#IndiaProject
लगभग दो दशकों के लिए अब, डिजिट में हम सभी एक ही लक्ष्य को लेकर चले हैं – “भारत का टेक्नोलॉजी नेविगेटर बनना”, हम केवल अपने राष्ट्र को टेक्नोलॉजी महाशक्ति बनाने की दिशा में काम करना चाहते हैं। हम जानते हैं कि यह हो सकता है और होना चाहिए। अगस्त हम सभी के लिए ख़ास है, क्योंकि हम सब 1947 में स्वतंत्रता मिलने के बाद अपने राष्ट्र के जन्म का जश्न मनाते है और जहाँ हम आमतौर भारतीय उपलब्धियों का जश्न लेख और वीडियो के रूप में मनाते हैं, वहीँ हम हमेशा इससे बेहतर करने की कोशिश में ही लगे रहते हैं।
एक मीडिया कंपनी के तौर पर, हमारे पाठकों! हमारी ताकत आपतक जानकारी फैलाने में है। वहीँ हर दूसरी मीडिया कंपनी ऐसा ही करती है और हम सभी विज्ञापन से कमाए गए पैसे के ज़रिये ही अपना जीवन यापन करते हैं। कंपनियां आप तक पहुंचना चाहती हैं और आपको उनके उत्पादों के बारे में सूचित करती हैं और ऐसा करने के लिए वे मीडिया प्लेटफॉर्म का सहारा लेती हैं।
हालांकि यह सिस्टम थोड़ा सा पक्षपाती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि यह सुनिश्चित करता है कि बड़ी कंपनियां अधिक समय तक आपके संपर्क में बने रहने और आपको लुभाने के लिए भुगतान कर सकती हैं, मध्यम कंपनियां से ज़्यादा, जिनके पास छोटी कंपनियों की तुलना में बड़ा बजट है। ऐसे में, एक उद्यमी, केवल भारत में ही, के तौर पर अपना सफर शुरू करना बेहद कठिन है। यह ठीक वैसे ही है जैसा न केवल अपने हाथों को अपनी पीठ के पीछे बांधने के साथ दौड़ लगाने की कोशिश करना है, बल्कि पैरों को भी जंजीर से बांधकर आपको ईंटों से भरा एक बैकपैक भी थमा दिया गया हो। या यूँ कहें कि यह बेहद ही मुश्किल या कभी-कभी असम्भव भी लगता है।
हमें गलत न समझिये, हम कट्टरपंथी समाजवाद की ओर नहीं जा रहें, न ही यह सुझाव देते हैं कि हम Venus Project के रूप में, या किसी और तरह से जीना शुरू कर सकते हैं। बड़ी कंपनियां इसलिए उतनी बड़ी हैं क्योंकि वे शानदार और बेहतरीन उत्पाद बनाती हैं, और ऐसे में उनके बड़े होने में कुछ गलत नहीं है। हालाँकि हम अभी भी एक मीडिया कंपनी होने के तौर पर आपको सबसे बेहतरीन जानकारी, जितना हम दे सकते हैं, देने की भूमिका को समझते हैं लेकिन अगर हम खुद को अधिकांश भारतीय तकनीकी उद्यमियों के बारे में अपडेट नहीं रखते है या उनके बारे में जानकारी नहीं है हमें, तो हम यह कैसे कर सकते हैं। निश्चित रूप से, हमारे पास दिल्ली, कर्नाटक या महाराष्ट्र जैसे बड़े मेट्रो शहरों और समृद्ध राज्यों में होने वाले प्रोडक्ट्स पर एक अच्छी पकड़ है लेकिन ईमानदारी से, अगर आप किसी छोटे राज्य में एक तकनीकी उद्यमी हैं, तो ऐसा ज़रूर हो सकता है कि हम कभी आप तक न पहुँच पाएं और न ही आपके बारे में जान पाएं।
इसे बदलना होगा।
#IndiaProject
हम हर एक भारतीय टेक उद्यमी से सुनना चाहते हैं, जिसने अपना जीवन एक छोटी सी टेक कंपनी बनाने में लगा दिया है। इससे भी ज़रूरी बात, हम चाहते हैं कि आप, हमारे पाठक, इन सभी नवोदित Narayana Murthys से सुनें। तो हम ऐसा कैसे करें?
हम भारत के राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में एक या दो महीने का समय देने जा रहे हैं, और उस विशेष राज्य में स्थित टेक्नोलॉजी उद्यमियों को आमंत्रित करेंगे जो हमें उनके बिज़नेस के बारे में डीटेल्स देंगे। फिर हम उन्हें अपनी वेबसाइट पर उनके बिज़नेस के लिए समर्पित एक पेज बनाने में मदद करेंगे। इसके साथ ही विज्ञापन, सोशल मीडिया पोस्ट और यहां तक कि कुछ चुनिंदा लोगों के लिए विज्ञापन भी हम प्रिंट करेंगे जिन्हें हम "lucky draw" के माध्यम से चुनेंगे। इसके लिए हम सभी संबंधित मैनपॉवर और मटेरियल कॉस्ट के लिए बिल भी तैयार करेंगे।
हमें आपसे, हमारे पाठकों से, ये चाहिए कि आप हमारे इस लेख को शेयर करें, जिन कंपनियों के पेज आपको दिलचस्प लगें, विज्ञापन, और सोशल मीडिया पोस्ट (उन्हें “#IndiaProject” के रूप में टैग किया जाएगा जिससे उन्हें हाईलाइट हर अलग किया जा सके) जिससे हम सामूहिक रूप से विशेष भारतीय कंपनियों को लोगों तक पहुंचाने में मदद कर सकें।
शुरू करें!
तो हम कहां से शुरू करें? हमने पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर जम्मू-कश्मीर को चुना है। केवल एक ही चीज़ है जो इन दिनों सभी सीमाओं को पार करती है, और अब यह संगीत नहीं, टेक्नोलॉजी है। तो अब चलिए हम सब मिलकर जम्मू-कश्मीर में हमारे भाइयों और बहनों द्वारा किये जा रहे काम के बारे में जागरूकता फैलाते हैं और अगर आप उस क्षेत्र से किसी ऐसे व्यक्ति को जानते हैं, जो एक प्रौद्योगिकी उद्यमी है, तो इस लेख को उनके साथ शेयर करें, और उन्हें हमसे संपर्क करने के लिए कहें जिससे वे टेक्नोलॉजी के लिए अपने काम और जुनून को हमारे साथ साझा कर सकें।
हम फिलहाल अभी बहुत आगे नहीं जाएंगे क्योंकि यह एक पायलट परियोजना है जो अभी शुरू की जा रही है, लेकिन हमारी लिस्ट में अगला नंबर सिक्किम का है… वर्तमान परियोजना क्षेत्र में परिवर्तन के लिए नीचे दी गई जगह देखें।
कॉपीलेफ्ट
आपको बता दें कि यह भारत के हित में ही है कि यह आइडिया किसी भी आकार या रूप में सीमित नहीं है। हम इस आइडिया को कॉपीराइट करने की जगह कॉपीलेफ़्ट (सार्वजनिक डोमेन) के रूप में जारी कर रहे हैं। हम सभी बाकी मीडिया हाउस या प्रभावित लोगों को ले, सब्सक्राइबर्स (इंस्टाग्राम, यूट्यूब, ट्विच, टिक्कॉक आदि पर) के साथ सक्रिय रूप से प्रोत्साहित करते हैं, जिससे वे यही चीज़ अपने मुताबिक कर सकें। अगर आप एक लोकप्रिय अभिनेता हैं, तो शायद आप भारत भर के छोटे Indie film निर्माताओं के लिए ऐसा कर सकते हैं। मीडिया हाउस, जिस भी क्षेत्र में वे लिखते हैं, टेक्नोलॉजी के साथ, उद्यमियों के लिए ऐसा कर सकते हैं, इसकी कोई सीमा नहीं है।
अगर आप भी हमारी तरह ही हैशटैग का उपयोग करना चाहते हैं – "# IndiaProject" – तो हम ऐसा करने पर आपका स्वागत करते हैं। यदि ऐसा नहीं है और आप अपने स्वयं के कैचफ्रेज़ को लाना चाहते हैं, तब भी हम आपका स्वागत करते हैं! हमारा एकमात्र उद्देश्य छोटे पैमाने पर भारतीय उद्यमियों को कुछ मुफ्त विज्ञापन देने में मदद करना है, और जब तक आप ऐसा कर रहे हैं, तो हमें आपसे स्नेह है।
अगर आप एक पाठक हैं और अपने दोस्तों के साथ इसे शेयर कर रहे हैं, तो अपने साथी भारतीयों की मदद करने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद।
जय हिन्द!
यह प्रिंट उद्यमियों के लिए सही नहीं है!
वर्तमान परियोजना क्षेत्र – जम्मू और कश्मीर
India@digit.in पर लिखें और हमें अपनी कंपनी की डीटेल्स दें और आप क्या करते हैं। एक टेक्नोलॉजी मीडिया हाउस होने के नाते, डिजिट की मांग है कि आप उत्पाद या सेवा प्रौद्योगिकी क्षेत्र से जुड़े हों।
आपकी कंपनी को ऊपर लिस्ट किये गए परियोजना क्षेत्र में स्थापित किया जाना है, और आपको हमसे उस क्षेत्र में एक पंजीकृत पते के साथ एक Company Incorporation Certificate भी शेयर करना होगा।
जैसा कि हम यह काम छोटी कंपनियों की मदद करने के लिए कर रहे हैं, आपको सालाना 5 करोड़ रुपये से कम का कारोबार करना होगा। कृपया अपने आवेदन में अपने लेटेस्ट ऑडिटेड P&L स्टेटमेंट की एक प्रति/कॉपी शामिल करें।
हम वेब विज्ञापन, सोशल मीडिया प्रचार और प्रति माह पत्रिका विज्ञापनों के लिए 10/15 कंपनियों के बीच चयन करेंगे और यह चयन केवल lucky draw के ज़रिये ही होगा। इसके बाद विज्ञापन, सोशल मीडिया या प्रिंट विज्ञापन के लिए चुने जाने पर कंपनी का नाम ड्रॉ से हटा दिया जाएगा जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि हर एक कंपनी को केवल एक ही लाभ मिले।
अगर ऐसा करने की इच्छा नहीं है तो कंपनियां डिस्काउंट रेट पर बाद के विज्ञापन खरीद सकती हैं, लेकिन यह "#IndiaProject" के बैनर के तहत नहीं आएगा। "#IndiaProject" के बैनर के तहत आने वाले सभी विज्ञापन/प्रचार हमेशा केवल lucky draw के ज़रिये ही मुक्त और सेलेक्ट किये जायेंगे।
9.9 मीडिया के किसी भी कर्मचारी का कोई भी रिश्तेदार इस प्रस्ताव के लिए योग्य नहीं है।
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