भारत में देश का पहला AI School अब खुल गया है। जानकारी के लिए बता देते है कि Santhigiri Vidyabhavan को केरल शहर में में खोला गया है। अब अगर आप ऐसा सोच रहे है कि इस स्कूल में शिक्षक नहीं होंगे और मात्र CharGPT के माध्यम से ही इसका संचालन किया जाने वाला है तो यह सही नहीं है। अभी के लिए ऐसा कुछ भी सामने नहीं आ रहा है। अब अगर ऐसा नहीं होने वाला है तो इसका सीधा सा ये मतलब है कि स्कूल में AI यानि Artificial intelligence को शामिल करने के पीछे यही कारण हो सकता है कि इससे बच्चों के लर्निंग अनुभव को और भी ज्यादा बढ़ाया जा सके।
इस स्कूल में AI तकनीकों को शामिल किया गया है, जैसे मशीन लर्निंग, नैचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग और डेटा विश्लेषण। इन सभी को शिक्षा के अलग अलग मुकामों में जोड़ा गया है, जैसे करिक्यूलम डिजाइन, पर्सनलाइज़ लर्निंग, असेस्मेंट और स्टूडेंट सपोर्ट आदि।
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अगर हम इस रिपोर्ट पर गौर करें तो AI स्कूल iLearning Engines (ILE) USA और Vedhik eSchool के बीच हुए कॉलेबोरेशन का ही परिणाम है। इसे देखकर ऐसा भी कहा जा सकता है कि यह शिक्षा के एक नए दौर की शुरुआत है। इसके अलावा इस प्रोजेक्ट में जो लोग लगे हुए थे, उनमें पूर्व मुख्य सचिव, DGP’s और Vice Chancellors शामिल थे।
इसका कहना है कि आर्टफिशल इन्टेलिजेन्स पढ़ाई करने और सीखने का नया तरीका है। इसके माध्यम से बच्चों को बेहद ही बेहतरीन शिक्षा मिलने वाली है। सीखने को ज्यादा अच्छा, सरल और सुगम बनाने के चलते इसमें वर्ल्डवाइड स्टैंडर्ड्स को शामिल किया गया है।
अगर हम AI School के लक्ष्य की बात करें तो यह स्टूडेंट्स तक तकनीकी से लबालब भारी शिक्षा अनुभव को पहुँचाने वाला है। इसके अलावा इसके माध्यम से स्टूडेंट्स को साधन मिलने वाले हैं, टूल्स मिलने वाले हैं, इसके अलावा पारंपरिक शिक्षा प्रणाली से ऊपर की शिक्षा को गृहण करने के लिए मार्गदर्शन भी मिलने वाला है।
सबसे पहले आपको बता देते है कि यह स्कूल मात्र 8वीं कक्षा से लेकर 12वीं कक्षा तक के स्टूडेंट्स के लिए ही है। बच्चों को इस स्कूल में बेहद ज्यादा सपोर्ट मिलने वाली है, फिर चाहे वह अध्यापकों से हो, या किसी अन्य से। यहाँ बच्चों के अलग अलग तरह के टेस्ट होने वाले हैं। ऐप्टिटूड टेस्ट होने वाले हैं, यहाँ स्टूडेंट्स की काउन्सेलिंग भी होने वाली है, इसके अलावा बच्चों के भविष्य और उनके करियर को लेकर भी मार्गदर्शन मिलने वाला है। इसके अलावा इन्हें ऐसे कई टिप्स और ट्रिक्स के बारे में भी यहाँ इस स्कूल में पता चलने वाला है, जो उन्हें चीजों को बेहद ही आसानी से याद रखने में मदद करने वाली है।
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क्या AI School ChatGPT के माध्यम से मानव शिक्षकों को रिपलेस करने वाला है? इसका जवाब होने वाला है। असल में इसके माध्यम से शिक्षक किसी भी रूप में रिपलेस नहीं होंगे, बल्कि बच्चों को अच्छे से सिखाने के लिए इनकी जरूरत होने वाली है।