अफ्रीका में जन्म, कनाडा की मां..फिर अमेरिकी नागरिक कैसे बन गए Elon Musk? दिलचस्प है दुनिया के सबसे अमीर शख्स की कहानी

Updated on 09-Apr-2025

Tesla और SpaceX के बॉस Elon Musk अभी दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति हैं. साउथ अफ्रीका में जन्मे इस शख्स ने टेक, इनोवेशन, और बिजनेस की दुनिया में तहलका मचा रखा है. उनकी अमेरिकी राजनीति और सरकार में बढ़ती दखल खासकर ट्रंप के दौर में ने उनके नागरिकता स्टेटस पर फिर से सवाल उठा दिए हैं.

2002 में अमेरिकी नागरिक बनने के बावजूद, Department of Government Efficiency (DOGE) के हेड बनने के बाद लोग उनके विदेशी मूल और इमिग्रेशन हिस्ट्री को लेकर चर्चा कर रहे हैं. आइए मस्क के इस सफर को समझते हैं और जानते हैं कैसे वह साउथ अफ्रीका से अमेरिका पहुंचे और दुनिया बदल दी.

मस्क अमेरिकी पैदाइशी नहीं

Elon Musk का जन्म 28 जून 1971 को Pretoria, साउथ अफ्रीका में हुआ. वह पैदाइशी अमेरिकी नहीं हैं. उनकी मां Maye Musk कनाडाई हैं, जिसकी वजह से 17 साल की उम्र में यानी साल 1989 में मस्क को कनाडाई नागरिकता मिल गई. इस डुअल सिटिजनशिप ने उन्हें नॉर्थ अमेरिका जाने की राह आसान कर दी.

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अमेरिका का रास्ता: स्टूडेंट वीजा ने बदली तकदीर

1989 में मस्क कनाडा चले गए और Ontario के Queen’s University में पढ़ाई शुरू की. 1992 में वो J-1 Exchange Visitor Visa पर University of Pennsylvania चले गए. यह कदम उनकी ज़िंदगी का टर्निंग पॉइंट था. Silicon Valley की चमक ने उन्हें अपनी ओर खींच लिया.

इमिग्रेशन से नागरिकता तक का सफर

2002 में मस्क ने अमेरिकी नागरिकता (नेचरलाइजेशन) हासिल की. पहले स्टूडेंट वीजा, फिर वर्क वीजा. उनका रास्ता 90 के दशक के टेक बूम के दौरान आम इमिग्रेंट्स जैसा ही था. CNN को दिए बयान में मस्क ने कहा था कि शुरुआती करियर में कुछ “ग्रे एरियाज” थे—काम की इजाज़त को लेकर थोड़ी उलझन. लेकिन कानूनी रास्ते से वो अमेरिकी बन गए. अब वो साउथ अफ्रीकन, कनाडाई, और अमेरिकी तीन देशों के नागरिक हैं.

मस्क हमेशा कहते हैं कि अमेरिका का इनोवेशन और बिजनेस का माहौल उन्हें खींच लाया. वहां पहुंचकर उन्होंने कई धमाकेदार कंपनियां शुरू कीं. उन्होंने Zip2: ऑनलाइन बिजनेस डायरेक्ट्री, X.com: जो बाद में PayPal बना, Tesla, SpaceX, Neuralink, The Boring Company, xAI जैसी कंपनियों की नींव रखी. इनसे वो 21वीं सदी के टेक गुरु बन गए.

अमेरिका ने उन्हें वो मंच दिया, जिससे वो दुनिया बदल सके. ट्रंप प्रशासन में मस्क ने Department of Government Efficiency (DOGE) का हेड बनकर वॉशिंगटन में कदम रखा. “स्पेशल गवर्नमेंट एंप्लॉई” के तौर पर वह अमेरिकी सरकार की ब्यूरोक्रेसी को ठीक करने, खर्चे कम करने और एफिशिएंसी बढ़ाने का काम देख रहे हैं. लेकिन उनकी ये पावर लोगों को उनके विदेशी मूल की याद दिला रही है. क्या एक इमिग्रेंट इतना असर डाल सकता है? जवाब है, हां!

क्या मस्क साउथ अफ्रीका से बैन हैं?

कोई ऑफिशियल रिकॉर्ड नहीं कहता कि मस्क को साउथ अफ्रीका से बैन किया गया है. वो आज भी वहां के नागरिक हैं. हां, उन्होंने बताया था कि apartheid के दौर में वो मिलिट्री सर्विस से बचने के लिए देश छोड़ गए थे, तब व्हाइट मेल्स के लिए सर्विस जरूरी थी. लेकिन बैन की बात अफवाह भर लगती है.

मस्क के बच्चों की नागरिकता

मस्क के तीन पार्टनर्स से 12 बच्चे हैं. ज़्यादातर बच्चे अमेरिकी धरती पर पैदा हुए तो वो जन्म से अमेरिकी नागरिक हैं. उनकी मांओं की कनाडाई नागरिकता की वजह से कुछ बच्चों के पास डुअल सिटिजनशिप भी हो सकती है.

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Sudhanshu Shubham

सुधांशु शुभम मीडिया में लगभग आधे दशक से सक्रिय हैं. टाइम्स नेटवर्क में आने से पहले वह न्यूज 18 और आजतक जैसी संस्थाओं के साथ काम कर चुके हैं. टेक में रूचि होने की वजह से आप टेक्नोलॉजी पर इनसे लंबी बात कर सकते हैं.

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