भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने कार्ड पेमेंट (payment) के नए नियम जारी किए हैं जो 1 जनवरी 2022 से लागू हो जाएंगे। ऑनलाइन पेमेंट (online payment) के लिए अब टोकन सिस्टम (token system) लाया जाएगा। कार्ड के ज़रिए ट्रांजेक्शन (transaction) में कार्ड जारी करने वाले बैंक या कार्ड नेटवर्क के अलावा कोई अन्य वास्तविक कार्ड डाटा स्टोर नहीं करेगा। यह भी पढ़ें: सिंगल चार्ज में 181km चलता है Ola का यह स्कूटर, शुरू हुई सेल, इन बैंक ऑफर के साथ खरीद पाएंगे इसे
ट्रांजेक्शन ट्रैकिंग (transaction tracking) या विवाद की स्थिति में समझौते के लिए पेमेंट अग्रीगेटर सीमित डाटा स्टोर कर सकेंगे। वास्तविक कार्ड नंबर और कार्ड जारीकर्ता के नाम के आखिरी 4 अंक तक स्टोर करने की छूट होगी। कोई भी पेमेंट एग्रीगेटर अन्य जानकारी नहीं रख सकेगा। यह भी पढ़ें: बस कुछ घंटों में Realme लॉन्च करेगा अपने 5 नए डिवाइस, दो Phones, एक tablet के साथ पेश करेगा दो नए डिवाइस
1 जनवरी 2022 से आपको अपने कार्ड की जानकारी किसी भी थर्ड पार्टी ऐप के साथ शेयर नहीं करनी पड़ेगी। अभी ऐसा नहीं है। अगर आप ऑनलाइन खाना मंगवाते हैं या कैब बुक करते हैं तो आपको कार्ड की डीटेल डालनी पड़ती है और इस तरह आपके कार्ड की पूरी डीटेल थर्ड पार्टी ऐप के पास पहुंच जाती है जहां फ्रॉड का खतरा बना रहता है, जबकि टोकन सिस्टम (token system) ऐसा नहीं है। यह भी पढ़ें: Airtel का बंपर ऑफर! लॉन्च हुआ धमाका प्रीपेड प्लान, हर दिन मिलेगा 3GB डेटा
अगर साधारण भाषा में समझें तो टोकन में आपको अपनी कार्ड डीटेल डालने की ज़रूरत नहीं होती है। इसकी जगह पर एक युनीक ऑल्टरनेट नंबर होता है जिसे टोकन कहते हैं और यह आपके कार्ड से लिंक होता है। इसके इस्तेमाल से आपके कार्ड की सभी जानकारी सुरक्षित रहती है। मतलब जब आप किसी ई-कॉमर्स वैबसाइट जैसे Amazon, Flipkart या Zomato आदि पर खाना बुक करते हैं तो आपको पेमेंट के लिए अपने कार्ड का 16 अंकों वाला नंबर नहीं डालना होगा बल्कि टोकन नंबर से ही आपका काम हो जाएगा। यह भी पढ़ें: एक बार में बढ़ी इन 12 सस्ते स्मार्टफोन की कीमत, जानें नई कीमतें, देखें नया प्राइस
Online payment (ऑनलाइन पेमेंट) करते समय अभी आपको सिर्फ CVV डालना होता है क्योंकि ई-कॉमर्स साइट या ऐप (app) पर आपके कार्ड की सभी जानकारी पहले से स्टोर होती है। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा, ई-कॉमर्स (e-commerce) वैबसाइट अब आपके कार्ड की कोई जानकारी स्टोर नहीं कर सकेंगे। पेमेंट के लिए अब टोकन सिस्टम (token system) का ही उपयोग किया जाएगा। यह भी पढ़ें: BSNL, Airtel और Jio के धमाकेदार प्लान्स, रोज़ 5GB डेटा और अनलिमिटेड कॉलिंग करते हैं ऑफर
टोकन सिस्टम ग्राहकों की इच्छा पर निर्भर करेगा। इसके लिए ग्राहकों पर कोई दबाव नहीं बनाया जा सकेगा। कोई बैंक (bank) या कार्ड जारी करने वाले कंपनी भी इसे अनिवार्य रूप से लागू नहीं कर सकेंगे। यह भी पढ़ें: एक बार रिचार्ज कराने पर 2 साल तक चलता है Jio का यह प्लान, बहुत सारे डेटा के साथ फ्री कॉलिंग भी