WhatsApp स्कैम्स के साथ समझौता करना लगातार मुश्किल होता जा रहा है। अब एक नए WhatsApp Pink नाम के स्कैम को लेकर चिंता दर्शाई जा रही है। उत्तरी साइबर पुलिस क्राइम विंग ने इसे "एंड्रॉइड यूजर्स के लिए रेड अलर्ट" घोषित कर दिया है। इस व्हाट्सएप स्कैम ने सबको डरा दिया है। आइए देखते हैं इससे बचने के क्या उपाय हो सकते हैं।
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व्हाट्सएप पर एक वायरल मेसेज फैलाया जा रहा है जहां यूजर्स को 'Pink WhatsApp' डाउनलोड करने के लिए एक लिंक भेजा जाता है। इस लिंक के साथ व्हाट्सएप के नए लुक और अतिरिक्त फीचर्स ऑफर करने का वादा किया जाता है। स्कैमर्स एक मैलिशियस लिंक के जरिए ऐप डाउनलोड करने के लिए कह रहे हैं जो एक खतरनाक मैलवेयर की तरह काम करेगा।
इसका एक और डरावना पहलू यह है कि WhatsApp Pink ऐप डाउनलोड करते समय आपके सभी कॉन्टैक्ट्स के पास ऐप को डाउनलोड करने का मेसेज भेज दिया जाएगा और आपको इसकी खबर भी नहीं होगी। इस नए स्कैम का लक्ष्य यूजर्स की महत्वपूर्ण जानकारी जैसे OTP, कॉन्टैक्ट्स और बैंक डिटेल्स चुराना है।
1. सबसे पहले इस ऐप को फोन से अनइंस्टॉल कर दें। इसके लिए सेटिंग्स पर जाएं, फिर ऐप्स पर जाकर WhatsApp (पिंक लोगो) पर जाएं और अनइंस्टॉल ऑप्शन को चुनें।
2. अनजान सूत्रों से प्राप्त हुए लिंक्स को लेकर बेहद सावधान रहें। जब तक उनकी ऑथेंटिसिटी वेरिफाई न हो, मैलिशियस लिंक्स पर क्लिक करने से बचें।
3. ऐप्स को केवल आधिकारिक Google Play Store या iOS App Store से ही इंस्टॉल या अपडेट करें। बता दें कि Pink WhatsApp थर्ड-पार्टी स्टोर्स के जरिए ट्रांसमिट होता है।
4. कोई भी लिंक या मेसेज की पूरी ऑथेंटिकेशन या वेरिफिकेशन के बिना उसे फॉरवर्ड न करें।
5. खुद को फ्रॉड ऐप्स से बचाने के लिए साइबर क्रिमिनल गतिविधियों से जागरूक रहें।
6. अपनी पर्सनल या फाइनेंशियल जानकारी जैसे लॉग-इन डॉक्युमेंट्स, पासवर्ड्स और क्रेडिट/डेबिट कार्ड डिटेल्स किसी के भी साथ ऑनलाइन शेयर न करें।