पेन ड्राइव खरीदते समय रखें इन बातों का ध्यान
ऐसे खरीदें बेस्ट पेन ड्राइव
डिजिटाइजेशन के समय में आजकल ज्यादातर लोग नए-नए डिवाइस और तकनीक का इस्तेमाल करते हैं. लेकिन हम यहां किसी एडवांस टेक्नोलॉजी से लैस डिवाइस की बात नहीं कर रहे हैं बल्कि हम बात कर रहे है पेन ड्राइव की. पेन ड्राइव जिसका इस्तेमाल काफी समय से लोग डाटा स्टोर करने के लिए करते आ रहे हैं.
माइक्रोसॉफ्ट के एक सर्वे के मुताबिक 70 फीसदी से ज्यादा लोग डाटा स्टोर करने के लिए पेन ड्राइव या फ्लैश ड्राइव का इस्तेमाल करते हैं. लेकिन क्या आप जानते है कि जिस पेन ड्राइव का इस्तेमाल कर रहे हैं वो आपके लिए बेस्ट है या नहीं, तो चलिए हम बताते है कि पेन ड्राइव खरीदते स्पीड और स्टोरेज कैपेसिटी के अलावा और किन बातों का ध्यान रखना चाहिए.
जब आप पेन ड्राइव खरीदने जाते है तो अक्सर देखा होगा कि 16 GB का एक पेन ड्राइव 1000 और 500 दोनों कीमत में उपलब्ध होगा. तो आप जरुर सोचते होंगे कि एक ही स्टोरज कैपेसिटी होने के बावजूद कीमत में फर्क क्यों. ये फर्क इसलिए होता है क्योंकि स्पीड का अंतर होता है. जी हां एक बेहतर पेन ड्राइव में स्टोरेज के साथ स्पीड भी अच्छी होती है.
इंफोसिस में सॉफ्टवेयर इंजीनियर और कंप्यूटर्स में एक्सपर्टीज रखने वाले संजीव झा के मुताबिक पेन ड्राइव के 2 वर्जन होते हैं. पेन ड्राइव 3.0 और 2.0 वर्जन में उपलब्ध होता है. 3.0 नया वर्जन है और ये 2.0 के मुकाबले तेज माना जाता है. ये 100 एमबी प्रति सेकंड की स्पीड से डाटा ट्रांसफर करता है. वहीं, 2.0 वर्जन की स्पीड 10 से 15 एमबी होती है. लेकिन 3.0 नया वर्जन है और ज्यादातर लैपटॉर और डेस्कटॉप में 2.0 पोर्ट ही ही मिलता है तो ऐसे में अगर 3.0 वर्जन वाला पेन ड्राइव खरीदना आपके लिए फायदेमंद नहीं होगा और स्पीड में कोई फर्क नहीं पड़ेगा. इसलिए यूएसबी 3.0 खरीदना आपके लिए तब ही फायदेमंद होगा, जब आपके कंप्यूटर या लैपटॉप पर इस वर्जन का यूएसबी पोर्ट हो.
पेन ड्राइव साइज का साइज भी काफी मायने रखता है, मोटे और बड़े साइज के पेनड्राइव की क्वालिटी ज्यादा अच्छी होती है. अगर आप अपने डाटा की सुरक्षा को लेकर काभी संवेदनशील हैं तो आपके लिए पासवर्ड प्रोटेक्टेड पेन ड्राइव बेस्ट है. इसके जरिए आप अपने डाटा को सुरक्षित रख सकते हैं.
हर पेन ड्राइव की एक लिमिटेड लाइफ स्पैन होती है. ये पेन ड्राइव 3000 से 5 हजार साइकिल तक चलने की क्षमता रखते हैं, जो काफी ज्यादा है. ये चीज तब जरूर ध्यान में रखें जब आप अपने मित्र से या फिर किसी से सेकंड हैंड पेन ड्राइव लेते हैं.क्योंकि ज्यादा इस्तेमाल हो चुके पेन ड्राइव में डाटा लॉस का खतरा होता है.
हर पेन ड्राइव मैन्युफैक्चरर्स वारंटी के साथ आता है. कुछ कंपनियां 5 साल तो कुछ 7 साल की वारंटी देती हैं. ऐसे में आप किसी भी डिफेक्ट के लिए कंपनी के सर्विस सेंटर में जाकर उसे रिपेयर या रिप्लेस करवा सकते हैं। इसलिए पेन ड्राइव लेते वक्त ये चीज भी जरूर चेक करें.
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