शायद हम नहीं जानते हैं कि RAM और ROM के बीच एक बड़ा अंतर होता है, हालाँकि इसके बारे में हममें से ज्यादातर लोग नहीं जानते हैं। ऐसा भी हो सकता है कि हममें से बहुत से लोग इस अंतर को जानते हों, मुझे इसके पहले तक इस बारे में नहीं पता था, और मेरे जैसे बहुत से लोग हैं, जिन्हें आज ही इस बारे में पता चलने वाला है। क्या आप जानते हैं? जैसा कि मैंने आपसे कहा कि इसके पहले तक मुझे भी इसके बारे में ज्यादा कुछ नहीं पता था, लेकिन मेरे जहन में इसे लेकर सवाल काफी समय से चल रहा था की आखिर इनके बीच में क्या अंतर हो सकता है। आपको बता दें कि जब हम कभी कंप्यूटर की क्लास में जाया करते थे, उसे समय हमें इस बारे में बताया जाता था कि रैम कम्प्यूटर की स्पीड के होता है, इसके अलावा रोम को स्टोरेज के रूप में देखा जाता है। इसे भी पढ़ें: Vivo Y12G स्मार्टफोन हुआ लॉन्च, 5000mAh बैटरी और 8MP सेल्फी कैमरा वाला फोन कैसे Vivo Y12 से है डिफरेंट
इसके अलावा अगर इनके पूरे नाम की चर्चा करें तो हम इसके बारे में भी जानते थे कि रैम को रैंडम एक्सेस मेमोरी कहते हैं, और रोम को रीड ओनली मेमोरी कहा जाता है। इसके अलावा हम इनके बारे में ज्यादा कुछ नहीं जानते थे। हालाँकि आपको चिंता करने की ज़रा भी जरूरत नहीं है। हमारे होते आप किसी भी जानकारी से वंचित रह जाएँ ऐसा कैसे हो सकता है। आज हम आपको इनके बीच के बड़े अंतर को स्पष्ट रूप से बताने वाले हैं। आपको बता दें कि हमने काफी शोध के बाद इनके बीच के अंतर को अपने सामने पेश करने की कोशिश की है, हालाँकि इसके बाद भी हम इसके बारे में ज्यादा कुछ नहीं जान पाए हैं। इसे भी पढ़ें: Paytm (पेटीएम) पर कैसे चेंज करें अपना रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर, देखें एक एक स्टेप
आपको बता देते हैं कि जब हम इंटरनेट पर इस बारे में खोज कर रहे थे, और अपने करीबियों से इनके बारे में जानने की कोशिश कर रहे थे, तो हमारे सामने काफी कुछ आया है, कुछ लोगों को यह भी नहीं पता था कि आखिर यह दोनों क्या होते हैं। इसके अलावा अगर बात करें कुछ ऐसे लोगों की जो पिछले काफी समय से एक स्मार्टफोन या लैपटॉप का इस्तेमाल कर रहे थे, वह इनके बारे में जानते थे, लेकिन इनके बीच में क्या अंतर होता है, इस बात से वह सभी अनभिग्य थे। आइये अब शुरू करते हैं, और जानने की कोशिश करते हैं कि आखिर इन दोनों के बीच में क्या बड़े अंतर हैं। इसे भी पढ़ें: Reliance Jio के इस ऑफर के आगे सब फीके, अब कर सकेंगे ये काम, देखें डिटेल्स
अगर हम रैम से शुरुआत करें तो आपको बता देते हैं कि यह एक ऐसी चिप होती है। जो स्थाई होती है, जिसे डाटा को अपने पास सेव रखने के लिए पॉवर आदि की जरूरत होती है। इसके अलावा जैसा ही इसका कनेक्शन पॉवर से कटता है, वैसे ही इसमें मौजूद सभी जानकारी गायब हो जाती है।
इसके अतिरिक्त अगर हम रोम आदि की चर्चा करें तो इसमें रैम के मुकाबले उल्टा होता है, यह एक ऐसी चिप है जो परिवर्तनशील नहीं होती है। अगर आप इसमें एक बाद डाटा को सेव कर दें तो इसे बदला नहीं जा सकता है। जैसे कि मैंने आपसे शुरुआत में ही कहा था कि इसे रीड ओनली मेमोरी के तौर पर देखा जाता है। यानी एक बार डाटा सेव करने के बाद उसे महज पढ़ा जा सकता है, उसे बदला नहीं जा सकता है। अंग्रेजी में इसे नॉन-वोलेटाइल स्टोरेज या मेमोरी भी कहा जाता है। इसे भी पढ़ें: Paytm LPG Booking पर लाया सबसे धाकड़ ऑफर, मिलेगा 2700 रुपये का कैशबैक, जानें क्या करना होगा
इस बड़े अंतर के अलावा भी इनके बीच में कुछ छोटे अंतर होते हैं, जिनका जिक्र यहाँ करना जरुरी है, क्योंकि अगर हम विस्तार से और स्पष्ट रूप से इनके बीच के अंतर को जानना चाहते हैं तो आपको बता दें कि आपको इस बड़े अंतर के अलावा भी इनके बारे में और भी कुछ जानना होगा तभी स्पष्ट हो पायेगा कि आखिर यह एक दूसरे से अलग कैसे हैं। तो आइये इनके और कुछ छोटे मोटे अंतरों के बीच के अंतर को भी जानने की कोशिश करते हैं। इसे भी पढ़ें: Amazon Great Freedom Festival Sale: सेल का पहला दिन और स्मार्टफोंस पर धांसू डिस्काउंट
सके अलावा अगर हम कम्प्यूटर के अन्दर रैम और रोम के बीच के अंतर को जानना चाहते हैं तो आपको बता देते हैं कि इसकी प्रक्रिया भी कुछ अलग है। या ऐसा भी कह सकते हैं, यह दोनों ही एक दूसरे से काफी अलग हैं। अगले लेख में हम आपको इसके बारे में भी जानकारी देने वाले हैं। इन दोनों के बीच में और अंतरों को जानने के लिए हमारे साथ बने रहे, हम जल्द ही आपके साथ इसी जानकारी पर कुछ नया लेकर हाजिर होंगे।