प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को एक राष्ट्रव्यापी योजना (nationwide scheme) शुरू की, जो भारतीयों को डिजिटल (digital) रूप से स्वास्थ्य रिकॉर्ड बनाने और उन तक पहुंचने में सक्षम बनाएगी। आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के पायलट प्रोजेक्ट की घोषणा प्रधानमंत्री ने पिछले साल 15 अगस्त को लाल किले की प्राचीर से की थी। यह भी पढ़ें: Poco भारत में लॉन्च करने जा रहा है नया बजट फोन, दमदार बैटरी और बेस्ट स्पेक्स वाला फोन आएगा बेहद सस्ते में
मिशन, जिसके तहत प्रत्येक भारतीय को एक विशिष्ट 14-अंकीय स्वास्थ्य पहचान (आईडी) नंबर मिलेगी, जिसका नाम बदलकर प्रधान मंत्री डिजिटल स्वास्थ्य मिशन (digital health missionपीएम-डीएचएम) कर दिया गया है।
वर्तमान में, यह कार्यक्रम छह केंद्र शासित प्रदेशों में पायलट चरण में लागू किया जा रहा है। आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन का राष्ट्रव्यापी रोलआउट राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (NHA) द्वारा आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (AB PM-JAY) की तीसरी वर्षगांठ के अवसर पर मनाया जा रहा है। इस मौके पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया भी मौजूद रहेंगे। यह भी पढ़ें: Amazon ने बदली अपनी Great Indian Festival सेल की तारीख, अब इस दिन होगी शुरू
PMO के मुताबिक, आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (Ayushman Bharat Digital Mission) स्वास्थ्य की सुरक्षा, और गोपनीयता सुनिश्चित करते हुए खुले, इंटरऑपरेबल, मानक-आधारित डिजिटल सिस्टम का विधिवत लाभ उठाते हुए डेटा, सूचना और बुनियादी ढांचा सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला के प्रावधान के माध्यम से एक सहज ऑनलाइन प्लेटफॉर्म तैयार करेगा।
आधार कार्ड (aadhaar card) या लाभार्थी के मोबाइल नंबर का उपयोग करके आईडी (ID) बनाई जाएगी और प्रासंगिक स्वास्थ्य रिकॉर्ड रखने के लिए एक पहचानकर्ता के रूप में काम करेगी। सिस्टम जनसांख्यिकीय और स्थान, परिवार/रिश्ते और संपर्क विवरण सहित कुछ बुनियादी विवरण भी एकत्र करेगा। यह भी पढ़ें: महज़ 299 रुपये देकर Airtel यूजर पा सकते हैं 30GB डेटा और ये तगड़े बेनेफिट्स, जानें कितने काम का है ये प्लान
फिर उन व्यक्तियों की सहमति लेने के बाद इस जानकारी को स्वास्थ्य आईडी (Health ID) से जोड़ा जाएगा। एनडीएचएम (NDHM) की वेबसाइट के अनुसार, 'पर्सनल हेल्थ रिकॉर्ड-सिस्टम (पीएचआर)' नामक जानकारी एक व्यक्ति को अपने स्वास्थ्य देखभाल के बारे में जानकारी का प्रबंधन करने में सक्षम बनाती है। यह भी पढ़ें: जानें भारत में किन स्पेक्स के साथ एंट्री लेगा Galaxy M52 5G, इस देश में पहले ही हो गया लॉन्च…
इसमें सभी स्वास्थ्य डेटा, प्रयोगशाला रिपोर्ट, उपचार विवरण, एक या एक से अधिक स्वास्थ्य सुविधाओं में छुट्टी के सारांश से मिलकर एक अनुदैर्ध्य रिकॉर्ड शामिल है। यह भी पढ़ें: Jio निकला सबसे आगे BSNL-Airtel-Vi को कई कदम पीछे छोड़ा, देखें डिटेल्स
News18.com की रिपोर्ट के मुताबिक, इस योजना में चार आवश्यक ब्लॉक शामिल हैं – अद्वितीय डिजिटल स्वास्थ्य आईडी (unique digital health ID), स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर रजिस्ट्री, स्वास्थ्य सुविधा रजिस्ट्री और इलेक्ट्रॉनिक स्वास्थ्य रिकॉर्ड। योजना का पहला उद्देश्य इन चार ब्लॉकों के माध्यम से स्वास्थ्य सेवा के लिए एक डिजिटल वातावरण बनाना है। बाद के चरण में, सरकार की टेलीमेडिसिन और ई-फार्मेसियों को एकीकृत करने की योजना है।
मिशन एक 'इलेक्ट्रॉनिक मेडिकल रिकॉर्ड (ईएमआर)' बनाएगा, जो कि सरकार के मुताबिक, एक मरीज के चार्ट का एक डिजिटल संस्करण (digital version) है। इसमें रोगी का चिकित्सा और उपचार इतिहास होता है। यह भी पढ़ें: Vodafone idea 5G टेस्टिंग में भी निकला आगे, Airtel-Jio हुए एक कदम पीछे