UPI Scam से खाली हो रहे अकाउंट के अकाउंट, दिल्ली पुलिस ने बताई 5 टेक्निक जिनसे होते सबसे ज्यादा फ्रॉड, समझ लें
लगातार बढ़ रही है UPI स्कैम की घटना
लोगों को लग चुका लाखों का चूना
5 तरीके सबसे ज्यादा UPI Scam के लिए कॉमन
UPI का इस्तेमाल काफी आम हो गया है. UPI की मदद से आप तुरंत किसी को पेमेंट कर सकते हैं. भारत में UPI आने के बाद से इसको यूज करने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है. करोड़ों लोग इसका इस्तेमाल इंस्टैंट पेमेंट के लिए करते हैं. इस वजह से UPI Scam भी लगातार बढ़ रहे हैं.
स्कैमर्स नए-नए तरीकों से UPI Scam कर लोगों को लाखों का चूना लगा देते हैं. जरूरी है इससे सावधान रहने की. दिल्ली में भी UPI Scam में काफी इजाफा हुआ है. एक रिपोर्ट के अनुसार, केवल दिल्ली में ही 2024 के पहले छह महीनों में 25 हजार से ज्यादा शिकायतें UPI Scam को लेकर आ गई.
रिपोर्ट में बताया गया है कि दिल्ली में इस साल पहले छह महीने में ही UPI से जुड़े 25,924 शिकायतें दर्ज की गई थीं. यानी UPI करना जितना आसान है उतना ही आपको इससे सावधान रहने की भी जरूरत है.
ToI की एक रिपोर्ट के अनुसार, एक पुलिस अधिकारी ने UPI स्कैम से सावधान रहने की टिप्स दी है. उन्होंने उन सबसे ज्यादा इस्तेमाल तरीकों के बारे भी बताया जिसका यूज कर स्कैमर्स UPI फ्रॉड को अंजाम देते हैं.
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फेक पेमेंट स्क्रीनशॉट
इस स्कैम में सबसे ज्यादा इस्तेमाल फेक पेमेंट स्क्रीनशॉट का किया जाता है. धोखाधड़ी करने वाले फेक स्क्रीनशॉट तैयार करते हैं. इस फेक स्क्रीनशॉट में दिखाया जाता है कि पीड़ित को पैसे भेजे गए हैं. फिर इस स्क्रीनशॉट को टारगेट को भेजकर उन्हें पैसे वापस करने के लिए कहा जाता है. जो लोग इसे डबल क्रॉस किए बिना पैसे वापस कर देते हैं वह इस स्कैम का शिकार हो जाते हैं.
फ्रेंड इन नीड स्कैम
इसके अलावा दूसरे तरीका स्कैम जो चल रहा है उसमें स्कैमर दोस्तों या रिश्तेदारों की परेशानी में होने की बात करते हुए पीड़ित से पैसे भेजने के लिए कहता है. इसमें भी यूजर्स को जिसके नाम पर पैसे मांगे जा रहे उसे कॉल करके वेरिफाई कर लेने की जरूरत है. जब तक फोन पर बात ना हो जाए पैसे ना भेजें.
फेक UPI QR कोड
फेक UPI QR कोड के जरिए स्कैमर्स यूजर्स को मैलेशियस वेबसाइट पर ले जाते हैं. वहां जैसे ही यूजर कोड को स्कैन करता है उसकी यूपीआई डिटेल्स की जानकारी स्कैमर्स तक पहुंच जाती है. जिसका फायदा वे उठा सकते हैं. इस वजह से हमेशा किसी कोड को स्कैन करने से पहले उसे वेरिफाई जरूर कर लें.
स्क्रीन मॉनिटरिंग ऐप
स्कैमर्स आपको किसी मैलिशियस ऐप डाउनलोड करने का लालच दे सकते हैं. इन ऐप्स के जरिए आपकी स्क्रीन एक्टिविटी रिकॉर्ड करते हैं. यानी आप स्क्रीन पर जो टाइप करेंगे वह स्कैमर्स भी देख पाएंगे. इससे UPI PIN और OTPs जैसे सेंसेटिव जानकारी उन तक पहुंच जाती है. कभी भी किसी के बहकावे में आकर अनजान ऐप्स डाउनलोड ना करें. इसके अलावा पर्सनल जानकारी किसी के साथ शेयर ना करें.
Collect Request स्कैम
स्कैमर आपके UPI ऐप के जरिए आपको पैसे भेजने की बात करेंगे. इसके लिए वह Collect Request भेजेंगे और आपको पैसे प्राप्त करने के लिए इसे एक्सेप्ट करने के लिए कहेंगे. कभी भी पैसे प्राप्त करने के लिए यूपीआई पिन डालने की जरूरत नहीं है. आप रिक्वेस्ट एक्सेप्ट करेंगे तो आपके पैसे स्कैमर्स के अकाउंट में चले जाएंगे.
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Sudhanshu Shubham
सुधांशु शुभम मीडिया में लगभग आधे दशक से सक्रिय हैं. टाइम्स नेटवर्क में आने से पहले वह न्यूज 18 और आजतक जैसी संस्थाओं के साथ काम कर चुके हैं. टेक में रूचि होने की वजह से आप टेक्नोलॉजी पर इनसे लंबी बात कर सकते हैं. View Full Profile