कैसे रहे ऑनलाइन गुमनाम?
यहाँ हम आपको ऑनलाइन गुमनाम रहने के लिए कुछ आसान स्टेप्स बताने वाले है.
जहाँ प्रायव्हसी और सेक्युरिटी की बात आती है, वहाँ सबसे पहले सामने आती आपकी ऑनलाइन प्रायव्हसी. कोई आपका अकाउंट ना देखे, आपकी निजी जिंदगी के बारें में ना जान सके, इसलिए आप बहूत ही सतर्क रहते है. इसलिए आज हम आपको ऑनलाइन गुमनाम बने रहने के लिए कुछ आसान स्टेप्स बताने जाने वाले है.
सही OS को चुने:
सही ऑपरेटिंग सिस्टम चुनना सबसे आपकी ऑनलाइन प्रायव्हसी के लिए सबसे एहम हिस्सा है. मायक्रोसॉफ्ट विंडोज और मॅक OS ये अब तक सबसे बेहतरीन ऑपरेटिंग सिस्टम है, जो सेक्युरिटी के मामले में भी बहूत बढिया है. Tails ऑपरेटिंग सिस्टम के बारे में बात करें, तो यह एक लाइव OS है, जो DVD, USB और SD कार्ड के लिए इस्तेमाल किया जाता है.
Link: http://dgit.in/Tails-Install
अडॅप्ट Tor:
अगर आप ऑनलाइन कम्युनिकेशन सुरक्षित चाहते हो, तो Tor से बढ़िया चीज नहीं हो सकती. Tor एक फ्री सॉफ्टवेअर जो आपको ट्रॅफिक अनॅलिसिस से बचाने में मदद करता है. संक्षिप्त में बताएँ तो, Tor एक ऐसा सिस्टम है, जो आपको और आपके इंटरनेट कनेक्शन को गुमनाम रखता है.
Link: http://dgit.in/PrjctTor
Ditch प्लग इन्स:
जितनी बार हम दिन में प्लग इन्स करते है, उसका रेकॉर्ड रखने के लिए या डिजिटल फूटप्रिंट बताने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है. यह डिजिटल क्लूज या फूटप्रिंट्स आपका लोकेशन और आपकी पेहचान बताने में काम आता है.
सिर्फ HTTP/S पर विश्वास रखें:
HTTP का मतलब है Hypertext Transfer Protocol Secure. HTTP एक ऐसी टेक्नोलोजी है, जो आपका वेब ब्राउजर आपके आदेशों को कैसे पालन करता है और कितने मेसेजेस भेजे तथा पाएँ गए है, इसके बारे में जानकारी देता है. इसलिए प्रायव्हसी और सुरक्षा के मामले HTTPS होना बहूत ही जरुरी है.
Cookie destroyer इन्स्टॉल करें:
कुकिज एक ऐसा छोटा कोड का हिस्सा है, जो जब आप वेबसाइट ब्राउज करते हो, तब ऑटोमेटिकली उसे डाउनलोड कर लेता है. इसकी सहायता से आपकी ऑनलाइन अॅक्टिविटी ट्रैक की जाती है. इसलिए इन कुकिज को डिलीट करना बहूत जरुरी है. CCleaner की मदद से आप यह सारे कुकिज डिलिट कर सकते है.
सही स्मार्टफोन चुने:
बहूत सारे लोगों को ये बात पता नहीं होगी की, आपके फोन पर ब्राउजिंग करते वक्त भी आपको कोई भी आसानी से ट्रैक कर सकता है. इसलिए सही स्मार्टफोन चुनना बहूत जरुरी है और अगर ऐसे स्मार्टफोन के बारे बात हो रही हो, ब्लैकफोन 2 एक बढ़िया ऑप्शन है, ऐसा हम कह सकते है.
सही ब्राउजर का इस्तेमाल करें:
गुगल क्रोम, Mozilla Firefox और इंटरनेट एक्सप्लोरर जैसे कई सारे ब्राउजर में आपको जानकारी होगी. लेकिन जब ऑनलाइन ब्राउजिंग की बात होती है, तो ज्यादा तर लोग इंटरनेट एक्सप्लोरर का इस्तेमाल करते है. लेकिन फिर भी यह ब्राउजर सेक्युअर ऐसा हम विश्वास से कह सकते है? लेकिन अगर आप अदृश्य लाइफ चाहते है, को Comodo Dragon और Dooble जैसे ब्राउजर्स का आप इस्तेमाल कर सकते है.
इमेल्स देखना:
ईमेल सर्विसेस में सबसे ज्यादा लोकप्रिय अगर कौनसी सेवाए है तो वह Gmail औऱ Yahoo मेल है. लेकिन प्रायवसी के मामले में यह अब भी थोड़ा सेक्युरिटी प्रॉब्लेम है, इसलिए आपके पास hushmail होना बहूत ही जरुरी है, जो आपको वैयक्तिक ईमेल एड्रेस भेजता है.
ट्रैकर्स की जाँच करें:
हर एक वेबसाइट आपके ट्रैक्स को ढूंढती है और कौनसे भी ऑनलाइन एक्टिव्हीटीज के लिए काम करते है, तब डाटा एकत्रित करती है. और कई बार यूजर्स को पता भी चलता की कोई उसे ट्रैक कर रहा है. Ghostery ये एक फ्री ब्राउजर एक्सटेंशन है, जो आपको वेबसाइट कब ट्रैक कर रही है ये बताता है.
VPN इस्तेमाल करें:
VPN का मतलब है VIrtual Private Network. VPN आपके IP एड्रेस को छुपाती है और एनक्रिप्टेड टनल से आपका सारा ऑनलाइन डाटा इस्तेमाल करती है. साथ ही VPN आपको आपके ब्राउजिंग से आपका लोकेशन बदलने की अनुमति देता है. TorGuard, HideMyAss और CyberGhost ये कुछ VPN सर्विसेस उपलब्ध है.
इसे भी देखें: रिलायंस Jio अपने LYF स्मार्टफ़ोन यूजर्स को 1 साल के लिए फ्री दे सकता है 4G डाटा
इसे भी देखें: रिलायंस जिओ प्रीव्यू ऑफर: अब सोनी, विडियोकॉन और सैंसुई के 4G फोंस पर हुआ उपलब्ध
Digit NewsDesk
Digit News Desk writes news stories across a range of topics. Getting you news updates on the latest in the world of tech. View Full Profile