Google की Location Tracking सिस्टम में एक बड़ा बदलाव किया गया है. Google ने लोकेशन ट्रैकिंग में यह बदलाव प्राइवेसी को ध्यान में रखते हुए किया है. इस वजह से आपको इस बदलाव को जानना जरूरी है ताकि आप अपने लोकेशन डेटा को सेफ रख सकें. गूगल आपकी लोकेशन डेटा को हटाने जा रहा है.
इस साल जून में एक रिपोर्ट आई थी कि गूगल रियल-टाइम में आपकी लोकेशन को ट्रैक करके क्लाउड स्टोरेज में डेटा स्टोर करना बंद करने जा रहा है. इसे टाइमलाइन कहा जाता है. लेकिन, यह काफी सेसेंटिव डेटा है. इसे आप Google Maps UI के जरिए देख सकते हैं. कंपनी इसको स्टोर करने में बदलाव करने जा रही है.
लोकेशन हिस्ट्री से गूगल आपको ज्यादा पर्सनलाइज्ड अनुभव दे सकता है. इसके ही आधार पर आपको किसी जगह की रिकमडेंशन दी जाती है. गूगल के अनुसार, जैसे ही आप लोकेशन हिस्ट्री को ऑन करते हैं तो आपके डिवाइस की सटीक लोकेशन आपके डिवाइस और गूगल के सर्वर पर स्टोर होने लगता है. इसके लिए जरूरी नहीं है कि आप गूगल ऐप का इस्तेमाल करें.
सभी गूगल डेटा कलेक्शन को लेकर आप अपनी प्राइवेसी पसंद के अनुसार सेटिंग को एडजस्ट कर सकते हैं. लेकिन, ज्यादातर लोगों के डिवाइस या मोबाइल में डिफॉल्ट सेटिंग ही ऑन रहता है. गूगल एक्सपीरियंस को बढ़ाने के लिए आपके डेटा का इस्तेमाल करता है. चिंता की बात है कि ऐड वाले प्रोडक्ट समेत गूगल सर्विस को बेहतर बनाने और डेवलप करने के लिए इन डेटा का इस्तेमाल किया जाता है.
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पिछले साल दिसंबर में Google ने कन्फर्म किया था कि वह सभी यूजर्स के लोकेशन डेटा को क्लाउड में स्टोर करना बंद कर देगा. इसको केवल डिवाइस तक ही सीमित रखा जाएगा. यानी प्राइवेट डेटा की तरह इसे ट्रीट किया जाएगा. जून में माना जा रहा था कि यह बदलाव 1 दिसंबर से लागू हो जाएगा और साल 2024 के अंत तक सभी यूजर्स के लिए पूरा हो जाएगा.
लेकिन, ऐसा अभी तक नहीं हुआ है. इसको लेकर कोई डेट सामने नहीं आई है. इसके बजाय सभी यूजर्स को उनके अकाउंट में बदलाव समझाने वाला एक ईमेल भेजा जाएगा. गूगल ने साफ किया है कि यह अपडेट धीरे-धीरे रोलआउट किया जाएगा. यानी लोगों के लिए इसे अलग-अलग समय पर हटाया जाएगा.
ईमेल मिलने के 180 दिन के बाद क्लाउड पर से आपके लोकेशन डेटा को हटा दिया जाएगा. अगर आपको 180 दिन के काउंटडाउन का मेल मिलता है तो सबसे पहले अपने प्राइमरी स्मार्टफोन पर Google Maps ओपन करें. इसके बाद वहां से आप अपनी नई टाइमलाइन को सेट कर सकते हैं. इससे गूगल आपकी लोकेशन को क्लाउड स्टोर से हटा देगा. जबकि आप टाइमलाइन डेटा सेफली अपने डिवाइस पर स्टोर रख सकते हैं.
गूगल के अनुसार, अगर आप नया फोन ले रहे हैं या पुराना फोन चोरी होने का अंदेशा है तो क्लाउड में अपने डेटा का बैकअप ले सकते हैं. इससे आपका डेटा क्लाउड पर स्टोर रहेगा. इस डेटा को कंपनी एंक्रिप्ट कर देगी ताकि गूगल या दूसरा कोई इसे पढ़ ना सके. फिलहाल आपको गूगल से ईमेल मिलने का इंतजार करना चाहिए.
लेकिन, हमारी सलाह रहेगी आप अभी ये बदलाव कर लें. इसके लिए आपको गूगल मैप्स में “Your Timeline” पर जाना होगा. इसको आप अपनी जरूरत के हिसाब से सेट कर लें. इसके बाद गूगल उस सेंट्रल डेटा स्टोर को सेफली हटा सकता है. इससे आपकी सेंसेटिव लोकेशन जानकारी ज्यादा सेफ रहेगी.
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