सर्दियाँ आते ही दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों की हवा में हद से ज्यादा वायु एयर पॉल्यूशन फैल चुका है, जिसके कारण लोगों का घरों से निकालना खतरे से खाली नहीं। आजकल एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 500 के आसपास या इससे भी ऊपर जा रहा है। ऐसे में कई लोगों ने एयर प्यूफिरायर खरीदने को चुन लिया है जिससे इसकी मांग भी काफी बढ़ गई है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि एयर प्यूफिरायर किस तरह और किस टेक्नोलॉजी पर काम करता है, जिससे यह घर की हवा को साफ और पॉल्यूशन को खत्म कर देता है। आइए देखते हैं…
एयर प्यूफिरायर घर के अंदर की हवा को साफ करने के लिए सक्शन एंड ब्लो टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करता है, जो प्रदूषित कणों को खींचती है और साफ हवा को बाहर फेंकती है। यह लगभग आपके घर किचन में लगे एग्ज़ॉस्ट फैन की तरह है। हालांकि, इसके फ़िल्टर और इसका मेकैनिज़्म इसे एग्ज़ॉस्ट फैन से अलग और ज्यादा उपयोगी बनाते हैं।
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एयर प्यूरीफायर के अंदर लगा सक्शन फैन घर के अंदर की प्रदूषित हवा को खींचता है, जिसके साथ अलग-अलग फ़िल्टर जुड़े होते हैं। इन फिल्टर्स के कारण हवा में मौजूद कीटाणु और प्रदूषित कण आदि फैन के पास आने से पहले ही साफ हो जाते हैं और फैन तक शुद्ध हवा पहुँचती है जिसके बाद वह इसे कमरे में छोड़ देता है।
इसी तरह यह प्रक्रिया कुछ देर तक बार-बार चलती रहती है। यानि आसान शब्दों में कहें तो कमरे के अंदर मौजूद प्रदूषित हवा बार-बार फ़िल्टर से होती हुई एयर प्यूरीफायर के अंदर चली जाती है और फिर वह साफ हवा छोड़ता है। यह प्रक्रिया बार-बार होने के कारण कमरे की प्रदूषित हवा खत्म हो जाती है और केवल साफ हवा रह जाती है।
एयर प्यूरीफायर के अंदर HEPA फ़िल्टर का होना सबसे महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि यह PM 2.5 जैसे कणों को भी आसानी से खींच लेता है। यहाँ तक कि यह धूल और घरों में रहने वाले जानवरों के बालों समेत हवा में मौजूद 99 प्रतिशत प्रदूषित कणों को पकड़ लेता है और हवा को पूरी तरह साफ कर देता है।
HEPA फ़िल्टर अपनी इसी क्षमता के कारण सबसे ताकतवर और जरूरी होता है। HEPA फ़िल्टर में कई परतें होती हैं, जिनमें से एक परत कांच से बनी होती है। यह कांच की परत ठीक वैसी होती है जैसी गाड़ियों के साइलेंसर में देखने को मिलती है। एयर प्यूरीफायर के अलावा HEPA फ़िल्टर को घर की सफाई करने वाले वैक्यूम क्लीनर्स में भी इस्तेमाल किया जाता है।
एयर प्यूरीफायर में HEPA फ़िल्टर के अलावा कुछ अन्य फ़िल्टर भी लगे होते हैं जो अलग-अलग तरीकों से काम करते हैं। इसमें कार्बन फ़िल्टर होता है जो केमिकल और बदबू को खींच लेते हैं। साथ ही इसमें एक UV लाइट का इस्तेमाल किया जाता है, जो बैक्टीरिया को मारती है। इसके अलावा इसमें नेगेटिव आयानाइज़ेशन का भी यूज होता है, और यह भी हवा में मौजूद प्रदूषित कणों को एब्जॉर्ब करता है। यानि एयर प्यूरीफायर में फैन और फ़िल्टर मिलकर आपके घर की हवा को शुद्ध बनाते हैं।