेक में रूचि होने की वजह से आप टेक्नोलॉजी पर इनसे लंबी बात कर सकते हैं.

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