एक झलक – एपल आईपैड मिनी
आईपैड मिनी के साथ एपल प्रीमियम छोटे टेबलेट्स का एक नया बाज़ार निर्मित करना चाहता है. इसकी सबसे खास बात आईपैड मिनी की अविश्वशनीय और बेहतरीन बनावट और साथ ही अत्यधिक मात्रा में एप्स की उपलब्धता है. मैंने इस टेबलेट साथ इसके लांच के मौके पर कुछ पल बिताये, और जो मैंने इसके बारे में महसूस किया वो आपके सामने प्रस्तुत है.
एपल आईपैड मिनी मेरा देखा हुआ अब तक का सबसे खूबसूरत डिवाइस हो सकता है. यह 0.28 इंच मोटाई के साथ आश्चर्जनक रूप से पतला है और 10.9 औंस वज़न के साथ अत्यधिक हल्का है. आईफ़ोन 5 की तरह ही इसमें एल्यूमीनियम बॉडी में इसका चमकदार डिस्प्ले है. आईपैड मिनी, लेटेस्ट आईपैड और अन्य सभी हाई एंड टेबलेट्स से भी सालों आगे नज़र आता है. बाकी सारे टेबलेट्स अब इसके आगे बिल्कुल फीके नज़र आते हैं.
यह डिवाइस आईपैड 2 के छोटे स्वरूप जैसा लगता है. वही एप्स, वही स्क्रीन रेजोल्यूशन, वही परफॉरमेंस. इसमें आईपैड 2 की तुलना में हर चीज थोड़ी छोटी और थोड़ी शार्प है, लेकिन यह रेटिना डिस्प्ले नहीं है. इसका स्क्रीन किंडल फायर एचडी जैसा भी नहीं है.
एपल ने आईपैड मिनी को लांच करने में पहले से उपलब्ध 275,000 आईपैड एप्स को आधार बनाया है, और ये सही भी लगता है. जैसा कि एपल ने बार-बार स्टेज पर बताया कि इसके पास आईपैड के लिए खास तौर पर डिज़ाइन किये गए 275,000 एप्स हैं, जो एंड्रायड टेबलेट एप्स को बहुत पीछे छोड़ छोड़ देते हैं. 7 इंच वाले एंड्रायड टेबलेट्स पर तो बड़े किये हुए फ़ोन एप्स काम कर जाते हैं और वो उनकी स्क्रीन पर ज्यादा बुरे भी नहीं लगते, लेकिन 10 इंच वाले टेबलेट्स में फ़ोन के लिए बने एप्स सही काम नहीं कर पाते. टेबलेट्स के लिए बने एप्स ही इस पर अच्छे लगते हैं, और यह एपल के पास काफी बड़ी मात्रा में है.
छोटा टेबलेट, बड़े हाथों के लिए
आईपैड मिनी में दो कमियाँ नज़र आती हैं. जब डेवलपर आईपैड के लिए एप्स बनाते हैं, तो वे हर इंच में कुछ निश्चित पिक्सेल का ध्यान रखते हैं. आईपैड मिनी में छोटे आकार के कारण टच बटन के लिए कम जगह उपलब्ध है. बड़े आईपैड में आप अपनी उंगलियों को बहुत आसानी से घुमा सकते हैं, लेकिन छोटे आईपैड में इसके लिए आपको थोड़ा सावधान रहना पड़ता है. हलांकि यह निर्धारित करने में थोड़ा वक्त लगेगा की क्या यह बात इसकी उपयोगिता में कोई खास अंतर पैदा करता है या नहीं.
आईपैड मिनी एक हाथ से इस्तेमाल किया जा सकने वाला टेबलेट भी नहीं है. यह 5.3 इंच चौड़ा है, जो कि काफी ज्यादा है. मैं जनता हूँ कि हर किसी के हाथ का आकार अलग होता है, और मेरा हाथ काफी छोटा है. लेकिन इससे इनकार नहीं किया जा सकता कि अतिरिक्त मोटाई इसके स्वरूप में काफी अंतर पैदा कर देती है, जो आईपैड मिनी के पक्ष में नहीं है. आईपैड मिनी के बहुत पतले किनारे काफी मुश्किल पैदा कर देते हैं, क्योंकि इस टेबलेट को बिना टचस्क्रीन एक्टिवेट किये पकड़ने के लिए बहुत कम जगह मिलता है.
आईपैड मिनी शिक्षा के मामले में बच्चों के लिए काफी अच्छा टेबलेट है. बहुत सारे शैक्षिक किताबें, एप्स और सामग्री के साथ एपल स्कूलों तक अपनी पहुंच बना रहा है, और बहुत सारे टेबलेट्स एक साथ लेने के कारण उन्हें इसकी कीमत भी कम चुकानी पड़ती है. यह सिर्फ एक संयोग नहीं है कि एपल ने आईपैड मिनी के लांच के वक्त आईबुक्स और स्कूलों के बारे में बात की, ये एपल के लिए एक खास लक्ष्य होने वाले हैं.
अब बात कीमत की
एपल आईपैड की कीमत $329 है, जो कि अमेज़न और गूगल के किंडल फायर एचडी और नेक्सस 7 टेबलेट के $199 कीमत से काफी ज्यादा है. लेकिन इतनी उंची कीमत भी एपल के लिए घातक सिद्ध नहीं होगी, क्योंकि एपल इसे एक प्रीमियम छोटे टेबलेट की तरह बेच रहा है. एपल का मानना है कि वह अपने काफी विकसित इकोसिस्टम के लिए प्रीमियम चार्ज कर सकता है, ना सिर्फ 275,000 एप्स के लिए, बल्कि एपल स्टोर्स पर उपलब्ध बहुत सारे एक्सेसरीज और व्यक्तिगत सहायता के लिए भी. इसके साथ ही आईपैड मिनी की बेहतरीन बनावट की क्वालिटी, इस कीमत पर भी लोगों को इसे लेने के लिए बाध्य कर देती है.