Facebook (फेसबुक) के स्वामित्व वाले इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप WhatsApp (व्हाट्सऐप) ने यूज़र्स की निजी चैट की प्राइवेसी को बनाए रखने के लिए नै सेवा शुरू की है. WhatsApp से प्रमुख विल कैथकार्ट ने घोषणा कर बताया है कि WhatsApp (व्हाट्सऐप) चैट बैकअप अब अब एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड (E2E) होगा। WhatsApp (व्हाट्सऐप) चैट की सुरक्षा और गोपनीयता के मामले में यह एक प्रमुख डेवलपमेंट है क्योंकि Google ड्राइव या iCloud में बैकअप अनएन्क्रिप्टेड थे और इन्हें थर्ड पार्टी स्नूपिंग द्वारा इन्हें हैक किया जा सकता था. चलिए जानते हैं इस फीचर के बारे में…
व्हाट्सऐप (WhatsApp) चैट हमेशा E2E एन्क्रिप्टेड होते थे। इसका मतलब है कि केवल मैसेज भेजने वाला और रिसीव करने वाला ही इन्हें पढ़ सकता है। हालाँकि, जिन चैट का आप गूगल या ड्राइव या एप्पल iCloud पर ऑटोमेटिकली बैकअप लेते थे वे एनक्रिप्टेड नहीं थे। इसलिए कोई भी थर्ड पार्टी आपके मैसेज को पढ़ने के लिए इन बैकअप फाइल्स की जासूसी कर सकता था. अब व्हाट्सऐप इसे बदल रहा है और अब चैट बैकअप के लिए भी एन्क्रिप्शन का विस्तार कर रहा है। यह भी पढ़ें: लॉन्च में देरी के बाद कम नहीं ज्यादा कीमत में लॉन्च हो सकता है Jio Phone Next, देखें क्या हो सकती है कीमत
अपने आधिकारिक ब्लॉग पोस्ट में, WhatsApp (व्हाट्सऐप) ने बताया है कि E2E बैकअप को इनेबल करने के लिए WhatsApp (व्हाट्सऐप) ने एन्क्रिप्शन Key स्टोरेज के लिए एक नई प्रक्रिया बनाई है. यह iOS और एंड्रॉइड दोनों के साथ काम करती है। E2E बैकअप सक्षम होने के साथ, बैकअप (backup) को यूनीक, रैंडमली जनरेटेड key के साथ एन्क्रिप्ट किया जाएगा। लोग key को मैन्युअल रूप से या यूजर पासवर्ड (password) के जरिए सुरक्षित करना, में से किसी भी विकल्प को चुन सकते हैं. अगर कोई पासवर्ड (password) विकल्प चुनता है, तो Key को बैकअप Key Vault में स्टोर किया जाता है जो हार्डवेयर सिक्योरिटी मॉड्यूल (HSM) नामक एक कंपोनेंट के आधार पर बनाया जाता है। यह भी पढ़ें: केवल 2 रुपये ज्यादा देकर 93GB ज्यादा डेटा का कैसे उठाएं लाभ, यहाँ देखें कौन सा Jio प्लान लेना होगा
WhatsApp (व्हाट्सऐप) के अनुसार, जब अकाउंट यूज़र अपने बैकअप को एक्सेस करना चाहें तो एनक्रिप्शन Key को वॉल्ट के साथ एक्सेस कर सकता है। यूज़र अपनी निजी पासवर्ड का उपयोग कर HSM-आधारित बैकअप Key Vault से अपनी एन्क्रिप्शन Key को रिट्राइव करने और अपने बैकअप को डिक्रिप्ट करने के लिए कर सकते हैं। यह भी पढ़ें: Vi की तगड़ी चाल से मुश्किल में पड़ गए Airtel-Jio, देखें Vi ने का किया है धमाका
Chat backup को 64-डिजिट एन्क्रिप्शन Key का इस्तेमाल कर एंड-टू-एंड एन्क्रिप्ट किया जा सकता है। बैकअप को पासवर्ड से भी सुरक्षित किया जा सकता है। इस स्थिति में एन्क्रिप्शन Key को HSM आधारित बैकअप Key Vault में सेव किया जाता है। यह भी पढ़ें: Reliance Jio के 3 सबसे सस्ते डेटा प्लान, सिर्फ 22 रुपये में एक महीने चलेगा नेट