व्यक्ति के मर जाने के बाद क्या होता है आधार कार्ड का? यहाँ जानिए

व्यक्ति के मर जाने के बाद क्या होता है आधार कार्ड का? यहाँ जानिए

हम सभी जानते है कि आधार कार्ड एक 12-अंकों का आइडेंटिफिकेशन नंबर होता है, जो देश के नागरिकों को दिया जाता है। इसे सरकार की ओर से एक आइडेंटिटी कार्ड के तौर पर जारी किया जाता है। देश में आधार कार्ड को UIDAI की ओर से यानि Unique Identification Authority of India की ओर से हर नागरिक को दिया जाता है। आधार कार्ड में आपकी निजी जानकारी से लेकर आपके बायोमेट्रिक डेटा को भी शामिल किया जाता है, इसमें आपके फिंगरप्रिन्ट और आइरिस को भी शामिल किया जाता है।

देश में आधार कार्ड का इस्तेमाल सभी सरकारी और गैर-सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के अलावा लगभग लगभग सभी जगह पर होने लगा है, इस समय आधार कार्ड के माध्यम से ही आपको सिम कार्ड दिया जा रहा है, आधार कार्ड के माध्यम से ही आपका बैंक अकाउंट ओपन किया जा रहा है, इसके अलावा आधार कार्ड के माध्यम से ही आपको एक नई नौकरी के लिए आजकल अप्लाई करना होता है।

सभी के लिए आधार कार्ड इस समय एक जरूरी दस्तावेज बन गया है, इसे सभी अपने साथ रखने लगे हैं। हालांकि, यह उस समय तक के लिए ही अच्छा है, यानि अपने साथ कैरी करना तभी तक के लिए अच्छा है, जब तक आप जी रहे हैं, या आधार कार्ड होल्डर जिंदा है। इस समय की बात करें तो आधार कार्ड होल्डर की मौत के बाद यह डीऐक्टिवेट नहीं होता है। अब ऐसे में आधार कार्ड का होता क्या है? आइए जानते हैं।

व्यक्ति की मौत के बाद आधार कार्ड का क्या होता है?

अभी तक UIDAI के पास ऐसा कोई सिस्टम नहीं है, जिसे व्यक्ति की मौत के बाद उसका आधार कार्ड उसके परिवार के लोगों को ट्रांसफर किया जा सके। इसके अलावा आधार कार्ड डीऐक्टिवेट भी नहीं होता है। इससे कहीं न कहीं आधार कार्ड का गलत इस्तेमाल किया जा सकता है। इसी के चलते दो तरीकों से किसी भी व्यक्ति के मरने के बाद उसके आधार कार्ड को सुरक्षित रखा जा सकता है। आइए जानते है कि आखिर ये दो तरीके हैं क्या?

  • बायोमेट्रिक लॉक करें दें: UIDAI की ओर से आधार कार्ड में Biometrics को लॉक करने की सुविधा है। ऐसा करके आप किसी भी मरने वाले व्यक्ति के आधार के गलत इस्तेमाल को रोक सकते हैं। आप UIDAI की वेबसाइट या MyAadhaar App पर जाकर Biometrics Lock कर सकते हैं।
  • कार्ड को कहीं संभाल कर रखें: अगर आप चाहते हैं कि किसी भी मरने वाले व्यक्ति के आधार कार्ड का गलत इस्तेमाल न हो तो ऐसे आधार कार्ड को परिवार के लोगों को संभाल कर किसी सुरक्षित जगह पर ही रखना चाहिए, ऐसा करके आप आधार कार्ड को किसी भी गलत हाथ में जाने से रोक सकते हैं। आपको एक बात का और ध्यान रखना है कि अपने किसी बेहद ही भरोसेमंद के हाथ में ही आधार कार्ड को देना है।

UIDAI का प्लान क्या है?

कुछ रिपोर्ट्स की ओर से यह जानकारी मिल रही है कि किसी की भी मौत के बाद आधार कार्ड को डीऐक्टिवेट करने वाले सिस्टम पर UIDAI की ओर से काम किया जा रहा है। इसका मतलब है कि आने वाले समय में आधार कार्ड को मृत्यु प्रमाण पत्र मिलने के बाद डीऐक्टिवेट कर दिया जाएगा। अब अगर आप भी यह सोच रहे हैं कि मौत के बाद आधार कार्ड का क्या होने वाला है और आपको क्या करना चाहिए, यह आप ऊपर जान चुके हैं।

Ashwani Kumar

Ashwani Kumar

अश्वनी कुमार डिजिट हिन्दी में पिछले 7 सालों से काम कर रहे हैं! वर्तमान में अश्वनी कुमार डिजिट हिन्दी के साथ सहायक-संपादक के तौर पर काम कर रहे हैं। View Full Profile

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