भारत में UPI यूजर्स की संख्या में इजाफे के साथ Online Payment Fraud भी चरम पर: RBI की रिपोर्ट में बड़ा खुलासा

Updated on 03-Jun-2024

धोखाधड़ी जितनी हम उम्मीद करते होंगे या कर रहे हैं, उससे कहीं अधिक आम होती जा रही है। इस समय, हम जिस किसी को भी जानते हैं, उनमें से लगभग लगभग सभी के पास एक न एक कहानी धोखाधड़ी से ही जुड़ी है। हालांकि, अगर आपको इस बात पर यकीन नहीं हो रहा है तो आपको डेटा पर तो यकीन करना ही होगा। असल में भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने हाल ही में अपनी सालाना रिपोर्ट शेयर की है, जिसमें भारत में पेमेंट फ्रॉड आदि को लेकर कुछ वाकई चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं।

रिपोर्ट में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2023-2024 में पेमेंट फ्रॉड में पाँच गुना से ज़्यादा की वृद्धि हुई है। अगर इन मामलों में पैसों की बात करें तो यह लगभग यह संख्या ₹14.57 बिलियन ($175 मिलियन) थी। ऑनलाइन वित्तीय घोटाले में काफ़ी वृद्धि देखी जा रही है। ऐसा इसलिए भी है क्योंकि 2016 में यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफ़ेस (UPI) की शुरुआत की वजह से ऑनलाइन पेमेंट करने वाले यूजर्स की संख्या इस दिन के बाद से निरंतर बढ़ती जा रही है। आज यह आलम है कि UPI ग्राहकों की संख्या जिस तेजी से बढ़ रही है, उतनी ही तेजी से ऑनलाइन पेमेंट फ्रॉड भी बढ़ते ही जा रहे हैं।

रिपोर्ट में आगे यह भी बताया गया है कि कार्ड और इंटरनेट पेमेंट सहित डिजिटल लेनदेन से लेटेस्ट वित्तीय वर्ष में कुल धोखाधड़ी राशि का 10.4% था, जो कि वित्तीय वर्ष 2023 में 1.1% से बहुत ज्यादा बड़ा नंबर है।

RBI के आंकड़ों से यह भी पता चला है कि पिछले दो वर्षों में UPI लेनदेन में 137% की वृद्धि हुई है, यह अब ₹200 ट्रिलियन तक पहुँच गया है। अब, यह डिजिटल स्पेस में प्रगति का एक बड़ा संकेतक है, लेकिन यह स्कैमर्स के लिए भी अच्छी खबर है।

ऑनलाइन पेमेंट की लोकप्रियता ने अधिक पेमेंट फ्रॉड को जन्म दिया है क्योंकि धोखेबाज अधिक लोगों को निशाना बना सकते हैं। इसके अलावा, भले ही कई लोग ऑनलाइन भुगतान विधियों का उपयोग कर रहे हों, लेकिन उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि उनका सुरक्षित उपयोग कैसे किया जाए।

भले ही हम अपने छोटे से छोटे भुगतान के लिए नकदी का आदान-प्रदान करने के बजाय डिजिटल भुगतान विधियों को प्राथमिकता दे रहे हैं, फिर भी हमें एक पल रुककर यह समझने और सीखने की कोशिश करनी चाहिए कि धोखेबाजों को चकमा देने से बचने के लिए सुरक्षित तरीके से कैसे भुगतान किया जाए।

Online Payment करते समय किन बातों का ध्यान रखें?

UPI (Unified Payments Interface) Digital Payment करने के लिए एक सबसे आसान और सुरक्षित तरीका माना जाता है, लेकिन इसमें धोखाधड़ी की संभावनाएं भी होती हैं। खुद को UPI पेमेंट फ्रॉड से बचाने के लिए निम्नलिखित टिप्स और सावधानियों का पालन करें:

1. पिन और पासवर्ड सुरक्षा

  • गोपनीयता बनाए रखें: कभी भी अपना UPI पिन, पासवर्ड या अन्य संवेदनशील जानकारी किसी के साथ शेयर न करें।
  • मजबूत पिन का उपयोग करें: एक मजबूत और यूनिक पिन सेट करें जो आसान न हो, जैसे कि 1234 या 0000 जैसे पिन और पासवर्ड रखने से बचें।

2. ट्रांजैक्शन अलर्ट

  • अलर्ट सेट करें: अपने बैंक और UPI एप्स पर ट्रांजैक्शन अलर्ट्स चालू करें ताकि हर लेनदेन की सूचना आपको तुरंत मिले।
  • SMS और ईमेल नोटिफिकेशन: अपने बैंक अकाउंट से जुड़े मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी को अपडेट रखें ताकि आपको हर ट्रांजैक्शन का एसएमएस और ईमेल मिल सके।

3. एप्लिकेशन की सुरक्षा

  • ऑफिशियल एप्स डाउनलोड करें: केवल अधिकृत और विश्वसनीय स्रोतों से ही UPI एप्स डाउनलोड करें, जैसे कि Google Play Store या Apple App Store।
  • एप्लिकेशन अपडेट: अपने UPI एप्स को नियमित रूप से अपडेट रखें ताकि वे लेटेस्ट सुरक्षा सुविधाओं के साथ अपडेटेड रहें।

4. सुरक्षा सुविधाएं

  • दो-फैक्टर ऑथेंटिकेशन: यदि आपका UPI एप यह सुविधा देता है, तो दो-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) चालू करें।
  • फिंगरप्रिंट और फेस रिकग्निशन: सुरक्षा बढ़ाने के लिए बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन का उपयोग करें।

5. लिंक और कॉल्स से सावधान

  • फिशिंग से बचें: किसी अज्ञात या संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें, और ना ही किसी अनजान व्यक्ति को अपनी निजी जानकारी दें।
  • फेक कॉल्स: किसी भी बैंक या UPI सर्विस प्रोवाइडर का प्रतिनिधि फोन पर आपकी संवेदनशील जानकारी नहीं मांगेगा। ऐसे कॉल्स से सावधान रहें और इन्हें कोई भी जानकारी न दें।

6. सुरक्षित नेटवर्क का उपयोग

  • वाई-फाई नेटवर्क: केवल सुरक्षित और निजी वाईफाई नेटवर्क का उपयोग करें। पब्लिक वाईफाई का उपयोग करते समय UPI ट्रांजैक्शन से बचें।
  • VPN का उपयोग: संवेदनशील ट्रांजैक्शनों के लिए VPN (Virtual Private Network) का उपयोग किया जा सकता है, हालांकि हम आपको इसकी सलाह नहीं देते हैं।

7. बैलेंस और ट्रांजैक्शन की नियमित जांच

  • रेगुलर चेक: अपने बैंक बैलेंस और ट्रांजैक्शन हिस्ट्री को नियमित रूप से चेक करें ताकि कोई अनाधिकृत ट्रांजैक्शन हो तो उसे तुरंत पकड़ा जा सके।
  • अज्ञात ट्रांजैक्शन: किसी भी अनजान ट्रांजैक्शन के बारे में तुरंत अपने बैंक को सूचित करें।

निष्कर्ष

UPI पेमेंट फ्रॉड से बचने के लिए सतर्कता और सुरक्षा का पालन करना अनिवार्य है। सही प्रैक्टिस और नियमित जांच से आप अपने UPI ट्रांजैक्शनों को सुरक्षित रख सकते हैं और धोखाधड़ी से बच सकते हैं। इन टिप्स का पालन करें और डिजिटल पेमेंट्स का सुरक्षित और भरोसेमंद तरीके से उपयोग करें।

Ashwani Kumar

अश्वनी कुमार डिजिट हिन्दी में पिछले 7 सालों से काम कर रहे हैं! वर्तमान में अश्वनी कुमार डिजिट हिन्दी के साथ सहायक-संपादक के तौर पर काम कर रहे हैं।

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